बारिश में बढ़ईटोला से धानीखूंटा पहुंच मार्ग खराब, ग्रामीण परेशान
कई बार प्रस्ताव देने के बाद भी नहीं बन पा रही सडक़
सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. ब्लॉक के ग्राम पंचायत बढ़ईटोला से आश्रित ग्राम धानीखूंटा पहुंच मार्ग के खराब होने से ग्रामीणों को आवागमन में परेशानी हो रही है. सडक़ के खराब होने से ग्राम धानीखूंटा के ग्रामीणों को छोटे-छोटे कार्यों के लिये अधिक दूरी तय कर पंचायत पहुंचना पड़ता है जिससे ग्रामीण परेशान हैं. ग्रामीणों के अनुसार ग्राम पंचायत बढ़ईटोला से धानीखूंटा की दूरी लगभग 3 किमी है लेकिन आवागमन से परेशान ग्रामीणों को राशन लेने राशन दुकान सहित पंचायत पहुंचने के लिये भरदा कला व पेंड्री कला होते हुये 8-10 किमी दूरी तय कर जाना पड़ता है. ग्रामीणों को खाद के लिये भी बढ़ईटोला सहकारी समिति जाना पड़ता है जिसके लिये भी किसान लंबी दूरी तय करने मजबूर हैं. बारिश के दिनों सडक़ में आवागमन की समस्या और अधिक बढ़ जाती है, जगह-जगह गड्ढों में पानी भरे होने तथा बड़े-बड़े पत्थरों के कारण इस मार्ग पर दो पहिया व चार पहिया वाहन तो दूर सायकल चलाना भी मुश्किल हो गया है.
समस्या से परेशान छात्र दूसरी जगह पढऩे मजबूर
ग्राम पंचायत बढ़ईटोला हाईस्कूल व हायर सेंकेंड्री स्कूल में अध्ययन करने ग्राम धानीखूंटा, भरदाकला व जुरला खुर्द सहित आसपास छात्र बड़ी संख्या में स्कूल पहुंचते थे लेकिन रोड खराब होने के कारण अब स्कूल में अध्ययन करने वाले छात्रों की संख्या घटती गई. वर्तमान में उक्त गांवों के छात्र मजबूरीवश अधिक दूरी तय कर खैरागढ़ अध्ययन करने जाते हैं जिससे छात्रों को परेशान होना पड़ता है वहीं पालकों में भी चिंता बनी रहती थी. बुरी तरह खराब हो चुके रोड में अब छात्रों को सायकल चलाने में समस्या होती है. यहां तक की ग्रामीणों को राशन-पानी से लेकर खाद-बीज लेने भी अधिक दूरी तय कर बढ़ईटोला पहुंचना पड़ रहा है.
जनप्रतिनिधियों को कई बार दे चुके प्रस्ताव
ग्राम पंचायत बढ़ईटोला व भरदाकला के सरपंचों द्वारा इस रोड के निर्माण के लिये कई बार प्रस्ताव पारित कर खैरागढ़ व डोंगरगढ़ विधायक सहित अन्य जनप्रतिनिधियों को दिया जा चुका है लेकिन जनप्रतिनिधियों द्वारा इस ओर ध्यान नहीं देने से गांवों के लोगों को परेशान होना पड़ रहा है. सरपंचों ने बताया कि एक बार नहीं बल्कि दो से तीन बार नवीन सडक़ निर्माण के लिये प्रस्ताव जनप्रतिनिधियों को दे चुके हैं लेकिन जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण आज भी आम जनता परेशान हो रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि यह मार्ग पटेवा-घुमका होते हुये दुर्ग निकलती है लेकिन महज 3 किमी के खराब सडक़ के कारण उन्हें लंबी दूरी तय करना पड़ता है.
हमारे द्वारा कई बार सडक़ निर्माण के लिये डोंगरगढ़ व खैरागढ़ विधायक को प्रस्ताव दिया जा चुका है लेकिन अब तक कोई सार्थक पहल नहीं की गई है.
संतोषी साहू, सरपंच ग्राम पंचायत बढ़ईटोला
पहले हमारे गांव के बच् चें पढ़ाई करने बढ़ईटोला स्कूल जाते थे लेकिन सडक़ के खराब होने से अधिक दूरी तय कर खैरागढ़ में पढऩे मजबूर हैं. हमारे द्वारा कई बार जनप्रतिनिधियों को प्रस्ताव किया जा चुका है लेकिन कोई ध्यान नहीं देता.