कलेक्टर ने स्वर्ण-उपज उत्पादक कंपनी के खरीदी केंद्र का किया निरीक्षण

कृषि उत्पादों की पारदर्शी खरीदी व्यवस्था से महिला किसानों को मिला आत्मबल
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल ने आज छुईखदान विकासखंड के ग्राम कोहलाटोला स्थित स्वर्ण-उपज उत्पादक कंपनी द्वारा संचालित खरीदी केंद्र का निरीक्षण किया। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रेम कुमार पटेल भी उपस्थित रहे। निरीक्षण के दौरान खरीदी केंद्र की संचालिका वेदो बाई वर्मा ने अधिकारियों को कृषि उत्पादों की खरीदी प्रक्रिया की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उनके केंद्र से चना, सोयाबीन, अरहर जैसी नगदी फसलों की खरीदी की जाती है। अब तक 850 से अधिक महिला किसानों को एफ.पी.ओ. के माध्यम से शेयरधारक के रूप में जोड़ा गया है। केंद्र को स्वर्ण-उपज एफ.पी.ओ. से नमी मापक मशीन, वजन तौल यंत्र, वाइब्रो क्लीनर, तथा 800 ग्राम क्षमता वाली वजन मशीन जैसे आधुनिक उपकरण प्राप्त हुए हैं, जिससे खरीदी प्रक्रिया अधिक सटीक और पारदर्शी बन गई है। श्रीमती वर्मा ने बताया कि पिछले एक वर्ष में खरीदी केंद्र के माध्यम से महिला किसानों से कुल 92 टन कृषि उत्पादों की खरीदी की गई है। खरीदी के बाद तीन कार्य दिवसों के भीतर किसानों के बैंक खातों में सीधे भुगतान किया जाता है जिससे किसानों को समय पर और उचित मूल्य मिलना सुनिश्चित हुआ है। प्रति क्विंटल उत्पाद पर ₹45 का कमीशन प्राप्त होता है, जिससे उन्हें अब तक ₹2 लाख तक की आय हो चुकी है। यह मॉडल ग्रामीण महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता और आर्थिक सशक्तिकरण का उदाहरण बनकर उभर रहा है। उन्होंने बताया कि पूर्व में किसानों को स्थानीय व्यापारियों (कोचियों) पर निर्भर रहना पड़ता था जो मनमाने दामों पर खरीद करते थे और भुगतान में देरी होती थी। अब एफ.पी.ओ. की पारदर्शी व्यवस्था से किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य एवं समय पर भुगतान मिल रहा है। कलेक्टर श्री चंद्रवाल ने खरीदी केंद्र की व्यवस्था की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे एफ.पी.ओ. मॉडल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस तरह की पहल को और विस्तार देने के लिए आवश्यक सहयोग प्रदान किया जाये।