समय पर नहीं पहुंची महतारी एक्सप्रेस, गर्भवती ने सड़क पर ही दिया बच्चे को जन्म
जिला निर्माण के बाद भी मरीजों को नहीं मिल रही सहज चिकित्सा सुविधा
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. प्रसव से पीड़ित गर्भवती महिला को समय पर महतारी एक्सप्रेस 102 का लाभ नहीं मिलने के कारण महिला ने सड़क पर ही बच्चे को जन्म दे दिया। चिकित्सा विभाग की लापरवाही कहें या जिला निर्माण के बाद भी बेहतर चिकित्सकीय सुविधा नहीं होने के कारण एक गर्भवती महिला को सड़क पर निजी वाहन में बच्चे को जन्म देना पड़ा। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिले में स्वास्थ्य सुविधा का कितना संकट है। जानकारी अनुसार ग्राम कटंगी कला निवासी जानकी पटेल पति सुरेन्द्र पटेल उम्र 28 वर्ष को सोमवार 18 नवंबर को प्रवस पीड़ा हुई जिसके बाद गांव की मितानिन को आनन-फानन में बुलाया गया। मितानिन के द्वारा महतारी एक्सप्रेस 102 को डायल कर बुलाया गया परंतु महतारी एक्सप्रेस के समय पर नहीं पहुंचने के कारण गर्भवती महिला के परिजनों ने घंटों इंतजार के बाद निजी वाहन का सहारा लिया और गर्भवती महिला को निजी वाहन से छुईखदान सरकारी अस्पताल ले जाया जा रहा था इसी दौरान छुईखदान के पेट्रोल पम्प के पास पहुंचते ही महिला ने सड़क पर ही बच्चे को जन्म दे दिया। जानकी की स्थिति बिगड़ने पर स्थानीय लोगों ने तत्काल मदद की और उन्हें छुईखदान अस्पताल पहुंचाया गया। फिलहाल जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित हैं परंतु पीड़ित महिला को समय पर चिकित्सकीय सुविधा नहीं मिल पाने के कारण अप्रिय घटना भी घट सकती थी। गर्भवती महिलाओं को समय पर अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था करना शासन-प्रशासन का प्राथमिक दायित्व है परंतु जानकी के साथ हुई घटना ने शासन-प्रशासन की पोल खोल दी है। खैरागढ़-छुईखदान-गंडई को नया जिला तो बना दिया गया है परंतु जिला निर्माण के दो साल बाद जिले का इतना भी विकास नहीं हो पाया है कि लोगों को मूलभूत सुविधाएं दिलाई जा सके। जिला निर्माण के बाद शासन-प्रशासन के द्वारा विकास के नाम पर केवल वाहवाही लूटी जा रही है।