
परियोजना से क्षेत्रीय विकास, सड़क सुविधा, रोजगार और पर्यावरणीय उपायों का दावा
404 हेक्टेयर क्षेत्र में मॉडल मिनरल प्रोजेक्ट विकसित करने का लक्ष्य
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़। खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले के सण्डी चूनापत्थर खदान परियोजना (श्री सीमेंट परियोजना) को लेकर सोमवार की देर शाम जिला प्रशासन और श्री सीमेंट प्रबंधन की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई। वार्ता में कंपनी की ओर से मुख्य कार्यकारी कॉर्पोरेट अफेयर ईस्ट जोन रवि तिवारी, यूनिट हेड बलौदा बाजार हुकुमचंद गुप्ता, कॉरपोरेट हेड छत्तीसगढ़ प्रमोद द्विवेदी, स्थानीय प्रबंधक संजय सिंह, भूमि अधिकारी विजय अनंत, भूमि प्रबंधक उमेश बघमार, पर्यावरण प्रबंधक मनोज सुतार तथा चार्टर्ड अकाउंटेंट अंशुल बेगानी विशेष तौर पर उपस्थित रहे। कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि प्रस्तुत ड्राफ्ट के अनुसार कुल 404 हेक्टेयर क्षेत्र को खनन के लिए प्रस्तावित किया गया है जिसमें ग्राम सण्डी, विचारपुर, पंडरिया, बुंदेली और भरदागोंड शामिल हैं। कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि तिवारी ने कहा कि आर्थिक रूप से प्रभावित क्षेत्र सीमित हैं और इसका प्रभाव केवल पाँच ग्रामों पर पड़ेगा। उन्होंने बताया कि परियोजना से 1200-1500 प्रत्यक्ष तथा करीब 10 हजार अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर सृजित होंगे। स्थानीय युवाओं के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण, कंप्यूटर शिक्षा, स्वास्थ्य-सुरक्षा प्रशिक्षण और मशीन संचालन के कोर्स शुरू किए जाएंगे। परिवहन सुविधा के लिए खदान क्षेत्र से संयंत्र तक कन्वेयर बेल्ट सिस्टम लागू किया जाएगा जिससे ट्रकों की आवाजाही न्यूनतम होगी। धूल नियंत्रण के लिये हॉट मिक्स सड़क, नियमित पानी छिड़काव, वेट ड्रिलिंग, फॉग कनन और सड़क किनारों पर रोजाना सफाई व छिड़काव की व्यवस्था सुनिश्चित करने की बात कही गई। हरित क्षेत्र विस्तार के तहत नीम, सागौन, पलाश, शिशु और आम सहित विभिन्न प्रजातियों के पौधों के रोपण का प्रस्ताव है। जल संरक्षण के लिए वॉटर हार्वेस्टिंग, वर्षा जल संचयन, नाला संरक्षण और जल पुनर्भरण कार्य किए जाएंगे। कंपनी ने शिक्षा, स्वास्थ्य, छात्रवृत्ति, खेल और डिजिटल सुविधा के विकास के साथ स्वास्थ्य शिविर, टीकाकरण और आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण संचालित करने का भी दावा किया।
परियोजना को लेकर अनावश्यक भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं- तिवारी
रवि तिवारी ने कहा कि परियोजना में बाधा उत्पन्न करने के लिए कई तरह की भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं। अब तक 185 एकड़ जमीन खरीदी जा चुकी है और भूमि क्रय की प्रक्रिया दो वर्ष से जारी है। सभी जमीनें आपसी सहमति से खरीदी गई हैं और हाल ही में एक और किसान से भूमि खरीद की गई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि खदान में केवल 30 मीटर गहराई तक ही खनन होगा तथा समस्त नियोजन कार्य 404 हेक्टेयर के दायरे में नियमों के अनुरूप होंगे।
ग्रामीणों की हर समस्या का समाधान प्राथमिकता– कलेक्टर
प्रेस कॉन्फ्रेंस में कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रावल ने जिला पंचायत सीईओ प्रेम कुमार पटेल की उपस्थिति में कहा कि प्रभावित ग्रामीणों की हर चिंता का समाधान प्रशासन की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अनावश्यक भ्रम फैला रहे हैं जबकि उद्योग आने से रोजगार और विकास दोनों बढ़ेंगे। कलेक्टर ने कहा कि संवाद से ही समाधान संभव है और जनसुनवाई ग्रामीणों के लिए अपनी बात रखने का सबसे प्रभावी माध्यम है। 11 दिसंबर को प्रस्तावित जनसुनवाई को लेकर उठ रही मांगों पर प्रशासन विचार कर रहा है लेकिन उन्होंने यह भी दोहराया कि जनसुनवाई ही समस्याओं के समाधान की दिशा तय करेगी।
जनसुनवाई को लेकर बेचैनी बरकरार, निगाहें 11 दिसंबर पर टिकीं
प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद कंपनी के विकासपरक दावों और प्रशासन की सकारात्मक प्रतिक्रिया के बावजूद स्थानीय स्तर पर 11 दिसंबर को होने वाली जनसुनवाई को लेकर संशय और उत्सुकता बनी हुई है। परियोजना का भविष्य और आगे की स्थिति आने वाले दिनों में ही स्पष्ट हो पाएगी ऐसा माना जा रहा है।
