बहन को नसीहत देना भाई को पड़ा महंगा, नाबालिक बहन ने टंगिया से काट दिया भाई का गला

मोबाइल में बातचीत करने से मन करता था भाई
मृतक की छोटी बहन ने ही मामूली विवाद पर कर दी थी भाई की हत्या
छुईखदान पुलिस ने अमलीडीहकला हत्याकांड की गुत्थी सुलझाई
हत्या की आरोपी बालिका को भेजा गया किशोर न्यायालय बोर्ड
सत्यमेव न्यूज/खैरागढ़. बहन को नसीहत देना भाई को महंगा पड़ गया और वह अपनी जान से ही हाथ धो बैठा. एक मामूली विवाद को लेकर नाबालिक बहन ने धारदार टंगिया से अपने सगे भाई का गला काट दिया. हत्या की वजह बेहद सामान्य हैं, 18 वर्षीय भाई मोबाइल में बातचीत करने से अपनी 15 वर्षीय नाबालिक बहन को करता था. जानकारी हो कि छुईखदान थाना क्षेत्र के खैरागढ़ ब्लॉक स्थित ग्राम अमलीडीहकला में मृतक की छोटी बहन ने ही मामूली विवाद पर अपने सगे भाई की हत्या कर दी. छुईखदान पुलिस ने कुछ ही घंटों में हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली हैं और शनिवार को हत्या की आरोपी बालिका को किशोर न्यायालय बोर्ड भेजा गया हैं. ज्ञात हो कि अमलीडीहकला के ग्रामीणों ने 03 मई को छुईखदान थाना में सूचना दी थी कि ग्राम में एक युवक की हत्या उसके ही घर के अंदर हो गई है जिसके बाद छुईखदान पुलिस घटना स्थल अमलीडीहकला पहुँची और देवप्रसाद पिता लेखराम वर्मा उम्र 18 वर्ष का शव घर के अंदर रखे खाट में मृत अवस्था में खून से लथपथ मिला. मृतक के गले एवं गर्दन के पीछे भाग में किसी धारदार हथियार से गंभीर चोट पहुंचाकर हत्या की गई थी. मौके पर ही पुलिस ने प्रार्थी पिता लेखराम वर्मा की रिपोर्ट पर धारा 302 का अपराध कायम कर पंचनामा करने के बाद शव का पीएम कराया. मामले के गंभीरता को देख एसपी त्रिलोक बंसल एएसपी नेहा पाण्डे, एसडीओपी लालचंद मोहले के मार्गदर्शन में छुईखदान टीआई शिवशंकर गेन्दले के नेतृत्व में थाना छुईखदान एवं साइबर सेल का संयुक्त विवेचना टीम तैयार किया गया एवं एफएसएल यूनिट प्रभारी डॉ.मोहन पटेल की टीम ने प्रकरण के हर पहलुओं का बारीकी से विशलेषण कर प्रकरण में प्राप्त साक्ष्य के आधार पर मृतक देवप्रसाद वर्मा की छोटी बहन को संदेह के आधार पर संरक्षण में लेकर विधि संम्मत वैज्ञानिक पद्धति से पूछताछ की. पूछताछ में मृतक की छोटी बहन ने बताई कि शुक्रवार 11.00 बजे के आसपास घर में अपने भाई के साथ अकेली थी घर के अन्य सदस्य रोजी मजदूरी करने घर से बाहर थे तभी भाई देवप्रसाद वर्मा ने कहा कि मोबाईल मे लड़को से बात करती हो घर का मान सम्मान का ख्याल नहीं है कहकर डाट फटकार कर मारपीट करते हुए कहा कि दुबारा मोबाईल में बात नहीं करना है वरना अच्छा नहीं होगा. इसी बात से रूष्ट होकर मृतक की बहन ने मृतक के सोये हुये अवस्था में घर के कुल्हाड़ी से मृतक के गले के पास गर्दन के पीछे प्राणघातक हमला कर दिया जिससे देवप्रसाद की मौके पर ही मृत्यु हो गई. भाई की मौत हो जाने पर उसकी बहन ने घटना को दूसरा रूप देने के नियत से रोज की तरह नहाने चली गई और घटना के समय पहने कपड़ों में लगे खून के छींटो को साफ कर वापस घर आ गई और फिर मोहल्ले में जाकर देवप्रसाद की हत्या होने की खबर आसपास के लोगों का बताया लेकिन पूरे मामले में अपनी सूझबूझ से पुलिस ने महज कुछ ही घंटो में इस अंधे हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाकर हत्याकांड की आरोपी नाबालिक बालिका को विधि अनुसार अपने संरक्षण में लिया. कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक शिवशंकर गेंदले एव सायबर प्रभारी निरीक्षक अनिल शर्मा की टीम प्र.आर कमलेश श्रीवास्तव, आरक्षक त्रिभुवन यदु, आरक्षक सत्यनारायण साहू तथा सउनि मुरली सिंह बघेल, महिला आरक्षक झामित ठाकुर, आरक्षक विनोद पोर्ते, आरक्षक शिशुपाल साहू, आरक्षक अख्तर मिर्झा की विशेष भूमिका रही है.