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ठेलकाडीह स्कूल से सतनाम पंथ के प्रवर्तक गुरु घासीदास बाबा का नाम गायब, जिला सतनामी समाज के नाराज प्रतिनिधियों ने कलेक्टर व डीईओ को सौंपा ज्ञापन

सत्यमेव न्यूज़ खैरागढ़. ठेलकाडीह के सरकारी स्कूल से सतनाम पंथ के प्रवर्तक गुरु घासीदास बाबा का नाम गायब करने व यहां पदस्थ प्राचार्य पर षड्यंत्र का आरोप सामने आया हैं। जिला सतनामी समाज के नाराज प्रतिनिधियों ने कलेक्टर व डीईओ को ज्ञापन सौंपकर दोषी प्राचार्य के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है। मामला शासकीय उच्च.माध्य.विद्यालय ठेलकाडीह का हैं जहाँ प्राचार्य डीके साहू पर जातीय दुर्भावना व षड्यंत्र का आरोप लग रहा हैं जिसके बाद समाज ने सख्त कार्यवाही करने की मांग की हैं। कलेक्टर चंद्रकांत वर्मा व जिला शिक्षा अधिकारी लालजी द्विवेदी को सौंपे ज्ञापन में जिला सतनामी समाज केसीजी के प्रतिनिधियों ने बताया कि गुरु घासीदास शासकीय उच्च.मा.विद्यालय का नामांकरण विगत लगभग 15 वर्ष पूर्व राज्य सरकार के द्वारा घोषित हुआ और उनका क्रियान्वयन समस्त दस्तावेज में संस्था के अभिलेखो में तथा स्कूल के सामने गुरु घासीदास शासकीय उच्च.मा.वि‌द्यालय के नाम पर तत्कालीन प्राचार्य वाय.डी.साहू के द्वारा क्रियान्वयन व पालन किया जा रहा था लेकिन वर्तमान में संस्था के प्राचार्य डी.के.साहू के द्वारा महापुरुष के नाम व राज्य शासन के आदेश की अवहेलन करते हुए व नियम व कानून को ताक में रख संस्था के नाम पर दो सील बनवा कर उपयोग किया जा रहा है और गुरु घासीदास शासकीय उच्चतर माध्य.शाला ठेलकाडीह के सील के साथ-साथ शासकीय उच्चतर माध्यमिक वि‌द्यालय का सील भी उपयोग किया जा रहा है। कुछ वर्ष पूर्व जब स्कूल की रंगाई-पोताई का काम प्राचार्य साहू द्वारा करवाया गया तब संस्था का नाम गुरु घासीदास शासकीय उच्च.माध्य.शाला लिखा था उसे भी मिटा कर संत गुरु घासीदास बाबा का नाम मिटा दिया गया है और आज तक संस्था का नाम नहीं लिखा गया है। नए बिल्डिंग में नाम बदल कर शासकीय उच्चत माध्यमिक शाला लिखा गया है।

समाज के प्रतिनिधियों का आरोप है कि शिक्षा विभाग ने अब तक इस दिशा में संज्ञान लेकर कोई सार्थक कार्रवाई नहीं की है। दस्तावेजी साक्ष्य देकर बताया गया कि जब दो अलग-अलग संस्थाओ के नाम पर सील साइन कर प्राचार्य के द्वारा शिक्षा विभाग के अधिकारियों के कार्यालय को जानकारी भेजी जाती है तो विभाग ने अब तक इस विषय में संज्ञान क्यों नहीं लिया वहीं शासन के आदेश की अवहेलना कर धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले प्राचार्य से स्पष्टिकरण क्यों नहीं मांगा गया। इसे लेकर समाज के प्रतिनिधियों ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों की भूमिका पर भी संदेह किया है।

गुरु घासीदास स्कूल ठेलकाडीह को राज्य शासन द्वारा भेजी जाने वाली राशि की भी जांच की मांग जिला सतनामी समाज की प्रतिनिधियों ने की है और कहा हैं कि विद्यालय प्रबंधन द्वारा कहां-कहां शासन से प्राप्त राशि खर्च की गई है तथा ऑडिट में क्या मिला है इसकी जांच होनी चाहिए। शाला प्रबंधन द्वारा क्रय सामग्री को लेकर संदेश जाहिर किया गया है और जांच की मांग की गई है।

डोंगरगढ़ विधानसभा क्षेत्र में ठेलकाडीह सहित आस-पास के गाँव में संत बाबा गुरु घासीदास के अनुयायियों की संख्या सर्वाधिक है इसलिए ठेलकाडीह पंचायत के सरपंच सहित इस क्षेत्र के जनपद सदस्य, जिला पंचायत सदस्य से ले कर विधायक का पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है और समस्त पदों पर सतनामी समाज के जनप्रतिनिधि निर्वाचित है जो संत बाबा गुरुघासीदास को मानने वाले लोग हैं। समाज के प्रतिनिधियों का आरोप है कि प्राचार्य साहू के द्वारा दुर्भावनापूर्ण और पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर संत गुरु घासीदास के नाम को अपमानित कर एक मिशन के तहत उनके नाम को मिटाने के लिए काम किया जा रहा हैं। इससे सतनामी समाज में भारी रोष व्याप्त है और समाज के मान-सम्मान को ठेस पहुंचाया गया है।
ज्ञापन सौंपने पहुंचे प्रतिनिधियों ने यह भी आरोप लगाया है कि सतनामी समाज के छात्र-छात्राओं से अप्रत्यक्ष रूप से प्राचार्य साहू द्वारा अपमानजनक व्यवहार किया जाता होगा तथा सतनामी समाज से आने वाले कंपनी प्लेसमेंट शिक्षक धनेन्द्र टोडर का फर्जी शिकायत कर स्थाननांतरण भी सोची समझी रणनीति के तहत प्राचार्य के द्वारा करवाया गया है और अपने रिश्तेदार सतीश साहू को जो उनके विचारधारा के व्यक्ति है उससे ठेलकाडीह लाने में सफल रहे है। इन आरोपों के साथ जिला सतनामी समाज के प्रतिनिधियों ने कलेक्टर के प्रतिनिधि के रूप में मौजूद डिप्टी कलेक्टर व एसडीएम टंकेश्वर प्रसाद साहू से अविलंब ठेलकाडीह स्कूल के प्राचार्य डी.के. साहू पर सख्त कार्यवाही करने व शिक्षा विभाग की भूमिका की जांच का आग्रह किया है और चेतावनी दी है कि अगर जांच कर कार्रवाई नहीं की गई तो सतनामी समाज आंदोलन की राह पर अग्रसर होने के लिए बाध्य रहेगा। इस दौरान जिला सतनामी समाज के अध्यक्ष खुमान देशलहरे, संरक्षक भोज बंजारे, ठेलकाडीह ग्राम पटेल केजनाथ, समलिया खरे, किशन राम, गुलाब चंदेल, अधिवक्ता ज्ञान दास बंजारे, भीम रेजीमेंट के जिला अध्यक्ष उमेश कोठले, गोपी टंडन, भीम सिंह टंडन, दीपक देशलहरे, तिरीथ कुर्रे,
संतराम बंजारे, गरीबा खुटेल, रुपदास खरे, कृष्णा बंजारे, अनिल बांगड़े, रेवल टंडन, श्रीराम कुर्रे, बलराम जांगड़े सहित सतनामी समाज के प्रतिनिधि मौजूद थे।

मामले को लेकर समाज द्वारा विरोध की जानकारी मिलने के बाद गुरु घासीदास शाला प्रबंधन हरकत में आ गया हैं। खबर हैं कि प्राचार्य साहू द्वारा सतनामी समाज के विरोध प्रदर्शन की जानकारी मिलने के बाद विद्यालय परिसर से मिटाए गए गुरु घासीदास बाबा के नाम को फिर से रंग रोगन कर लिखाया गया हैं। पूरे मामले को लेकर प्राचार्य दिलीप कुमार साहू का पक्ष लेने उनके मोबाइल नंबर 96913 00826 पर संपर्क किया गया लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।

प्राचार्य द्वारा विद्यालय के नाम से छेड़छाड़ करने की शिकायत ज्ञापन के माध्यम से मिली है। जिला सतनामी समाज के प्रतिनिधियों को आश्वस्त किया गया है कि मामले में निष्पक्ष जांच कर न्याय पूर्वक कार्रवाई की जाएगी।

टंकेश्वर प्रसाद साहू, डिप्टी कलेक्टर खैरागढ़

जिला सतनामी समाज के प्रतिनिधि ज्ञापन सौंपने आए थे। प्राचार्य द्वारा विद्यालय के नाम से छेड़छाड़ किया गया है, जांच कर उचित प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी।

लालजी द्विवेदी, जिला शिक्षा अधिकारी खैरागढ़

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