खैरागढ़ महोत्सव का सांसद करेंगे उद्घाटन, देश-विदेश के ख्याति प्राप्त कलाकारों की होगी भव्य प्रस्तुतियां


राष्ट्रपति के आगमन के कारण मुख्यमंत्री व विधानसभा अध्यक्ष का कार्यक्रम बदला
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़। सांस्कृतिक वैभव और कला-साधना की ऐतिहासिक धरती खैरागढ़ में आगामी खैरागढ़ महोत्सव 2025 का शुभारंभ इस वर्ष और भी अधिक भव्यता के साथ होने जा रहा है। महोत्सव के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में राजनांदगांव लोकसभा सांसद संतोष पांडे शिरकत करेंगे जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो.डॉ.लवली शर्मा द्वारा की जाएगी। कार्यक्रम में अति विशिष्ट अतिथि के रूप में पंडरिया विधायक भावना बोहरा, जिला पंचायत की अध्यक्ष प्रियंका खम्हन ताम्रकार तथा जिला पंचायत उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह की उपस्थिति महोत्सव को गरिमा प्रदान करेगी। उल्लेखनीय है कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ.रमन सिंह तथा प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री टंक राम वर्मा महोत्सव में शामिल होने वाले थे किन्तु राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के छत्तीसगढ़ आगमन को लेकर राज्य स्तरीय प्रोटोकॉल में बदलाव के चलते वे खैरागढ़ नहीं आ सकेंगे।

विश्व स्तरीय कलाकारों की अद्वितीय प्रस्तुतियां रहेंगी मुख्य आकर्षण

बुधवार 19 नवंबर 2025 को शाम 5 बजे
खैरागढ़ महोत्सव में विशेष प्रस्तुति प्रतिध्वनि- पूरब से पश्चिम तक का आयोजन होगा जिसमें महोत्सव के विभिन्न सत्रों में देश-विदेश से आए प्रतिष्ठित कलाकार अपनी विशिष्ट कला-शैली से दर्शकों को मंत्रमुग्ध करेंगे। इस वर्ष की प्रस्तुतियों में भारतीय शास्त्रीय संगीत, लोकसंस्कृति, वाद्य-संगीत और उपशास्त्रीय गायन का अनूठा संगम देखने को मिलेगा। महोत्सव में विश्व प्रसिद्ध संगीतकार और सैक्सोफोन वादक प्रो.बेंजामिन बून की शानदार प्रस्तुति होगी जो अमेरिका के अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संगीतकार है और संगीत शास्त्रीय, जैज़ और बहुसांस्कृतिक परंपराओं का अद्भुत संगम प्रदान करते है। 35 से अधिक देशों में उनका प्रदर्शन हो चुका है और वे 18 प्रमुख पुरस्कारों से सम्मानित हैं। उनके 28 म्यूज़िकल रिकॉर्डिंग्स और प्रतिष्ठित पब्लिक रेडियो नेटवर्क्स पर प्रसारित कार्यक्रमों ने उन्हें वैश्विक पहचान दिलाई है। वर्तमान में वे कैलिफ़ोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी फ़्रेस्नो में प्रोफेसर हैं। उनके साथ द्वितीय प्रस्तुति के रूप में देश की अग्रणी महिला सितार वादक, संगीत चिकित्सक व खैरागढ़ विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो.लवली शर्मा इस महोत्सव की अध्यक्षता करते हुए स्वयं भी अपनी विशिष्ट कला का प्रदर्शन करेंगी। 15 से अधिक देशों में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकीं श्रीमती शर्मा देश की पहली महिला सितार वादक हैं जिन्हें डी.लीट की उपाधि प्राप्त है। संगीत चिकित्सा के क्षेत्र में उनके अभिनव प्रयोगों ने उन्हें वैश्विक पहचान दिलाई है। उन्होंने आज़मगढ़ कारागार की महिला कैदियों पर संगीत-चिकित्सा का सफल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया प्रयोग किया था।

इसके बाद ऑल इंडिया रेडियो के टॉप-ग्रेड तबला वादक गौरीशंकर कर्मकार की प्रस्तुति होगी जो विश्व के श्रेष्ठ तबला कलाकारों में गिने जाते हैं। पिछले तीन दशकों से अमेरिका सहित अनेक देशों में मंचन कर चुके कर्मकार ने स्कूल ऑफ इंडियन पेर्कस्कशन एंड म्यूजिक औस्टिन (यूएसए) की स्थापना की है। इनके वादन में दिल्ली, पंजाब और फ़र्रुखाबाद घरानों की सम्मिलित रचनात्मक छटा दिखाई देती है वहीं अगली प्रस्तुति वृंदावन (उ.प्र.) की प्रसिद्ध उपशास्त्रीय गायिका आस्था गोस्वामी की होगी जो किराना घराने की प्रतिनिधि कलाकार हैं। उन्होंने आईटीसी संगीत अनुसंधान अकादमी कोलकाता में पं.अरुण भादुड़ी तथा पद्म विभूषण गिरीजा देवी से प्रशिक्षण प्राप्त किया है। दो दशकों से अधिक समय से वे भारत और विदेशों के प्रतिष्ठित मंचों पर गायन की संवेदना और सुर के माधुर्य से श्रोताओं को अभिभूत करती आ रही हैं। उन्हें सुरमणि सहित अनेक सम्मान प्राप्त हो चुके हैं। अंतिम प्रस्तुति के रूप में बालोद के प्रसिद्ध लोकसंगीत साधक जितेंद्र कुमार साहू व समूह अपना प्रदर्शन करेंगे जो न केवल एक बहुमुखी लोककलाकार बल्कि कुशल गीतकार, निर्देशक और शिक्षक भी हैं। सोनहा बादर संस्था के संस्थापक श्री साहू ने अनेक युवा कलाकारों को मंच प्रदान किया है। उनकी नाट्य प्रस्तुति तितिरिया जनम को राष्ट्रीय स्तर पर सराहना और सम्मान प्राप्त हुआ है। छत्तीसगढ़ी संस्कृति की खुशबू से भीगी उनकी प्रस्तुतियां हर दर्शक को बांध लेती हैं। इससे पहले विश्वविद्यालय के लोक संगीत एवं कला संकाय के छात्र-छात्राओं की आकर्षक प्रस्तुति होगी। खैरागढ़ महोत्सव 2025 इस वर्ष सांस्कृतिक विविधता, भारतीय संगीत की समृद्ध परंपरा और अंतरराष्ट्रीय कला-संगम का अद्वितीय उत्सव बनने जा रहा है जिसका कला-प्रेमी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।