खपरी दरबार में ग्रामीणों का ऐतिहासिक निर्णय, गांव में पूर्ण शराबबंदी लागू

शराब बंदी के लिए 14 सदस्यीय निगरानी समिति गठित

सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. ग्राम खपरी में अवैध शराब कारोबार और पुलिस संरक्षण की शिकायतों के बीच ग्रामीणों ने एकमत होकर पूर्ण शराबबंदी लागू कर दी है। दो दिनों की तीन बैठकों के बाद लिया गया यह फैसला अब सामाजिक आंदोलन का रूप ले चुका है। गांव में अब कच्ची महुआ शराब का निर्माण बिक्री और सेवन पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। इस निर्णय को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए 14 सदस्यीय निगरानी समिति गठित की गई है। समिति को नियम उल्लंघन पर कार्यवाही करने जुर्माना वसूलने और सूचना देने वालों को इनाम देने के अधिकार दिए गए हैं। समिति के पास कार्यवाही के विशेष अधिकार समिति के सदस्य राजेश निषाद, लक्की नेताम, पन्नू यादव और दीनदयाल जंघेल ने बताया कि अब गांव में शराब से जुड़ी किसी भी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। समिति पूरी सक्रियता से निगरानी करेगी और आवश्यकतानुसार प्रशासनिक स्तर पर भी कार्यवाही की जाएगी।
ग्रामीणों ने लिए ये महत्वपूर्ण निर्णय
अवैध शराब बेचने पर ₹20,000 का जुर्माना लगेगा। शराब बेचने वालों की सूचना देने पर ₹5,000 तक इनाम मिलेगा। बार-बार चेतावनी के बावजूद उल्लंघन करने पर सामाजिक बहिष्कार होगा। शराब बनाने/बेचने वालों को ग्रामीण स्वयं पकड़कर पुलिस के हवाले करेंगे।
प्रशासन पर गंभीर आरोप ग्रामीणों ने संभाली कमान
बैठक में ग्रामीणों ने थाना प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि अवैध शराब कारोबारी ₹25,000 से ₹50,000 तक की रिश्वत देकर पुलिस से सेटिंग कर लेते हैं और खुलेआम कहते हैं हमारा थाना में सेटिंग है पैसा देकर छूट जाएंगे हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। इन हालातों से आहत होकर ग्रामीणों ने निर्णय लिया कि अब वे प्रशासन की मदद के बिना संगठित होकर नशा मुक्ति का मोर्चा खुद संभालेंगे।
खपरी का निर्णय बना क्षेत्र की प्रेरणा
ग्राम खपरी का यह कदम केवल एक सामाजिक प्रतिबद्धता नहीं बल्कि प्रशासनिक लापरवाही के खिलाफ जनप्रतिरोध की मिसाल बन गया है। खपरी अब एक ऐसा गांव बन गया है जहां शासन के स्थान पर समाज ने स्वयं नियंत्रण की जिम्मेदारी ली है। समिति के सदस्य लक्ष्मण निषाद, दीनदयाल जंघेल, पन्नालाल साहू, नेहरू साहू, कामता बघेल, लक्की नेताम, सरपंच तोरण साहू, पूर्व सरपंच प्रतिनिधि वीरेंद्र साहू, राजेश निषाद, राहुल साहू, पन्नू यादव, ध्रुव जंघेल, यादव राम जंघेल, अमीर जंघेल को चुना गया है।