नई शिक्षा नीति के तहत बच्चों के लिये समर कैंप सह कार्यशाला का हुआ समापन

तीन दिवसीय कार्यशाला में बच्चों ने सीखा कला कौशल का हुनर

सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. इलीजियम पब्लिक स्कूल दाऊचौरा में 5 मई से 7 मई तक आयोजित तीन दिवसीय समर कैंप का बुधवार को समापन हुआ। नई शिक्षा नीति के अनुरूप आयोजित इस निःशुल्क आर्ट एंड क्राफ्ट कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य बच्चों में सृजनात्मक कौशल को समृद्ध बनाना और व्यवसायिक शिक्षा को प्रोत्साहित करना था। कार्यशाला में बच्चों को पेंसिल, वाटर कलर, पोस्टर कलर, वेक्स कलर के उपयोग के साथ-साथ न्यूज़ पेपरों से कोलाज आर्ट, पेपर बेग, पेपर मेसी और रंगीन पेपर आर्ट से अनेक वस्तुओं का निर्माण करना सिखाया गया। बच्चों के कौशल विकास पर विशेष ध्यान देते हुये मिट्टी कला, ऊन और धागे से विभिन्न प्रकार की आकृतियों का निर्माण और पत्थरों व पत्तियों से कलाकृतियाँ बनाना भी सिखाया गया। कार्यशाला के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद प्रतिनिधि भागवत शरण सिंह ने कहा कि इस कार्यशाला में जो कुछ भी सीखा है उसे समाज में बाँटना है। पर्यावरण की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है और हमें अपने धर्मों को जानने के लिये अपने धार्मिक ग्रंथों को पढ़ना चाहिये। सेवाभावी संस्था शाँतिदूत के संयोजक अनुराग शाँति तुरे ने कहा कि हर बच्चों में एक नैसर्गिक प्रतिभा छिपी होती है जिसके कारण उनका मौलिक विकास होता है और यही प्रतिभा हम सबको आगे बढ़ाती है बशर्ते किसी भी कार्य में निहित सफलता के लिये लगातार डटे रहना आवश्यक होता है। इलीजियम पब्लिक स्कूल के डायरेक्टर डॉ.अरुण भारद्वाज ने कहा कि बच्चों को इसी उम्र में जो कुछ भी सिखाया जाता है वे उसे याद रखते हैं। उन्होंने कार्यशाला में बच्चों के उत्साह की सराहना की और भविष्य में भी शाला परिवार की ओर से सहयोग का आश्वासन दिया। शिविर में प्रशिक्षक के रूप में डॉ.जयप्रभा शर्मा, आनंद वैष्णव, जहीन खान, बाबा भाई, जान्हवी और नम्रता खैरागढ़ ने बच्चों का मार्गदर्शन किया। शिविर में शामिल सभी बच्चों को प्रमाणपत्र वितरित किये गये इस अवसर पर अन्य अतिथि के रूप में निर्मल त्रिवेणी महा अभियान के संयोजक सूरज देवांगन एवं सह संयोजक मंगल सारथी एवं युवा पत्रकार एवं कला समीक्षक प्रशांत सहारे विशेष तौर पर उपस्थित रहे। इस समर कैंप के आयोजन में इलीजियम पब्लिक स्कूल, आवाज फ़िल्म एंड थियेटर सोसायटी, नागरिक एकता मंच, आत्मनिर्भर खैरागढ़ अभियान और अन्य समाजसेवी संस्थाओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा। समापन समारोह में सभी प्रतिभागियों और सहयोगियों के प्रति आभार व्यक्त किया गया।