उदयपुर पैलेस बलवा कांड में जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष सहित सहयोगी गिरफ्तार


1 साल 10 माह 21 दिन बाद पुलिस ने दिखाया दम
6 अलग-अलग धाराओं के तहत न्यायिक रिमांड में भेजा गया जेल
सत्यमेव/न्यूज़ खैरागढ़. उदयपुर पैलेस में राज परिवार के संपत्ति विवाद को लेकर हुये बलवा कांड मामले में लगभग 2 साल बाद पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस जवानों से मारपीट उनकी गाड़ियों में तोड़फोड़ सहित सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने आदि गंभीर मामलों को लेकर 1 साल 10 माह 21 दिन बाद जिले की छुईखदान पुलिस ने जिला युवा कांग्रेस के अध्यक्ष गुलशन तिवारी व उसके सहयोगी दादू खान को हिरासत में लिया है. आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में लेकर न्यायालय में पेश किया गया जहां से आरोपियों को जेल भेज दिया गया है. इस मामले को लेकर विवेचना कर रहे हैं एसआई मुरली बघेल ने बताया कि उदयपुर पैलेस में हुए बलवा कांड मामले में पुलिस ने दो गिरफ्तारियां की है जिसमें आरोपी गुलशन तिवारी पिता नरेंद्र उम्र 35 वर्ष निवासी ग्राम उदयपुर व दादू पिता हामिद खान उम्र 32 वर्ष निवासी ग्राम उदयपुर थाना छुईखदान को न्यायिक हिरासत में लेकर जेल दाखिल किया गया है. बताया गया कि मामले में पुलिस अभी भी वीडियो फुटेज खंगाल रही है. आरोपियों के विरुद्ध शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने आईपीसी की धारा 186, शासकीय कर्मचारी से मारपीट करने धारा 353, बलवा उत्पन्न करनेधारा 147, जानबूझकर डरा धमका कर चोट पहुंचाने धारा 332, कुचेष्टा से हानि पहुंचाने आईपीसी की धारा 427 व 3/1 लोक संपत्ति निवारण अधिनियम अपराध पंजीकृत किया गया था. मामले में राजनीतिक कारणों से नाम अपराध दर्ज न कर अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध जुर्म दर्ज हुआ था, बताया जा रहा है कि 21 नवंबर को जिला पुलिस कप्तान अंकित शर्मा ने जिलेभर के थाने में पेंडिंग अपराधों के निराकरण को लेकर आवश्यक मीटिंग की थी इसके बाद 30 दिसंबर 2021 को विधायक रहें स्व.देवव्रत सिंह की मृत्यु के 56 दिन बाद उदयपुर पैलेस के बहुचर्चित बलवा कांड को लेकर आरोपियों के विरुद्ध नामजद अपराध दर्ज किया गया और 22 नवंबर की अलसुबह 5:00 बजे जिला युवा कांग्रेस के अध्यक्ष गुलशन तिवारी सहित कुल 7 लोगों को घर से गिरफ्तार किया गया.
राजनीतिक कारणों से अटकी हुई थी कार्रवाई
उदयपुर बलवा कांड को लेकर लगभग 2 वर्ष तक राजनीति कारणों से ही कार्रवाई अटकी हुई थी. वर्तमान में विधानसभा के चुनाव के कारण आदर्श आचार संहिता के दौरान ही पुलिस ने इस बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया, जिसमें एसपी अंकित शर्मा सहित पुलिस के आलाधिकारियों का अहम योगदान है. बता दें कि उदयपुर बलवा मामले में 30 दिसंबर 2021 को राज परिवार के संपत्ति मामले को लेकर जमकर विवाद हुआ था, देवव्रत सिंह के समर्थकों सहित ग्रामीण राजा आर्यव्रत सिंह के समर्थन और रानी विभा सिंह के विरोध में उग्र हो गए थे. राज परिवार का पारिवारिक विवाद सड़क पर आ चुका था और इसी दौरान उग्र लोगों ने न केवल उदयपुर पैलेस का गेट तोड़ा, मंदिर आदि में तोड़फोड़ की बल्कि पुलिस के जवानों के साथ मारपीट कर तत्कालीन एसडीओपी की शासकीय टाटा सूमो वाहन क्रमांक CG 03 5887 सहित शासकीय वाहनों व रानी विभा सिंह व उनके अधिवक्ता अनुराग झा के वाहनों मैं तोड़फोड़ की थी.
देर से ही सही पर कार्रवाई हुई – विभा सिंह
मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद रानी विभा सिंह का बयान सामने आया है, उन्होंने कहा है कि देर सवेर ही सही गुलशन तिवारी जैसे गुंडो के खिलाफ अपराध दर्ज हुआ. गुलशन तिवारी में उसके लोग लगातार मुझे परेशान करते रहे हैं, उदयपुर के खेतों से चोरी सहित मेरे लोगों को भगाया जाता रहा है. पूरी कार्रवाई के लिए मैं एसपी अंकित शर्मा व पुलिस प्रशासन को धन्यवाद देती हूँ.
बलवा कांड में और हो सकती है गिरफ्तारी- पुलिस
उदयपुर बलवा कांड को लेकर और गिरफ्तारी हो सकती है. मामले को लेकर एक्शन मोड में आई पुलिस ने ऐसे संकेत दिए हैं कि और गिरफ्तारियां हो सकती हैं. मामले की विवेचना कर रहे हैं एसआई मुरली बघेल का कहना है कि लगातार वीडियो फुटेज वह फोटो खंगाले जा रहे हैं, साक्ष्य के आधार पर ही आगे और गिरफ्तारियां हो सकती हैं.