एक चित्र सौ शब्दों के बराबर होता है- मूर्तिकार किशोर शर्मा
सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. छत्तीसगढ़ के पारंपरिक, शास्त्रीय और स्थानीय विधाओं को बढ़ावा देने तथा युवाओं के भीतर छुपे हुनर व कलाकारों को मंच प्रदान करने युवा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. ब्लॉक स्तरीय युवा महोत्सव में चित्रकला प्रतियोगिता के निर्णायक किशोर शर्मा समकालीन मूर्तिकार-चित्रकार ने अपने उद्बोधन में कहा कि एक चित्र सौ शब्दों के बराबर होता है. सम्पूर्ण कला का उद्गम लोक कलाओं से ही है. कला, कलाकार बनाता है और कलाकार, कला बनाता है. छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति विश्वविख्यात है. ऐसे आयोजनों से हमारी कला और संस्कृति को बढ़ावा मिलता है साथ ही आने वाली पीढिय़ों के लिये मार्गदर्शन, सहेजने और संवर्धन को लेकर उनके प्रति सम्मान का भाव जागृत होता है.
कलाकारों को संबोधित करते हुये आयोजन के स्वरूप व विषय को रेखांकित किया गया. चित्रकला प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति को अनेक रूपों और माध्यमों में चित्रित किया. कु.रचना मरकाम ने आदिवासियों के पारंपरिक गहना नांगमोरी को खूबसूरती से चित्रित किया साथ ही यहां के प्रतीकों को कलात्मक रूप देकर अपने कागज में एक्रिलिक रंग से रंगीन किया और हंसराज सिंह ने मृदंग बजाते हुये युवा को लय ताल के साथ उसके उत्साह को रेखांकित किया. प्रतियोगिता में मन्नत सिंह, करन कुमार, दीपक कुमार प्रजापति, जयांश चौरसिया और धनेश सोनी ने छत्तीसगढ़ के मूल लिबासों सहित अनेक प्रतीको को समावेशित करते हुये अपने-अपने कला विधि और मॉडर्न कला के अद्भुत संयोजन से दर्शकों का मन मोह लिया.
प्रतियोगिता में 34 प्रतिभागियों ने नामांकन किया था जिसमें प्रथम रचना मरकाम रही वहीं द्वितीय हंसराज सिंह रहे. खो-खो बालिका में विजय कुमार वर्मा की टीम बैहाटोला द्वितीय रहे. कार्यक्रम जनपद पंचायत खैरागढ़ के मार्गदर्शन में ग्राम पंचायत सलोनी के मिनी स्टेडियम में संपन्न हुआ जहां जनपद पंचायत सीईओ चित्रदत्त दुबे, ग्राम पंचायत सरपंच, जनपद सदस्य और सचिव तथा अतिथियों के करकमलों से विजयी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया.