आत्मानंद कन्या स्कूल में 10वीं बोर्ड के गणित पेपर में नकल प्रकरण का मामला फिर गरमाया

नकल प्रकरण को लेकर ईमानदार छात्रों ने खोला मोर्चा
सत्यमेव न्यूज/खैरागढ़. केसीजी जिला मुख्यालय के आत्मानंद कन्या स्कूल में गणित पेपर में नकल प्रकरण का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. ज्ञात है कि बीते 9 मार्च को स्कूल परिसर में नकल प्रकरण से संबंधित शिकायत ज्ञापन वहीं के परीक्षार्थी छात्रों द्वारा कलेक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपा गया था जिसमें छात्रों ने विशेष रूप से नकल प्रकरण कराने एवं कुछ शिक्षक के संलिप्त होने की बात कलेक्टर सहित डीईओ को बताई थी. इसके बाद जांच कमेटी गठित होने पर आज तक कोई सार्थक कार्यवाही नहीं हो पायी हैं. जांच को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा कन्या शाला आत्मानंद स्कूल में नकल प्रकरण के मामले में छात्रों द्वारा शिकायत करने पर तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारी फत्तेराम राम कोसरिया द्वारा जांच कमेटी टीम गठित की गई थी जिसमें जांच टीम द्वारा आज तक कोई कार्रवाई नहीं करना मामले में कई शंकाओं को जन्म देता है.
नकल प्रकरण की पोल खोलने वाले शिकायतकर्ता छात्र-छात्राओं को मिल रही धमकी
नोटिस देने की धमकी पर बिफरे छात्र छात्रों द्वारा शिकायत किए जाने पर कुछ छात्रों को धमकी भरा फोन कॉल आया तो कुछ को मौखिक रूप से धमकी दी गई हैं जिसके विरोध में छात्रों ने कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचकर कलेक्टर के नाम ज्ञापन देने की त्वरित कार्रवाई की एवं ज्ञापन में उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके पास व्हाट्सएप एवं फोन कॉल में कुछ शिक्षकों द्वारा धमकी देने की बात कही गई है. जांच कमेटी टीम में डॉ.रश्मि खरे सहायक संचालक जिला शिक्षा अधिकारी, किशोरी लाल अमेला सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी खैरागढ़, गिरेंद्र सुधाकर सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी छुईखदान शामिल हैं. विभाग द्वारा केंद्राध्यक्ष एवं चार पर्यवेक्षकों को नोटिस दिया गया हैं. बोर्ड एग्जाम में नकल प्रकरण को लेकर उक्त मामले में विभाग द्वारा कुछ विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि 22 मार्च को जांच दल द्वारा स्कूल परिसर में जांच टीम की अगवाई में जांच प्रक्रिया होगी. जहाँ मुख्य रूप से शिकायतकर्ता छात्र-छात्राओं से जवाब-तलब कर जांच टीम द्वारा आगे की कार्रवाई की जाएगी लेकिन पूरे मामले में विडंबना यह है कि नकल करने वाले शिक्षकों व नकल करने वाले छात्रों को छोड़कर शिकायत करने वाले ईमानदार छात्र-छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, जो सिस्टम की पोल खोलता है कि कैसे गलत काम करने वाले लोग बच निकलते हैं और सही का साथ देने वाले बेवजह परेशान होते हैं.