
कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से अंबेडकर चौक में मनाया गया संविधान दिवस
संविधान दिवस पर संक्षिप्त संगोष्ठी का भी हुआ आयोजन
वक्ताओं ने संविधान की मूल भावना पर डाला प्रकाश
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़। जिला मुख्यालय खैरागढ़ में बौद्ध समाज द्वारा 76वां संविधान दिवस बड़े सम्मान, उत्कट उत्साह और सामाजिक एकता के संदेश के साथ मनाया गया। शाम 6 बजे अंबेडकर चौक पर नागरिक बड़ी संख्या में एकत्रित हुए और भारतीय संविधान के शिल्पकार डॉ.बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। कार्यक्रम की शुरुआत भगवान बुद्ध की पंचशील एवं त्रिशरण वंदना से हुई जिसके बाद पूरा वातावरण शांति, प्रेरणा और संविधान के प्रति आदर की भावना से भर उठा। इसके पश्चात समाज के प्रमुख सलाहकार अनुराग शांति तुरे द्वारा संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन कराया गया। प्रस्तावना का गूंजता हुआ उच्चारण मानो संविधान के मूल्यों के प्रति संकल्प का पुनः स्मरण करा रहा था।

संविधान पर प्रबुद्ध वक्ताओं ने रखे विचार
समाज के संरक्षक मधुकर चोखांद्रे ने कहा कि बाबा साहेब अम्बेडकर द्वारा निर्मित भारतीय संविधान संपूर्ण राष्ट्र और सभी सामाजिक वर्गों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। यह किसी एक समुदाय का नहीं बल्कि हर भारतीय का संविधान है। अतः प्रत्येक नागरिक को इसके पालन और उत्सव में सहभागिता करनी चाहिए। शिक्षक रूपेश देवांगन ने शिक्षा को संविधान की आत्मा बताया। उन्होंने कहा कि बच्चों को संविधान-सम्मत गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देकर ही समाज को प्रगति की नई दिशा दी जा सकती है। वक्ता राजू यदु ने बाबा साहेब की संघर्षपूर्ण शिक्षा-यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि कठिन परिस्थितियों को पार कर उन्होंने भारत को विश्व का सबसे सशक्त और सर्वसमावेशी संविधान प्रदान किया। शिक्षक एवं वक्ता डॉ.मकसूद अहमद ने भारतीय संविधान को विश्व का महानतम लिखित संविधान बताते हुए कहा कि इसका पालन करना हर नागरिक का कर्तव्य है। उन्होंने लोगों को शिक्षा के प्रति सतत जागरूक रहने की सलाह दी।समाजसेवी समशुल होदा खान ने संविधान को बाबा साहेब की ऐतिहासिक देन बताते हुए कहा कि आज देश समान अधिकारों और लोकतांत्रिक व्यवस्था में आगे बढ़ रहा है तो यह उनके दूरदृष्टि का परिणाम है। कार्यक्रम का संचालन करते हुए अनुराग शांति तुरे ने संविधान की मूल अवधारणाओं, निहित शक्तियों और नागरिक कर्तव्यों पर प्रकाश डालते हुए नई पीढ़ी में संवैधानिक जागरूकता फैलाने की अपील की। आभार प्रदर्शन समाज के सचिव विमल बोरकर द्वारा किया गया। कार्यक्रम में बौद्ध समाज के कर्मठ अध्यक्ष उत्तम बागड़े, संरक्षक मधुकर चोखांद्रे, भोजराज ऊके, समाजसेवी अविनाश सिप्पी, आनंद ढाकुलकर, अविनाश सिंह, मीडिया प्रभारी प्रदीप बोरकर, दलबीर सिंह, नरेंद्र मेश्राम, अनिल सहारे, याक़ूब खान, राजकुमार बोरकर, विनोद रजक, मंगल सारथी, प्रियांशु नागदेवे, गगन गणवीर सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे। महिला मंडल की सक्रिय उपस्थिति भी विशेष उल्लेखनीय रही इसमें कविता नागदेवे, जयमाला बागड़े, मुस्कान चौरे, सुशीला राउत, अनीता ऊके, निवेदिता बोमले, सपना गणवीर, सविता मेश्राम, ज्योति रंगारी, ज्योति मेश्राम, सुभद्रा नागवंशी, नंदा नागदेवे, सपना मेश्राम, यामिनी नागदेवे, प्रिया नागदेवे शामिल रही।

