खैरागढ़ में नेशनल लोक अदालत में सुलझे कई पेचीदा मामले, पीड़ितजनों को लाखों रुपए की अवार्ड राशि हुई प्राप्त

वर्चुअल कॉन्फ्रेंसिंग और भौतिक माध्यम से प्रकरणों का हुआ निपटारा
सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के तत्वधान में तालुक विधिक सेवा समिति खैरागढ़ में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया जिसमें प्रकरण के पक्षकारों को भौतिक रूप से एवं वर्चुअल कांफ्रेंसिंग दोनों मुख्य माध्यम से मामले में सुलह की सुविधा प्रदान की गई उक्त नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ बुजुर्ग पक्षकारों द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के तैल चित्र पर पूजा अर्चना कर की गई न्यायाधीश चन्द्र कुमार कश्यप अपर जिला एवं सत्र न्यायालय खैरागढ़ के 6 प्रकरणों को पक्षकारों से सहमति उपरांत मामले का निपटारा कर उन्हें लाभान्वित किया गया. इनमें 4 दावा प्रकरणों में कुल अवार्ड राशि 6 लाख 15 हजार 295 रू, अन्य 2 सिविल प्रकरण में ₹3 लाख 94 हजार 804रू. में हुआ वही प्री-लिटिगेशन नगर पालिका खैरागढ़ के 15 मामले में 57237 रुपए व 2 बैंक रिकवरी केस में 4000 रू. में हुआ इसी प्रकार विवेक गर्ग मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट खैरागढ़ के 138 चेक बाउंस के 2 मामले में ₹44000, ट्रैफिक चालान में 192 मामलों में ₹28300 और कैसेस ऑफ यू/एस 321, 258 सीआरपीसी एंडऑल अदर पेटी ऑफेंस ईटीसी बाय स्पेशल सीटिंग मजिस्ट्रेट के 58 प्रकरणों में 34000 रूपए की अवार्ड राशि पास हुई और 20 आपराधिक मामलों में भी समझौता हुआ हैं. इसी तरह गुरुप्रसाद देवांगन न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी न्यायालय में क्रिमिनल कंपाउंडेबल ऑफेंस केसेस 29 और ट्रैफिक चालान में 43 मामलों में ₹12900 और वही कैसेस ऑफ यू/एस 321, 258 सीआरपीसी एंड ऑल अदर पेटी ऑफेंस ईटीसी बाय स्पेशल सीटिंग मजिस्ट्रेट के 13 प्रकरणों में 7900 केस में अवार्ड राशि पास हुई. राजीनामा करने के लिये तालुका विधिक सेवा समिति द्वारा प्री-सिटिंग की व्यवस्था भी की गई थी, जहां लोगों को आपसी सुलह से राजीनामा करने के लिए प्रेरित किया गया. इसी तर्ज पर नेशनल लोक अदालत में कुल 380 केसों का निपटारा हुआ जिसमें कुल अवार्ड 11,98,436 रुपए पारित हुआ. राजस्व न्यायालयों में प्रीति लारुकर तहसीलदार खैरागढ़ कुल 107 मामले निराकृत किया गया. इस नेशनल लोक अदालत को सफल बनाने में कोर्ट स्टाफ सहित पैरालीगल वालंटियर गोलूदास साहू, छविराज, कला प्रजापति सुलहकर्ता अधिवक्ता प्रकाश सिंह राजपूत, गिरिराज ठाकुर, शत्रुघ्न वर्मा, चंद्रशेखर वर्मा, ज्ञान दास, महेश साहू, रामकुमार जांगड़े, पं.मिहिर झा, सूर्यदमन सिंह, विक्रम यदु, भुनेश्वर वर्मा, साबरा बानो, सुनीलकांत पांडे, सुबोधकांत पांडे, सतीश सिंघानिया, मनोज चौबे, विवेक कुर्रे, कौशल कोसरे, नीरज झा, सर्वेश ओसवाल, घम्मन साहू, मनरखन देवांगन, शत्रुघ्न वर्मा, विवेक कुर्रे, सुरेश साहू, सत्यकला वर्मा आदि का सराहनीय सहयोग प्राप्त हुआ.
5 वर्ष से भी ज्यादा समय से लंबित प्रकरण का हुआ निराकरण
ज्ञात हो कि विक्रांत सिंह पिता बद्री विशाल सिंह विरुद्ध श्रीमती लताबाई पति लेलेंद्र कुमार लोधी वगैरह का प्रकरण विक्रय संविदा की प्रतिज्ञापूर्ति एवं स्थाई निषेधाज्ञा के लिये पेश किया गया था, जो की 5 वर्षों से अधिक समय से चल रहा था. नेशनल लोक अदालत में पीठासीन अधिकारी व अधिवक्तागण के द्वारा दी गई समझाईश के फलस्वरूप दोनों पक्ष आपस में राजीनामा करने के लिये तैयार हुये और दोनों पक्ष आपस में राजीनामा कर लिया. इस प्रकार दोनों पक्षो ने प्रेम भाव से मामले में सहमति दी. नेशनल लोक अदालत में अवार्ड राशि पारित हुआ जिससे बेसहारों को अपनी आजीविका हेतु राशि प्राप्त हुई, सहारा प्राप्त हुआ, जिससे उनका पूरा परिवार खुश हुये और आंखों से खुशियों के आंसू छलकने लगे. उनका परिवार यह सोचकर खुश हुये कि अवार्ड राशि से अब और उनकी दैनिक आवश्यकताएं भी पूरी हो पाएंगी. इस पूरी प्रक्रिया के लिए तालुका विधिक सेवा समिति लोक अदालत टीम का बहुत-बहुत धन्यवाद किया और लोक अदालत को गरीबों का मसीहा बताकर पुनः पीड़ितजनों ने धन्यवाद ज्ञापित किया.