खैरागढ़ नगर पालिका में जिम सामग्री घोटाले में अवर सचिव ने जारी किया नोटिस

पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष रहे पार्षद शैलेन्द्र वर्मा पर लटक रही प्रशासनिक कार्यवाही की तलवार
नगर पालिका अधिनियम की धारा 35 के तहत जारी किया गया है नोटिस
खरीदी घोटाले में पहले ही तत्कालीन सीएमओ पर गिर चुकी है निलंबन की गाज
सत्यमेव न्यूज़ खैरागढ़. खैरागढ़ नगर पालिका में हुये बहुचर्चित जिम सामग्री घोटाले को लेकर छग शासन नगरी प्रशासन विभाग द्वारा पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष रहे पार्षद शैलेन्द्र वर्मा को नोटिस जारी किया गया है। जानकारी अनुसार बीते साल नगर पालिका परिषद् खैरागढ़ में जिम सहित अन्य सामग्रियों की खरीदी के नाम पर लगभग 38 लाख रूपये के फर्जी भुगतान प्रकरण में नगरीय प्रशासन विभाग की अवर सचिव डॉ.रितु वर्मा ने तत्कालीन पालिका अध्यक्ष शैलेन्द्र वर्मा को पालिका अधिनियम की धारा 35 के तहत कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नोटिस में 15 दिन के भीतर जवाब मांगा गया है अन्यथा एकतरफा कार्यवाही की चेतावनी दी गई है। फर्जीवाड़ा मामले में नोटिस जारी होने के बाद खैरागढ़ के राजनीतिक गलियारों में नई चर्चा शुरू हो गई है। गौरतलब है कि हाल ही में हुये नगर पालिका अध्यक्ष चुनाव में नाटकीय घटनाक्रम के बीच मामले से जुड़े तत्कालीन पालिका अध्यक्ष व वार्ड क्र.01 के पार्षद शैलेन्द्र वर्मा ने कांग्रेस छोड़ भाजपा की शरण ले ली थी। मामले में सीएमओ सहित तत्कालीन अध्यक्ष शैलेन्द्र वर्मा पर आरोप है कि अध्यक्ष व पार्षद निधि से 38 लाख रूपये से अधिक की जिम सामग्री खरीदी को लेकर फर्जीवाड़ा किया गया है। इस मामले में तत्कालीन सीएमओ रहे कुलदीप झा को निलंबित भी किया जा चुका है। बताया जा रहा है कि फर्जीवाड़े को लेकर जारी किये गये चेक में तत्कालीन पालिका अध्यक्ष शैलेन्द्र वर्मा व सीएमओ रहे कुलदीप झा के हस्ताक्षर से फर्म को राशि हस्तांतरित की गई थी। इस बात की जानकारी के बाद पूर्व नगर पालिका उपाध्यक्ष व वर्तमान में जिला भाजपा के महामंत्री रामाधार रजक ने मामले की शिकायत शासन स्तर पर की थी। जांच के दौरान जिम खरीदी प्रकरण से संबंधित कोई भी वैध दस्तावेज नहीं मिले थे, केवल कैशबुक में भुगतान की प्रवृष्टि कर फर्जीवाड़े की पुष्टि हुई थी जिसके बाद सीएमओ को निलंबित कर दिया गया था वहीं अब शैलेन्द्र वर्मा को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है। बताया जा रहा है कि अगर उचित जांच व कार्यवाही हुई तो नगर पालिका अधिनियम की धारा 35 के तहत शैलेन्द्र वर्मा को पार्षद पद से बर्खास्त कर दिया जायेगा।
मामले की निष्पक्ष जांच कर कार्यवाही करे प्रशासन- कांग्रेस
नोटिस जारी होने के बाद पूरे मामले को लेकर कांग्रेस की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया सामने आयी है। पालिका के पूर्व पार्षद व नेता प्रतिपक्ष रहे विधायक प्रतिनिधि मनराखन देवांगन ने कहा है कि जिम सामग्री खरीदी घोटाले में फर्जी भुगतान को लेकर शैलेन्द्र वर्मा की संलिप्तता प्रमाणित हो चुकी है। इस मामले में सीएमओ निलंबित हो चुके हैं और अब नियमानुसार शैलेन्द्र वर्मा को पार्षद पद से बर्खास्त किया जाना चाहिये। अगर निष्पक्ष जांच कार्यवाही नहीं की गई तो मामले की उच्च स्तरीय शिकायत की जायेगी और मामले को लेकर हाई कोर्ट भी जायेंगे। श्री देवांगन ने बताया कि जिम खरीदी घोटाले की परिणिति के बाद ही शैलेन्द्र के अध्यक्ष पद से इस्तीफा और भाजपा प्रवेश की नाटकीय स्थिति निर्मित हुई है। दल बदलकर आरोपी पार्षद कार्यवाही से बचना चाहते हैं लेकिन कांग्रेस पार्टी निष्पक्ष जांच की मांग कर न्यायालय की शरण में जायेगी।
नगरीय प्रशासन विभाग से मामले में तत्कालीन पालिका अध्यक्ष को नोटिस जारी किया गया है, संबंधित को नोटिस भेजकर पावती उच्च कार्यालय को प्रेषित की गई है।
प्रमोद शुक्ला
सीएमओ नगर पालिका खैरागढ़
नोटिस मिलने के बाद मेरे द्वारा अपना पक्ष रख जवाब दे दिया गया है।
शैलेन्द्र वर्मा, तत्कालीन पालिका अध्यक्ष व पार्षद