साय सरकार में शिक्षा विभाग बना नियुक्ति उद्योग- विधायक यशोदा वर्मा

सत्यमेव न्यूज/खैरागढ़. दो दिन पहले प्रभारी डीईओ फत्तेराम कोसरिया की जगह कन्या शाला डोंगरगढ़ के प्राचार्य लालजी द्विवेदी की प्रभारी डीईओ के रूप मे नियुक्ति पर विधायक यशोदा वर्मा ने आपत्ति दर्ज की है. आर्थिक अनियमितता के मामलों में दोषी रहे प्राचार्य को जिला शिक्षा अधिकारी का प्रभार सौंपे जाने पर विधायक यशोदा वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार की नीयत तीन महिनों में ही साफ हो गई है. पूरे प्रदेश में कनिष्ठ प्राचार्यों को प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी नियुक्त किया जाना अनुचित है इसलिए तत्काल इस सूची को रद्द किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि जिले मे शिक्षा अधिकारी का प्रभार प्राचार्य लालजी द्विवेदी को सौंपा गया है जो कि राजनांदगांव जिले के छुरिया ब्लाक मे बीईओ रहते आर्थिक अनियमितताओं के दोषी रहे हैं. ऐसे लोकसेवक को बड़ी जिम्मेदारी दिया जाना अनुचित है. इससे उन दूसरों को भी संरक्षण मिल जाएगा जो इस तरह के मामलों में आरोपी हैं या दोषी हैं. इस नियुक्ति से गलत संदेशा जाएगा. शिक्षा विभाग को अपनी यह नियुक्ति बिना देर किए वापस लेनी चाहिए. जिले में प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी की नियुक्ति पर विधायक ने कहा कि शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय प्राचार्य लालजी द्विवेदी काफी कनिष्ठ हैं. डीईओ जैसी बड़ी जिम्मेदारी वाला पद वरिष्ठता क्रम और पदोन्नति से भरा जाना चाहिए था जिसकी सरकार ने घोर उपेक्षा की है. नए प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी की नियुक्ति का विरोध करते हुए उन्होने उक्त पद पर काबिल अधिकारी की तैनाती की मांग की हैं.
सरकार के नुमांइदो ने बनाया शिक्षा विभाग को उद्योग
विधायक यशोदा वर्मा ने कहा कि एक ओर विष्णुदेव सरकार के नुमाइंदे भ्रष्टाचार, अनियमितता मुक्त सुशासन का दावा कर रहे हैं. वे विभागों को ऑनलाईन करने सहित कई सब्जबाग दिखा रहे हैं जबकि उनके इस दावे के एक दिन पहले ही अनियमितताओं से अटी पड़ी शिक्षा विभाग की सूची जारी हो रही है. इसे लेकर पूरे प्रदेश में हल्ला है लेकिन सरकार चुप्पी साधे हुए है. उन्होंने इन नियुक्तियों को रद्द कर तत्काल जांच कमेटी बनाकर इसकी जांच की मांग करते हुए कहा कि सूची मे प्रथम छृष्टया अवलोकन से स्पष्ट नजऱ आ रहा है कि इसमें गड़बड़ी की गई है. शिक्षा विभाग में जिम्मेदारों ने नियुक्ति को उद्योग बना दिया है उन पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.