Advertisement
IMG-20241028-WA0001
IMG-20241028-WA0002
previous arrow
next arrow
KCG

पांडादाह में रामकथा समागम 2025 की तैयारी जोरों पर

सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. मंदिर सेवा समिति पांडादाह द्वारा आयोजित महती बैठक में निर्णय लिया गया है कि विगत 13 वर्षों से आयोजित श्रीरामकथा समागम का आयोजन इस वर्ष दिनांक 10, 11 और 12 अप्रैल को आयोजित किया जाएगा। बैठक में मंदिर सेवा समिति के संयोजक पं. मिहिर झा ने बताया कि हनुमान जयंती के शुभ अवसर पर संकट मोचन हनुमान जी महाराज की मूर्ति स्थापना की जाएगी। राजगामी सपदा न्यास राजनांदगांव के अमूल्य सहयोग से रानी सूर्यमुखी देवी स्मृति समारोह के रूप में प्रतिवर्ष यह कथा समारोह मनाया जाता है। इस वर्ष प्रेम मूर्ति प्रेम भूषण जी महाराज की कथा अनुरागी श्रीसत्यनारायण महाराज संगीत मय राम कथा भगवान बलदेव जी मंदिर प्रांगण में अपने श्रीमुख से सुनाएंगे। रामकथा एवं प्राण प्रतिष्ठा समारोह में अविभाजित राजनांदगांव जिले एवं खैरागढ़ जिले के समस्त जनप्रतिनिधियों समाज सेवकों एवं राम भक्तों को आमंत्रित किए जाने की निर्णय लिया गया है तथा मंदिर सेवा समिति के सदस्यगण इस क्षेत्र के सभी प्रमुख गांव में घर-घर पहुंचकर पीला चावल देकर प्रत्येक परिवार को आमंत्रित किए जाने का भी निर्णय लिया गया है। कार्यक्रम को अंतिम रूप देने के लिए बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है वहीं हनुमान जी की मूर्ति निर्माण कलाकारों द्वारा किया जा रहा है तथा मूर्ति को साथ सज्जित किए जाने की भी कार्यवाही प्रगति पर है इस अवसर पर मंदिर सेवा समिति के अध्यक्ष पं.मिहिर झा, सचिन राजू यादव, नरोत्तम सिन्हा, संजय यादव, सत्येंद्र साहू, बंसीलाल वर्मा, राजकुमार यादव, रामेश्वर रामटेक, संतोष कर्ष, रिंकू महोबिया, संतोष पुजारी सहित मंदिर सेवा समिति के सदस्यों सहित ग्रामवासी उपस्थित थे। आयोजन को लेकर पूरे क्षेत्र में उत्साह एवं धर्मप्रेम का माहौल है। उल्लेखनीय है कि इस क्षेत्र के करीब 50 ग्रामों के लोग अपने सभी शुभ कार्यों को भगवान बलदेव जी के पुण्य स्मरण से ही प्रारंभ करते हैं मंदिर सेवा समिति की ओर से आयोजित रामकथा की प्रसिद्धि पूरे छत्तीसगढ़ में हैं और देश के प्रसिद्ध रामकथा वाचकों को आमंत्रित कर विगत 13 वर्ष से आयोजित होने वाले इस धार्मिक कार्यक्रम को लेकर क्षेत्र में असीम उत्साह का माहौल नजर आ रहा है।

Satyamev News

आम लोगों की खास आवाज

Related Articles

Back to top button

You cannot copy content of this page