खैरागढ़ से लगे दपका में आगजनी से उजड़ा गरीबों आशियाना

आगजनी से बेघर हुये गरीब परिवार के तीन मासूम
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़। जिला मुख्यालय खैरागढ़ से लगे ग्राम दपका में अचानक लगी भीषण आग ने एक गरीब परिवार की जिंदगी पूरी तरह बदल दी। आशा निषाद का झोपड़ीनुमा घर आग की लपटों में समा गया और कुछ ही देर में राख हो गया। घटना के समय आशा अपने तीन बच्चों भारती 16 वर्ष, आकाश 12 वर्ष और पायल 10 वर्ष के साथ अपने माता-पिता के घर गई हुई थीं। उनका बेटा आकाश अपने बड़े पिता के घर खेलने गया था। इसी बीच अचानक आग भड़क उठी और घर को अपनी चपेट में ले लिया। घर में रखे बर्तन, किताबें, कपड़े, चावल और अन्य घरेलू सामान सब जलकर राख हो गया। दो साल पहले ही पति महेश निषाद का निधन हो चुका था। पहले ही दुखी परिवार अब अचानक बेघर हो गया है। उनके पास न रहने की छत है और न ही रोजमर्रा का जीवन यापन करने का कोई साधन बचा है।

ग्रामीणों ने घटना की सूचना फायर ब्रिगेड को दी लेकिन दपका तक की टूटी-फूटी सड़क और गड्ढों से भरे रास्ते ने दमकल वाहन की रफ्तार रोक दी। करीब आधे घंटे की देरी से दमकल पहुंची तब तक घर पूरी तरह जलकर राख हो चुका था। ग्रामीणों ने प्रशासन पर नाराजगी जताते हुए कहा कि खराब सड़क ने इस तबाही को और बढ़ा दिया हालांकि गांव के लोगों और शिक्षकों ने तुरंत मदद का हाथ बढ़ाया और 500- 500 रुपये की राशि जुटाकर आशा को दी। फिलहाल वह अपने जीजा के घर शरण लिए हुए हैं। घटना की जानकारी पुलिस थाने और राजस्व पटवारी को दे दी गई है। ग्रामीणों का कहना है कि सरकार ऐसे गरीब परिवारों की मदद और गांव की सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं पर ध्यान दे ताकि भविष्य में इस तरह की आपदाओं से बच्चों और परिवारों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।