खैरागढ़ में आयोजित नेशनल लोक अदालत में 678 प्रकरणों का हुआ निपटारा

अदालत ने 88 लाख से अधिक की अवार्ड राशि की पारित
वर्चुअल व भौतिक माध्यम से किया गया आयोजन

सत्यमेव न्यूज़ खैरागढ़. छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के तत्वाधान में तालुक विधिक सेवा समिति खैरागढ़ में नेशनल लोक अदालत का आयोजन शनिवार 21 सितंबर को किया गया। इस दौरान प्रकरण के पक्षकारों को भौतिक रूप से तथा वर्चुअल कॉन्फ्रेंसिंग दोनों माध्यम से मामले में सुलह की सुविधा प्रदान की गई थी। कार्यक्रम का शुभारंभ पक्षकारों द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व डॉ.भीमराव आम्बेडकर के तैलचित्र की पूजा अर्चना कर की गई जिसमें एडीजे चन्द्र कुमार कश्यप, सीजेएम विवेक गर्ग, जेएमएफसी गुरु प्रसाद देवांगन, पैरालीगल वालंटियर गोलूदास साहू, कला प्रजापति, छविराज व कोर्ट स्टाफ सहित अधिवक्तागण शामिल हुये। नेशनल लोक अदालत में कुल 678 प्रकरणों का निपटारा किया गया जिसमे 88 लाख 66 हजार 723 रुपए अवार्ड राशि पारित की गई। न्यायाधीश चन्द्र कुमार कश्यप के 16 प्रकरणों को पक्षकारों से सहमति उपरांत मामले का निपटारा कर उन्हें लाभान्वित किया गया जिसमें 12 दावा प्रकरणों में कुल अवार्ड राशि 58 लाख 69 हजार 942 रू, अदर सिविल केसेस 2 में 20 लाख 39 हजार 559 रू व 138 चेक बाउंस के 2 मामले में 2 लाख 45 हजार रु शामिल है वहीं प्री-लिटिगेशन नगर पालिका खैरागढ़ के 4 मामले में 23148 रु., बीएसएनएल के 3 केस में 5259 रू., बैंक रिकवरी के 1 केस में 88246 रू पारित किया गया। इसी प्रकार मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट खैरागढ़ विवेक गर्ग के न्यायालय में ट्रैफिक चालान के 260 मामलों में 26 हजार रू. तथा कैसेस ऑफ यू/एस 321, 258 सीआरपीसी एंड ऑल अदर पेटी ऑफेंस ईटीसी बाय स्पेशल सीटिंग मजिस्ट्रेट के 87 प्रकरणों में 48 हजार रू., अन्य सिविल प्रकरण 1 में 5 लाख 73 रू. की अवार्ड राशि पास की गई वहीं 9 अपराधिक मामलों में भी समझौता कराया गया। गुरुप्रसाद देवांगन न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी न्यायालय में ट्रैफिक चालान के 100 मामलों में 10 हजार रू. और कैसेस ऑफ यू/एस 321, 258 सीआरपीसी एंड ऑल अदर पेटी ऑफेंस ईटीसी बाय स्पेशल सीटिंग मजिस्ट्रेट के 13 प्रकरणों में 11500 अवार्ड राशि पास की गई साथ ही 24 क्रिमिनल कंपाउंडेबल केसेस में भी राजी खुशी से समझौता किया गया। तहसीलदार खैरागढ़ के न्यायालय में भी 160 प्रकरणों का निराकरण किया गया। राजीनामा करने के लिये तालुका विधिक सेवा समिति द्वारा प्री सिटिंग की व्यवस्था भी की गई थी जहां लोगों को आपसी सुलह से राजीनामा करने के लिए प्रेरित किया गया। नेशनल लोक अदालत को सफल बनाने में सुलहकर्ता अधिवक्ता मिहिर झा, संदीप दास वैष्णव, घम्मन साहू, भुवनेश्वर वर्मा, मनराखन देवांगन, राजेंद्र जंघेल, कौशल कोसरे, ज्ञान दास बंजारे, साबरा बानो, कमलेश मारकंडे, नीरज झा, भगवानी वर्मा, महेश साहू, रामकुमार जांगड़े, सुरेश ठाकुर, एडी वर्मा, रामकुमार जांगड़े, सर्वेश ओसवाल, शत्रुघ्न वर्मा, सुरेश साहू, सत्यकला वर्मा सहित पैरालीगल वालेंटियर गोलूदास साहू, छविराज व कला प्रजापति का योगदान रहा।