ऑडियो वायरल कांड में श्रम निरीक्षक लोकेंद्र वैष्णव से जवाब तलब, जांच प्रक्रिया शुरू

श्रम विभाग में लगातार अवैध वसूली की मिलती रही है शिकायत
बिना रुपए दिए श्रम विभाग में नहीं होता कोई काम
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. “मंत्री आ रहे हैं, खर्चा लगेगा…” – इस वाक्य से शुरू हुई एक कथित ऑडियो क्लिप ने छत्तीसगढ़ के श्रम विभाग में हलचल मचा दी है। वायरल ऑडियो में खैरागढ़-छुईखदान-गंडई क्षेत्र के श्रम निरीक्षक लोकेंद्र वैष्णव द्वारा योजनाओं की स्वीकृति और भुगतान के एवज में हितग्राहियों से पैसे की मांग करते हुए सुना गया, जिसमें उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों और मंत्री के नामों का भी उल्लेख किया। ऑडियो सामने आने के बाद हमारे प्रतिनिधि ने इस संबंध में खबर प्रकाशित की थी, जिस पर श्रमायुक्त कार्यालय ने तत्काल संज्ञान लेते हुए निरीक्षक वैष्णव से दो दिनों के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है। जानकारी अनुसार श्रम निरीक्षक वैष्णव ने हितग्राही पुष्पराज और अजीत कुमार साहू से विभिन्न योजनाओं के तहत स्वीकृति एवं भुगतान के लिए 5000 रुपये की मांग की। शिकायत के आधार पर सीएससी संचालक व हितग्राहियों द्वारा श्रम विभाग में औपचारिक शिकायत भी दर्ज कराई गई है।
शासन की सिविल सेवा आचरण नियमों का उल्लंघन
श्रमायुक्त कार्यालय द्वारा जारी नोटिस में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि यदि श्रम निरीक्षक द्वारा पैसों की मांग की पुष्टि होती है तो यह छत्तीसगढ़ शासन सेवा आचरण नियम 1966 का गंभीर उल्लंघन माना जाएगा।
अनुशासनात्मक कार्रवाई की दी गई चेतावनी
इस मामले में उप श्रमायुक्त द्वारा जारी पत्र में उल्लेख किया गया है कि यदि निरीक्षक वैष्णव निर्धारित समय में संतोषजनक जवाब नहीं देते हैं तो उनके विरुद्ध विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
फिलहाल विभागीय जांच की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है और सभी पक्षों से बयान व प्रमाण जुटाए जा रहे हैं।