खैरागढ़ में आगामी 8 दिसंबर से 11 दिसंबर तक होगा विश्वव्यापी धार्मिक अनुष्ठान
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सहित देश-प्रदेश की नामचीन हस्तियां पहुंचेंगी अनुष्ठान में
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. विश्व कल्याण की भावना से खैरागढ़ में आहूत हो रहे 51 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ की तैयारियां अंतिम चरण में है। ज्ञात हो कि खैरागढ़ के ऐतिहासिक फतेह सिंह खेल मैदान में आगामी 8 दिसंबर से 11 दिसंबर तक 4 दिवसीय विश्वव्यापी धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन गायत्री परिवार व जनमानस के सहयोग से कराया जा रहा है। खबर है कि आयोजन में प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सहित देश-प्रदेश की कई नामचीन हस्तियां शामिल होंगी। उक्त धार्मिक अनुष्ठान को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में है और फतेह मैदान में यज्ञशाला व हवन कुंड के निर्माण के साथ ही बैठक व्यवस्था के लिये पंडाल लगाने का काम किया जा रहा है।
महायज्ञ में लगभग 1 लाख लोगों के शामिल होने का अनुमान
51 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ के आयोजन में लगभग 1 लाख श्रद्धालुओं के शामिल होने का अनुमान लगाया जा रहा है। गायत्री परिवार के संयोजक व समाजसेवी सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि महायज्ञ की सफलता के लिये तैयारियां व प्रचार कार्यक्रम अपने अंतिम चरण में है। प्रतिदिन प्रचार करने 70 से अधिक महिला व पुरूष श्रद्धालु प्रचार कार्यक्रम में जुटे हुये हैं। लगभग 15 हजार से अधिक पॉम्प्लेट का वितरण किया जा चुका है। ध्वनि विस्तारक यंत्र के द्वारा 4 अलग-अलग वाहनों से भी यज्ञ में शामिल होने धर्मप्रेमियों को गांव-गांव पहुंचकर आमंत्रित किया जा रहा है। केसीजी जिले में अब तक लगभग 100 से अधिक गांवों में प्रचार कार्य पूर्ण हो चुका है वहीं छुईखदान-गंडई व ठेलकाडीह में गायत्री परिवार की टोली पृथक से प्रचार कर रही है। श्री सिंह ने बताया कि जनसहयोग की भावना से महायज्ञ को सफल बनाने लगातार धर्मप्रेेमियों का सहयोग मिल रहा है। एबीस गु्रप के प्रमुख बहादुर अली द्वारा यज्ञ कार्य के लिये 151 टीन शुद्ध तेल की व्यवस्था की गई है वहीं राजनांदगांव सब्जी मंडी से प्रतिदिन आधी कीमत में सब्जी का वाहन खैरागढ़ पहुंचाया जायेगा। यज्ञ के लिये कोचर फार्म की ओर से 200 खाम केला की भी व्यवस्था की गई है। सुरेंद्र सिंह ने बताया कि 8 दिसंबर को महायज्ञ प्रारंभ होने के साथ भव्य कलश यात्रा निकाली जायेगी। महायज्ञ में शामिल होने आचार्यजनों की रूकने व भोजन आदि की पृथक से व्यवस्था की जा रही है। महायज्ञ संपन्न कराने समस्त आचार्यगण शांतिकुंज हरिद्वार से पधारेंगे।