वन विभाग में 50 लाख से अधिक के फर्जी मस्टरोल के सहारे करोड़ों रुपए का निर्माण
मामला उत्तर बोरतलाव (North Bortlaw) परीक्षेत्र के कटेमा वन क्षेत्र में 2 करोड़ से अधिक के कार्यों का
विलास जाम्भुलकर
सत्यमेव न्यूज़/डोंगरगढ़. उपवन मंडल डोंगरगढ़ (Sub Forest Division Dongargarh) के उत्तर बोरतलाव क्षेत्र अंतर्गत आने वाले घोर नक्सली वन क्षेत्र कटेमा (Katema) में बांस के संरक्षण व संवर्धन के विभिन्न कार्यों के नाम पर स्वीकृत करोड़ों रुपए (crores of rupees) के कार्य में मजदूरों के नाम से 50 लाख रुपए से अधिक के फर्जी मजदूरी वाउचर (bogus wage voucher) को जमा करने का मामला सामने आया है. फर्जी हाजिरी (bogus attendance) भरने वाले वन अधिकारी की शिकायत उप वन मंडलाधिकारी डोंगरगढ़ से एक सप्ताह पूर्व की गई थी किंतु उनके द्वारा शिकायत पर किसी भी प्रकार का संज्ञान न लेकर, संबंधित विभाग के अधिकारी को बचाने का प्रयास किया जा रहा है.
यहां तक उन्होंने शिकायत (Complaint) के संबंध में किसी प्रकार की जानकारी देना भी जरूरी नहीं समझा. प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्य वन संरक्षक दुर्ग वित्त दुर्ग एवं वन मंडलाधिकारी खैरागढ़ (Divisional Forest Officer Khairagarh) द्वारा स्वीकृत राशि से उत्तर बोरतलाव वन परीक्षेत्र के वन क्षेत्र कटेमा में बास कूप दल्लीखोली,खुर्सीपार कक्ष क्र.299, कोटना पानी कक्ष क्र.400 सहित अन्य कक्षों में बास भिर्रा मिट्टी चढ़ाई, फेंसिंग सहित विभिन्न कार्यों के लिए 2 करोड़ (2 crores) से अधिक की राशि स्वीकृत किए जाने की जानकारी प्राप्त हुई है. उक्त सभी कार्यों के लिए मजदूरी भुगतान हेतु विभाग में जो दस्तावेज उत्तर बोरतलाव क्षेत्र के तत्कालीन प्रभारी वन परीक्षेत्र (Incharge Forest Examiner) सुदेश उजवने व वनपाल संजय जायसवाल द्वारा जमा किए गए थे. वर्तमान में वन परीक्षेत्र अधिकारी (Forest Range Officer) सुदेश उजवने का अन्यत्र स्थानांतरण हो गया है. पता चला है कि मजदूरी व्हाउचर में एक से अधिक नाबालिक के नाम से मजदूरी भुगतान दर्शाया गया है, जो इन दिनों स्कूल में अध्ययनरत है. इसके साथ ही मस्टर रोल में शामिल सभी नाम निर्माण स्थल से लगभग 30 किलोमीटर दूर के निवासी है तथा अधिकांश मजदूरो द्वारा उन दिनों रोजगार गारंटी में भी कार्य किया गया था.