वनांचल में पोल्ट्री फार्म खोलने की थी तैयारी, बरगांव नवागांव, सांकरी और लिमउटोला के ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर किया विरोध
वनवासी ग्रामीणों का आरोप भ्रम में रखकर बरगांव में शुरू किया जा रहा पोल्ट्री फार्म
बिना सहमति 48 एकड़ के बड़े इलाके में पोल्ट्री फार्म खोलने की चल रही है तैयारी
सत्यमेव न्यूज़ खैरागढ़. जिले के वनांचल क्षेत्र में पोल्ट्री फार्म खोलने की तैयारी की जानकारी मिलने के बाद इलाके के वनवासी ग्रामीणों ने इसका सीधा विरोध किया है। क्षेत्रीय जिला सदस्य व जिला पंचायत सभापति विप्लव साहू के नेतृत्व में सरपंच कृष्णकुमार मंडले, ग्राम पटेल भागीराम पड़ौती व बाबुलाल मंडावी की अगुवाई में बरगांव नवागांव, सांकरी व लिमउटोला सहित आसपास के ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर इसका विरोध किया है। अपर कलेक्टर प्रेम कुमार पटेल को सौंपे ज्ञापन में ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम बरगांव, नवागांव, सांकरी व लिमउटोला के नजदीक ग्राम बरगांव के राजस्व खसरा क्र. 57, 51/1 व 152 में तकरीबन 48 एकड़ भूमि के रकबे में इंडियन ब्रायलर गु्रप द्वारा बिना ग्रामीणों की सहमति व जानकारी के भ्रम में रखकर मुर्गी फैक्ट्री ओपन किया जा रहा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि ग्रामसभा में बताये गये अनुमानित जमीन से अधिक भूमि पर फैक्ट्री का निर्माण कार्य हो रहा है जो गांव से लगभग 700 मीटर की दूरी पर स्थित है। ग्रामीणों ने कहा है कि गांव के इतने नजदीक पोल्ट्री फार्म खुलने से गांव में अनावश्यक दुर्गंध, मच्छर और अन्य बीमारियों का प्रकोप बढ़ जायेगा। बता दे कि वनांचल का यह इलाका मलेरिया डेंजर जोन में भी आता है। विरोध करने पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि यह क्षेत्र अनुसूचित जनजाति बाहुल्य क्षेत्र है और इस क्षेत्र में 5वीं अनुसूची और पेसा कानून का उन्हें अधिकार मिलना चाहिये लेकिन सरकार पूंजीपतियों के दबाव में आकर एकात्मवादी योजनाओं को मंजूरी दे रही है जिससे उद्योगपतियों को तो फायदा है लेकिन सीधे तौर पर वनवासी ग्रामीणों को इसका नुकसान उठाना पड़ेगा। इस दौरान ग्रामीणों ने कलेक्टर से आग्रह किया है कि पोल्ट्री फार्म का प्रोजेक्ट बंद होना चाहिये और यह वनांचल व क्षेत्रवासियों के हित में जरूरी भी है। अगर ऐसा नहीं किया गया तो सभी ग्रामीण उग्र आंदोलन कर इसका विरोध करते रहेंगे।