लखपति दीदी योजना अंर्तगत विभागीय अभिसरण के लिये हुआ कार्यशाला का आयोजन

सत्यमेव न्यूज़ खैरागढ़. कलेक्टर कार्यालय में शनिवार को लखपति दीदी पहल अंतर्गत जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। उक्त कार्यशाला में कृषि विभाग, पशुपालन विभाग , उद्यान विभाग, लीड बैंक अधिकारी, वन विभाग आदि के अधिकारी ने अपने-अपने विभाग की हितग्राही मूलक योजनाओं की जानकारी दी। इस कार्यशाला में विकासखंड स्तर के एन.आर.एल.एम.योजना के अधिकारी कर्मचारी बीपीएम, एरिया कोऑर्डिनेटर एवं सामुदायिक संवर्ग पीआरपी एवं एफ.एल.सी.आर.पी. उपस्थित हुये, जिन्होंने विभागीय योजनाओं की जानकारी एवं वृहद प्रशिक्षण प्राप्त किया। कार्यशाला में सर्वप्रथम अपर कलेक्टर प्रेम कुमार पटेल द्वारा प्रतिभागियों को लखपति दीदी बनाने के लिये विभागीय योजनाओं से लाभान्वित करने के विषय में मार्गदर्शन किया। तत्पश्चात एन.आर.एल.एम. के डीपीएम उमेश कुमार तिवारी के द्वारा लखपति दीदी पहल योजना के उद्देश्य एवं विकासखंड वार लक्ष्य की जानकारी दी गई। कृषि विभाग के अधिकारी के द्वारा बीज संवर्धन योजना, शाकंभरी योजना, बोर खनन सब्सिडी योजना, कृषि बीमा योजना, खाद बीज पर सब्सिडी की जानकारी दी गई। उद्यानिकी विभाग के अधिकारी के द्वारा सभी प्रकार के खेती को बढ़ावा देने के लिये शासन की योजनाओं एवं इससे होने वाले लाभों की जानकारी दी जिसमें उन्नत किस्म के सब्जी बीज, नींबू, भाजी की खेती सम्मिलित हैं। पशुधन विकास विभाग द्वारा उन्नत किस्म का गाय पालन, सब्सिडी योजना पर मुर्गीपालन, बकरी पालन, पशुओं का समय पर टीकाकरण के लाभ, कृत्रिम गर्भदान योजना, राज्य डेयरी उद्यमिता योजना एवं पशु आहार, उन्नत किस्म के पशु चारे की जानकारी दी गई। मत्स्य पालन विभाग द्वारा भी सब्सिडी पर मछली जाल, मछली बीज, मछली पालन के लिये तालाब के लीज की जानकारी दी गई। लीड बैंक अधिकारी द्वारा व्यावसायिक गतिविधियों के लिये मुद्रा लोन, स्वयं सिद्धा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, सुरक्षा बीमा योजना की जानकारी दी गई। वन विभाग के अधिकारी द्वारा वन धन केंद्र के माध्यम से एम.एस.पी. दर पर वनोपज विक्रय से लाभ की जानकारी दी गई। साथ ही लाख पालन एवं रेशम पालन से लाभ की जानकारी प्रदान की गई। प्रदान तकनीकी सहयोग संस्था, उद्योग विभाग, श्रम विभाग, मनरेगा योजना के अधिकारियों ने भी हितग्राही मूलक योजनाओं की जानकारी प्रदान की। इन योजनाओं से लाभान्वित कर स्व-सहायता समूह की महिलाओं को लाभान्वित कर उन्हें लखपति दीदी बनाया जा सकता है। कार्यशाला के अंत में प्रशिक्षण प्राप्तकर्ताओं के शंकाओं का समाधान किया गया।