रिटायर्ड इंजीनियर की कार को मारी टक्कर, दुर्घटना के बाद तैश में आयी महिला अधिकारी ने धमकाया, अपराध दर्ज
स्टेट हाईवे में गोपालपुर पुलिया के पास घटी घटना
पुलिस ने चालक के खिलाफ दर्ज किया अपराध
महिला अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही नहीं, दी क्लीन चीट
सत्यमेव न्यूज/खैरागढ़. खैरागढ़ से होकर गुजरने वाले राजनांदगांव-कवर्धा स्टेट हाईवे में यूं तो रोजाना ही दुर्घटनाएं घटती रहती है लेकिन सोमवार 17 अप्रैल को ठेलकाडीह से पहले ग्राम गोपालपुर के पास सड़क दुर्घटना में एक अलग स्थिति निर्मित हुई और अपने पद के नशे में चूर एक महिला अधिकारी ने उम्रदराज सेवानिवृत्त इंजीनियर को धमका दिया. दरअसल राजनांदगांव पूनम कॉलोनी निवासी गणेश राम देवांगन पिता स्व.बंशीलाल देवांगन उम्र 65 वर्ष जो जल संसाधन विभाग से 3 वर्ष पूर्व ही सहायक अभियंता के पद से सेवानिवृत्त हुये हैं पारिवारिक कार्य से राजनांदगांव से गंडई अपनी मारूति स्वीट कार क्र.सीजी 08 एटी 7077 से जा रहे थे तभी गोपालपुर पुलिया के पास सुबह 11:45 बजे तेज रतार से लापरवाहीपूर्वक आ रहे बोलेरो क्र.सीजी 17 केएन 9977 के चालक ने श्री देवांगन की कार को टक्कर मार दी जिससे उनकी कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और गनिमत कार में सवार रिटायर्ड इंजीनियर सहित एक अन्य की जान बच गई. दुर्घटना के बाद प्रार्थी ने बोलेरो कार को रूकवाकर नुकसान की भरपाई करने और दुर्घटना के अवलोकन की बात कही तभी बोलेरो जीप में बैठी महिला जिसने अपना नाम रोशनी भगत टोप्पो मुय कार्यपालन अधिकारी खैरागढ़ जनपद पंचायत बताते हुये धमकाने लगी कि तुम ड्राईवर से बात मत करो मेरे से बात करो. तुमको जो करना है कर लो. ऐसी धमकी देते हुये वह अपने ड्राईवर के साथ निकल गई. दुर्घटना से आहत रिटायर्ड इंजीनियर ने बोलेरो जीप का नंबर नोट किया और ठेलकाडीह पुलिस थाने पहुंचकर दुर्घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस ने प्रार्थी की शिकायत पर आईपीसी की धारा 279 (सार्वजनिक मार्ग पर जल्दबाजी व लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाते हुये किसी को नुकसान पहुंचाना) के तहत वाहन चालक के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध किया है लेकिन महिला अधिकारी के विरूद्ध कोई कार्यवाही नहीं की है.
आरोपी महिला अधिकारी कलेक्ट्रेट में हैं संलग्न
जानकारी अनुसार रिटायर्ड इंजीनियर गणेश राम देवांगन को दुर्घटना के बाद धमकाने वाली आरोपी महिला अधिकारी वर्तमान में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत खैरागढ़ के पद पर नहीं है, पूर्व में वह यहां पदस्थ रही हैं लेकिन जनपद पंचायत में लगातार उपजे विवाद के कारण जिला बनने के बाद जिलाधीश ने उन्हें आदिम जाति कल्याण विभाग केसीजी में संलग्र अधिकारी के रूप में कार्य सौंपा है किंतु उम्रदराज सेवानिवृत्त शासकीय कर्मी से महिला अधिकारी के द्वारा किये गये कृत्य से प्रार्थी पक्ष क्षुब्ध है और कार्यवाही की मांग कर रहा है.