रश्मि देवी जलाशय में भ्रष्टाचार का आरोप- कांग्रेस की मिशन संडे की टीम ने किया निरीक्षण

खैरागढ़ विधायक सहित कांग्रेस के नेता पहुंचे निरीक्षण करने
जलाशय में अधूरे कार्यों पर जताई गई कड़ी आपत्ति

सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. विधायक यशोदा नीलांबर वर्मा के निर्देश में चलने वाली मिशन संडे की टीम ने एक बार फिर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। रविवार को टीम ने ग्राम छींदारी स्थित रानी रश्मि देवी सिंह जलाशय (पर्यटन केंद्र) का निरीक्षण किया जहां 41 लाख की कार्य योजना में भारी अनियमितताएं उजागर हुई।
निरीक्षण के दौरान स्थल पर कोई भी कार्य पूर्ण नहीं पाया गया जबकि संबंधित मदों का भुगतान वन विभाग द्वारा पूरा कर दिया गया है। कार्यों की गुणवत्ता भी अत्यंत निम्न स्तर की पाई गई—किचन शेड, मचान, कुर्सियां और बैठने की व्यवस्थाएं बांस और इतर हिन लकड़ियों से बनाकर खानापूर्ति की गई है।
कागजों में चमक रहा पर्यटन केंद्र, ज़मीनी हकीकत अलग
परियोजना का नाम ईको-पर्यटन केंद्र, छिनरी, सुख्खा वित्तीय वर्ष: 2024-25
प्रस्तुतकर्ता: वनमंडलाधिकारी, खैरागढ़ अनुमोदित राशि: ₹41,00,000 प्रमुख कार्यों में स्थल समतलीकरण, किचन शेड, बोर खनन, टेंट-मचान, सोलर लाइटिंग, बोटिंग व्यवस्था, सौंदर्यीकरण जैसे कार्य शामिल हैं लेकिन निरीक्षण में अधिकांश कार्य अधूरे ही मिले है। विधायक सहित टीम के मौका निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों ने भी वन विभाग पर खुलकर आरोप लगाया है कि शासकीय राशि का यहां खुला दुरुपयोग हुआ है। निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि वन विभाग द्वारा शासकीय राशि का पूर्ण रूप से दुरुपयोग किया गया है तथा कार्य में जमकर लापरवाही बरती गई और भ्रष्टाचार को अंजाम देकर अधिकारियों ने योजना के नाम पर चांदी काटी है। विधायक यशोदा वर्मा ने मौके पर स्पष्ट कहा कि सरकार की योजनाएं जनहितकारी हैं पर जिले में बैठे अधिकारी-कर्मचारी पूरी तरह भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। 41 लाख की राशि खर्च करने के बाद भी काम आधे-अधूरे हैं यह दर्शाता है कि वन विभाग में जनहितकारी योजनाओं की राशि का खुलेआम बंदरबांट किया गया है। विधायक श्रीमती यशोदा ने आगे कहा कि इस मामले को विधानसभा में उठाया जाएगा और वन मंत्री से सोशल ऑडिट की मांग की जाएगी। विभागीय अफसरों को चेताते हुये उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि अब भी सुधार नहीं हुआ तो कठोर कदम उठाए जाएंगे।
मिशन संडे के संयोजक मनराखन देवांगन ने कहा जंगल की लकड़ी, बांस, मिट्टी जैसी मुफ्त की सामग्री लगाकर लाखों का बिल वन विभाग ने पास करवा लिया। मौके का निरीक्षण कर हम कह सकते हैं कि 10-12 लाख से अधिक की लागत नहीं आई होगी जबकि विभाग ने 41 लाख में से 14 लाख से अधिक का खर्च बताया है। निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ कांग्रेसी मोती जंघेल, देवराज किशोर दास, सज्जाक खान, अशोक जंघेल, कमलेश यादव, दीपक देवांगन, अरुण भारद्वाज, नरेन्द्र सेन, पूरन सारथी, रविंद्र सिंह गहेरवार, महेश यादव, सूरज देवांगन, भूपेंद्र वर्मा, सूर्यकांत यादव, राहुल बंजारे, अनिल यादव, राजा लहरे, हरिदर्शन, नरेश सिन्हा, विनोद सिन्हा, कोमल वर्मा, सहित भूपेश बघेल मिशन संडे टीम के कई सदस्य मौजूद थे। सरकारी राशि का इस प्रकार का दुरुपयोग जनता के विश्वास के साथ विश्वासघात है। मिशन संडे की यह पहल प्रशासनिक व्यवस्था को आईना दिखाने जैसा है। अब देखना होगा कि जांच के बाद दोषियों पर क्या कार्रवाई होती है।