रक्षाबंधन में रहा भद्रा का साया, दोपहर बाद भाईयों की कलाई में बंधी स्नेह की डोरी

कुछ भाइयों ने मुहुर्त की परवाह किये बगैर सुबह से बांधवाई राखी
भाई-बहनों की भीड़ से रक्षाबंधन के दिन बाजार में लौटी रौनक
सत्यमेव न्यूज़ खैरागढ़. अंचल में भाई-बहनों का पवित्र पर्व रक्षाबंधन परंपरानुसार व हर्षाेल्लासपूर्वक के साथ मनाया गया। परंतु इस वर्ष भद्रा के चलते कई बहनों ने दोपहर बाद राखी का पर्व मनाया तो कुछ बहनें बिना मुहुर्त देखे सुबह से भाईयों की कलाई में राखी बांधती नजर आयी। बता दे कि स्नेह पर्व को लेकर बहनों में काफी उत्साह देखने को मिला। इस दौरान बहनों ने परम्परानुसार तिलक लगाकर व आरती उतारकर भाईयों की कलाई में रंगबिरंगी राखियां बांधी साथ ही भाईयों की लम्बी उम्र व प्रगति की कामना की वहीं भाईयों ने भी बहानों की रक्षा का संकल्प लेकर उनकी पसंद की उपहार भेंट की। ज्ञात हो कि रक्षाबंधन पर्व को लेकर सप्ताह भर पूर्व से ही बाजार में काफी रौनक रही, रंग-बिरंगी राखियों से बाजार भी रंगीन हो गया था। राखी की दुकानों से लेकर फल, मिठाई, कपड़े व आभूषणों सहित फैंसी समानों की खूब बिक्री हुई वहीं रक्षा पर्व को लेकर बहनों ने अपने भाईयों के पसंद के अनुरूप राखियों का चयन किया। खास बात यह भी है कि त्यौहार के दिन भी बाजार में भीड़ लगी रही और रौनकता बनी रही। बाजार में इस बार विभिन्न प्रकार की राखियां उपलब्ध थी, खासतौर पर स्टोन व आर्टिफिसियल मोती व हीरे जड़ित राखियों की खूब डिमांड रही। भाई-बहन के रक्षा का संकल्प वाला रक्षा बंधन का यह पर्व हिन्दु, मुस्लिम, सिख व ईसाई सभी ने मिलजुलकर मनाया और एकता व सद्भवना का अनोखी मिसाल देखने को मिली।
जिले के उपजेल में कैदियों को बांधी गई राखी
केसीजी जिले के एकमात्र सलोनी उपजेल में भी रक्षाबंधन का पर्व मना। जेल में बंद भाईयों को राखी बांधने बहनों की भीड़ लगी रही। सुबह से बहनें अपने भाईयों की कलाई में राखी बांधने जेल पहुंच गई। जेल प्रहरियों की निगरानी में बहनों ने अपने भाईयों की कलाई पर राखी बांधी। इसके लिये पुलिस विभाग के द्वारा कडी व्यवस्था बनाई गई थी जिसके चलते सुचारू रूप से रक्षाबंधन का पर्व मनाया गया।