यूजीसी की फटकार और डिफाल्टर सूची में जाने के बाद विवि प्रशासन ने नियुक्त किया लोकपाल
वि.वि. से सेवानिवृत डॉ.कांशीनाथ को मिली लोकपाल की जिम्मेदारी
सत्यमेव न्यूज/खैरागढ़. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यूजीसी की फटकार अरे डिफाल्टर सूची में नाम आने के बाद इंदिरा संगीत विवि प्रबंधन ने आनन-फानन में लोक पाल की नियुक्ति करते हुये माह भर पहले ही सेवानिवृत हुए प्राध्यापक डॉ.काशीनाथ तिवारी को संगीत विवि का पहला लोकपाल नियुक्त किया हैं. श्री तिवारी खैरागढ़ विवि में बीते लगभग 25 वर्षों से अधिक समय से अपनी सेवाएं देकर सेवानिवृत हुए हैं और एक सुलझे हुए शिक्षक के रूप में उनकी पहचान रही है. उनके द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्य और अनुभव के आधार पर ही उनको लोकपाल के महती पद पर नियुक्ति दी गई है. यूजीसी के आदेश के बाद भी विवि में लोकपाल की नियुक्ति नहीं करने को लेकर यूजीसी ने संगीत विवि को भी फटकार लगाते लोकपाल नियुक्त नहीं करने वाले डिफॉल्टर विवि की सूची में डाल दिया था. यूजीसी की इस बड़ी कार्यवाही के बाद हरकत में आए संगीत विवि प्रबंधन ने
आनन-फानन में आदेश के पालन में बचे एक दिन पहले 30 जनवरी को ही नियुक्ति पत्र जारी किया. संगीत विवि का लोकपाल नियुक्त होने के बाद प्रो.डॉ.काशीनाथ तिवारी अपना पद ग्रहण करने से तीन वर्ष के लिए अथवा 70 वर्ष की आयु पूर्ण करने तक जो भी पहले हो तक पद पर बने रहेगें. संगीत विवि सहित संबंद्ध और निजी नियुक्ति और शिकायत निवारण समिति के गठन के बाद यूजीसी के लोकपाल और उनकी शक्तियों के आधार पर कार्य करेगा. इसमें कथित रूप से किए गए भेदभाव की शिकायत की सुनवाई, पीड़ित छात्रछात्राओं से अपील मिलने के बाद 30 दिनों के भीतर शिकायत संगीत महाविद्यालयों के विद्यार्थियों के शिकायतों के समाधान निवारण का कार्य अब लोकपाल करेंगें. केंद्र सरकार के अधीन विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की फटकार के बाद हरकत में आई संगीत विवि प्रबंधन ने लोकपाल की नियुक्ति के साथ ही युजीसी के नियमों के आधार पर का समाधान, रैंगिंग, फीस बढ़ोत्तरी, आवेदन फार्म नहीं भरने देना, दाखिला संबंधी गड़बड़ी, फीस, सर्टिफिकेट वापस नहीं करना, उत्पीड़न, परीक्षा संचालन में अनियमितता, किसी भी कार्य के लिए पैसे की मांग, आरक्षण नियमों की अवहेलना जैसी शिकायतों का निपटारा लोकपाल करेगा. छात्रों की शिकायतों के निवारण के लिए विवि के छात्र शिकायत निवारण समिति का गठन कर समिति में अध्यक्ष सहित 6 सदस्यों को नियुक्ति दी है. संगीत विवि द्वारा जारी आदेश में संगीत विवि की कुलसचिव डॉ.नीता गहरवार को समिति का अध्यक्ष बनाया गया है. इसके अलावा प्रो.डॉ.मृदला शुक्ल प्राध्यापक हिंदी, प्रो.डॉ.राजन यादव अधिष्ठाता दृश्यकला संकाय, संगीत संकाय के अधिष्ठाता प्रो.डॉ.नमन दत, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो.डॉ.देवमाइत मिंज और छात्र प्रतिनिधि लक्ष्मीकांत साहू को सदस्य नियुक्त किया गया है.
यूजीसी नियमों के आधार पर लोकपाल की नियुक्ति कर शिकायत निवारण समिति का भी गठन निर्धारित समय सीमा में कर दिया गया है.
प्रो. डॉ. नीता गहरवार, कुलसचिव इंदिरा कला संगीत विवि खैरागढ़