मुनीम से 8 लाख लूटने वाले मास्टर माइंड सहित पांच आरोपी गिरफ्तार
लूट के आरोपियों में नाबालिग भी है शामिल
आरोपियों के कब्जे से नगद सहित मोबाईल जप्त
अपराध में प्रयुक्त 3 नग मोटर सायकल भी बरामद
सत्यमेव न्यूज़ खैरागढ़. बीते माह 25 अक्टूबर को सीमेंट व्यापारी के मुनिम से हुई 8 लाख की लूट मामले में जिला पुलिस ने मास्टर माइंड सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। खास बात यह है कि इन आरोपियों में एक आरोपी नाबालिग है वहीं अन्य चार आरोपी 21 से 27 साल के बीच में है। मामले में पत्रवार्ता का आयोजन कर एसपी त्रिलोक बंसल ने बताया कि 25 अक्टूबर को प्रार्थी झुमर सिंह देवांगन उम्र 52 वर्ष ग्राम भोथीपारखुर्द नयापारा ओपी सुरगी थाना बंसतपुर जिला राजनांदगांव सीमेंट एवं वासिंग पाउडर की बिक्री का पैसा वसुली करने गया था और व्यापारी भुपेन्द्र सिंहा ग्राम बिरोड़ा कवर्धा से 121200 रू., प्रहलाद साहू ग्राम नादिया (गंडई) से 350000 रू., कपिल राजपूत ग्राम दनिया से 62000 रू. एवं विजय ग्राम नर्मदा वाले से 217200 रू. कुल वसूली का नगदी रकम 780400 रू. अपने काला कलर के बैग के अंदर रखकर अपने मोटर सायकल क्रं. सीजी 08 एएन 9351 में बैठकर ग्राम नर्मदा गंडई से शाम करीबन 04ः15 बजे वापस राजनांदगांव जाने के लिये निकला था। बैग को मोटर सायकल के सामने दोनों आईनों में फंसाकर कर रखा था तभी शाम 5ः50 बजे के राजनांदगांव जाने वाले मेन रोड पर कलकसा चौक के पास एक बाईक में तीन लड़के आये और उसके शर्ट के जेब में रखे मोबाईल फोन को छीन लिया और मोटर सायकल के चाबी को छीनने का प्रयास किया जो नहीं छीन पाया तभी पीछे से दो लड़के आये और प्रार्थी के मोटर सायकल के सामने रखे बैग को छीनने लगे। झुमर द्वारा बीच बचाव का प्रयास किया गया जिससे बैग का बेल्ट टूट गया और झुमर गाड़ी सहित जमीन पर गिर गया जिसके बाद तीनों अज्ञात लड़के उसका बैग छीनकर खैरागढ़ की ओर भाग गये। मामले में थाना ठेलकाडीह में धारा 309(6) बीएनएस पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। मामले में विवेचना के दौरान आरोपियों के संबंध में कुछ महत्वपूर्ण साक्ष्य प्राप्त हुये जिसके आधार पर निरीक्षक अनिल शर्मा साइबर सेल एवं थाना प्रभारी ठेलकाडीह का संयुक्त टीम तैयार कर विवेचना में आये तथ्यों एवं तकनीकी जानकारी के आधार पर घटना के बाद पिछले 02 सप्ताह से साइबर टीम द्वारा लगातार दिन-रात काम कर हजारों सीसीटीव्ही फुटेज एवं तकनीकी जानकारी विश्लेषण कर आरोपियों के सुराग ढुंढने में डटी रही। टीम द्वारा लगातार प्रयास कर संपूर्ण घटना का मास्टर प्लानर मिथिलेश वर्मा एवं ईश्वर साहू तक पहुंचे और दोनों से मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ पर दोनों ने बताया कि दोनों का काफी कर्ज हो गया था जिसे चुकाने के लिए परेशान थे। ईश्वर साहू नादिया निवासी प्रहलाद साहू सीमेंट व्यापारी के यहाँ चालक काम करता है। काम करने के दौरान उसे जानकारी थी की प्रत्येक शुक्रवार को राजनांदगांव से एक आदमी रकम वसूली करने आता है। काफी रकम लेकर जाता है बुजुर्ग है आसानी से शिकार बनाया जा सकता है, दोनो घटना के पहले शुक्रवार को जब प्रार्थी रकम वसूली करने आया तो दोनों योजना के मुताबिक प्रार्थी का रेकी करते हुये नादिया से घिरघोली तक पीछा किये। प्रार्थी के गतिविधियों को नोट किये और घटना दिनांक शुक्रवार 25 अक्टूबर को मिथिलेश वर्मा और ईश्वर साहू अपने योजना को अंजाम देने के लिए अपने रिश्तेदार भुपेन्द्र वर्मा निवासी बहेराभाठा थाना घुमका जिला राजनांदगांव को सुबह फोन लगाकर अपनी योजना के बारे में बताया और बोला कि रकम ले जाने वाला उन्हें पहचानता हैं इसलिए अपने किसी साथी के साथ आकर रकम लुटना है। मिथिलेश एवं ईश्वर के योजना में भुपेन्द्र वर्मा भी शामिल हो गया और अपने साथी सुनील वर्मा गा्रम बहेराभाठा के साथ अपने यामहा एफ जेड बाईक का नंबर प्लेट हटाकर कर नर्मदा पहुंचा जहाँ पूर्व से उपस्थित मिथिलेश और ईश्वर ने प्रार्थी का पहचान कराया और घटना करने के संबंध में प्लान तैयार किया। मिथिलेश वर्मा ने घटना में अपने रिश्तेदार नाबालिक बालक जो स्कुल छात्र है उसे भी स्कुल से बुलाकर अपने साथ शामिल कर लिया, इसके बाद पांचों युवक दो मोटर सायकल से प्रार्थी का पीछा करते खैरागढ़ से दल्ली तक पहुंचे। दल्ली के पास मिथिलेश वर्मा और ईश्वर साहू रूक गये तथा भुपेन्द्र, सुनील और नाबालिक बालक घटना स्थल में प्रार्थी के पास पहंुचे। सुनशान जगह देकर माचिस मांगने के बहाने प्रार्थी को रोककर उसका मोबाईल और रूपये से भरा बैग छीन कर फरार हो गये। घटना कर तीनों सुनशान खेत में पहंुचकर रकम गिने जो 780400 रू. था। उक्त राशि से भुपेन्द्र ने 2 लाख, सुनील ने 2 लाख और नाबालिक बालक ने 1 लाख 80 हजार रूपये अपने हिस्से का रख लिया। रकम वाली बैग और प्रार्थी के मोबाईल को वही सड़क किनारे फेंक दिये वहाँ से खैरागढ़ पहंुचकर मिथिलेश और ईश्वर साहू को उनके हिस्से का एक-एक लाख रूपये दिये। प्राप्त जानकारी के आधार पर टीम द्वारा बहेराभाठा जाकर भुपेन्द्र वर्मा और सुनील वर्मा को हिरासत में लिया गया एवं नाबालिग बालक से पूछताछ की गई। पूछताछ पर तीनों ने अपराध घटित करना स्वीकार किया। तीनों आरोपियों के निशानदेही पर घटना स्थल से खैरागढ़ मार्ग पर बंद फैक्ट्री पास झाड़ियों में प्रार्थी झुमर का लुटा हुआ मोबाईल बरामद किया गया। आरोपी सुनील वर्मा ने बताया कि प्राप्त रकम में से एक लाख पचास हजार का पल्सर मोटर सायकल लिया है वहीं बालक ने अपने हिस्से के रकम में से 60 हजार रूपये का आई-फोन खरीदा, मिथिलेश वर्मा ने 26 हजार का मोबाईल खरीदा है। पांचों आरोपियों के कथन के आधार पर भुपेन्द्र वर्मा से उसके घर में रखे लूट की रकम 2 लाख नगद तथा घटना में प्रयुक्त यामहा एफजेड एवं घटना में प्रयुक्त मोबाईल, आरोपी सुनील वर्मा से लूट की रकम से खरीदा पल्सर बाईक व लूट का नगद रकम 30 हजार एवं घटना में प्रयुक्त मोबाईल, आरोपी मिथिलेश वर्मा से लूट की रकम 88500 रू., घटना में प्रयुक्त मोबाईल एवं बाईक, आरोपी ईश्वर साहू से लूट का नगद रकम 1 लाख 15 हजार रू. एवं घटना में प्रयुक्त मोबाईल व बाईक तथा नाबालिग बालक से नगद 60 हजार रूपये एवं लूट की रकम से खरीदा गया आई-फोन को जप्त किया गया। इस तरह आरोपियों से कुल रकम 7 लाख 53 हजार 500 रू. जप्त किया गया शेष 27 हजार रू. आरोपियों द्वारा दिवाली में खर्च करना बताया है। पुलिस ने सभी आरोपी मिथिलेश वर्मा पिता धनीराम वर्मा उम्र 21 वर्ष ग्राम नादिया थाना गंडई, ईश्वर साहू पिता लक्ष्मण साहू उम्र 25 वर्ष ग्राम नादिया थाना गंडई, भुपेन्द्र वर्मा पिता खेलन वर्मा उम्र 23 वर्ष ग्राम बहेराभाठा थाना घुमका जिला राजनांदगांव व सुनील वर्मा पिता दऊआराम उम्र 27 वर्ष ग्राम बहेराभाठा थाना घुमका जिला राजनांदगांव सहित नाबालिग बालक जिसका उम्र लगभग 17 वर्ष है को गिरफ्तार कर विधिवत कार्यवाही की है। उक्त कार्यवाही में सायबर सेल प्रभारी निरीक्षक अनिल शर्मा, थाना प्रभारी ठेलकाडीह राजकुमार महिलांगे, सउनि. टैलेश सिंह, प्रआर कमलेश श्रीवास्तव, आरक्षक विभाष सिंह, त्रिभुवन यदु, जयपाल कैवर्त, शिशुपाल साहू एवं सत्यनायारण साहू थाना ठेलकाडीह की सराहनीय भूमिका रही।