मुढ़ीपार में मनाया गया ईसर गौरा पर्व
छत्तीसगढ़िया संस्कृति को लेकर युवाओं में दिखा उत्साह
सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. संस्कृति और पारंपरिक भाव से ग्राम मुढ़ीपार में ईसर-गौरा पर्व मनाया गया. इस दौरान दिवाली कि रात शीतला मंदिर से माटी लाकर गौरा-चौरा मड़वा स्थल की पूजन किया गया और ईश्वर गौरा की विवाह की सभी पारंपरिक रिवाज पूरी की गई. इस दौरान युवतियों द्वारा अपने कलशों को बहुत सुंदर तरीके से सजाकर स्थापित किया था. माना जाता है कि इन परंपरा से गांव में समृद्धि आती है तथा विघ्न बाधाएं दूर होती है. अंतिम दिन कलश विसर्जन का कार्यक्रम पारंपरिक ढंग से गीत गाकर महिलाओं ने कार्यक्रम का आरंभ किया. वरिष्ठों और युवाओ द्वारा सांस्कृतिक भाव से सांट मारने और खाने की प्रथा का पालन किया गया. कुछ माताओं को भक्तिभाव में डूबने पर माता भी आई. पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ राधा रानी धुमाल ग्रुप ने विहंगम प्रदर्शन के साथ स्थानीय बड़े दरिया में ईशर गौरा के साथ कलश विसर्जित किया गया. कार्यक्रम में कलश स्थापित करने वाली बहनों और गौरा गीत गाने वाली मातृ शक्ति, युवा, सांस्कृतिक दल, जनप्रतिनिधि विप्लव साहू, सरपंच प्रतिनिधि घनश्याम सिन्हा, मधुसूदन साहू, हर्षदीप सिंह टिंकू, त्रिलोक गोंड रहे.