मातृभाषा दिवस पर कन्या महाविद्यालय में हुये विविध आयोजन
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यूनेस्को के निर्देश पर समूचे विश्व में 21 फरवरी को मनाया जाता है मातृभाषा दिवस
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. विश्व मातृभाषा दिवस के अवसर पर जिला मुख्यालय खैरागढ़ के शासकीय नवीन कन्या महाविद्यालय में विविध आयोजन संपन्न हुये। ज्ञात हो कि यूनेस्को के निर्देश पर समूचे विश्व में प्रतिवर्ष 21 फरवरी को विश्व मातृ भाषा दिवस मनाया जाता है।
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कन्या महाविद्यालय में प्राचार्य डॉ.ओपी गुप्ता व वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ.जितेन्द्र कुमार साखरे के निर्देशन में सर्वप्रथम मातृभाषा दिवस की शुरूआत मां सरस्वती व छत्तीसगढ़ महतारी की विशेष पूजा-अर्चना के साथ की गई। इस दौरान छात्राओं ने सस्वर छत्तीसगढ़ के राजकीय गीत का सामूहिक गान किया। मंचीय कार्यक्रम में सर्वप्रथम हिन्दी विभाग की डॉ.मेवधाविनी तुरे ने अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस की बधाई व शुभकामनाएं देते हुये मातृभाषा के महत्व को रेखांकित किया और बताया कि 17 नवंबर 1999 को समूचे विश्व में मातृभाषा दिवस मनाने की घोषणा यूनेस्को द्वारा की गई थी और प्रतिवर्ष 21 फरवरी 2000 से यह समूचे विश्व में प्रतिवर्ष मनाया जाता है। डॉ.तुरे ने इस दौरान मराठी, बांग्ला, सिंधी, पंजाबी आदि भारतीय मातृभाषाओं का सारगर्भित परिचय देते हुये छात्राओं को बताया कि हम सभी को अपनी मातृभाषा पर गर्व करना चाहिये। मातृभाषा के संरक्षण व संवर्धन से न केवल हम जागरूक रहेंगे बल्कि हमारी संस्कृति और सभ्यता युगों तक विकसित होती रहेगी। अ.प्राध्यापक दुर्वासा सिन्हा ने छग के प्रख्यात कवि मीर अली मीर रचित गीत नंदा जाही का रे का गान करते हुये अपनी भाषा व संस्कृति को संरक्षित करते रहने की बात कही। आयोजन में महाविद्यालय की छात्राओं ने विशेषतौर पर छत्तीसगढ़ी वेशभूषा में गीत, संवाद, प्रश्नोत्तरी, नृत्य आदि की प्रस्तुति दी। इस दौरान छात्राओं द्वारा प्रस्तुत सुआ नृत्य की प्रस्तुति को सभी ने सराहा जिसकी प्रस्तुति से छत्तीसगढ़ की भाषा व संस्कृति का जीवंत परिचय हुआ। इस दौरान छात्राओं ने छत्तीसगढ़ी वेशभूषा के माध्यम से छग के पारंपरिक आभूषणों की जानकारी प्रेषित करते हुये पारंपरिक आभूषण सुतिया, लच्छा, सांटी, कलगी, माथा पट्टी, नागमोरी, खिनवा आदि की जानकारी दी। इस दौरान प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ जिसमें तीन समूह बस्तरिया, सरगुजिया व खैरागढ़िया में छात्राओं ने प्रतियोगिता में शिरकत की। प्रतियोगिता में खैरागढ़िया समूह ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम में बीकॉम की छात्रा ज्योति साहू ने ददरिया व कु.यमुना ने छत्तीसगढ़ी लोकगीत की मनमोहक प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापकों सहित बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित रहीं।