मध्यस्थता विषय पर व्यवहार न्यायालय में हुआ कार्यशाला का आयोजन
मतभेदों को दूर करने के लिए एक बेहतर और प्रभावी माध्यम है मध्यस्थता- डीजे कश्यप
सत्यमेव न्यूज़ खैरागढ़. राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली व छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर एवं अध्यक्ष सुषमा सावंत जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राजनांदगांव के मार्गदर्शन व निर्देशानुसार व्यवहार न्यायालय खैरागढ़ में अधिवक्ताओं के लिये मध्यस्थता विषय को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में मध्यस्थता के संबंध में अधिवक्तागणों में जागरूकता लाई गई। व्यवहार न्यायालय खैरागढ़ के मध्यस्थता प्रभारी जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश चन्द्र कुमार कश्यप ने बताया कि मध्यस्थता कानूनी जटिलताओं के मतभेदों को दूर करने के लिये यह एक बेहतर और प्रभावी माध्यम है। अधिवक्तागणों को मध्यस्थता से होने वाले लाभ के विषय में अवगत कराते हुए बताया कि मध्यस्थता विवादों के निपटारे की न्यायिक प्रक्रिया से भिन्न एक वैकल्पिक व्यवस्था हैं जिसमें तीसरे स्वतन्त्र व्यक्ति अर्थात् प्रशिक्षित मध्यस्थ के द्वारा दोनों पक्षों के बीच अपने सहयोग से उनके सामान्य हितों को देखते हुये समझौता कराने का प्रयास किया जाता है। मध्यस्थता से जिन प्रकरणों का निराकरण होता है उससे संबंधित कोर्ट फीस पक्षकारों को वापस हो जाती है। यह एक निःशुल्क व्यवस्था है जिसे किसी भी स्तर पर किया जा सकता है। 21 सितंबर को आयोजित होने वाले नेशनल लोक अदालत में अधिक-से-अधिक प्रकरणों के निराकरण के संबंध में जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश चन्द्र कुमार कश्यप द्वारा संबंधित न्यायाधीश, अधिवक्ताओं, विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं प्रतिनिधियों के साथ लगातार बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया जा रहा है। लोक अदालत के माध्यम से न्यायालय में राजीनामा योग्य अपराधिक प्रकरणों, धारा-138, परक्राम्य अधिनियम, मोटर दुर्घटना दावा प्रकरण, बैंक रिकवरी प्रकरण, सिविल प्रकरण, निष्पादन प्रकरण, विद्युत संबंधी मामलों व पारिवारिक विवाद के मामलों का निराकरण किए जाने चर्चा हुई साथ ही अन्य विधिक जानकारियां प्रदान करते हुए अधिवक्ताओं के जिज्ञासाओं का प्रश्नोत्तरी माध्यम से समाधान किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने व्यवहार न्यायालय खैरागढ़ के सीजेएम विवेक गर्ग, जेएमएफसी गुरुप्रसाद देवांगन व विधिक स्वयंसेवक गोलूदास साहू व कला प्रजापति के साथ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश ठाकुर, सचिव संदीप दास वैष्णव, गिरिराज सिंह, अमर यादव, भुनेश्वर वर्मा, महेश साहू, वरिष्ठ अधिवक्ता कमलाकांत पांडे, मिहिर झा, सुनीलकांत पांडे, मनराखन देवांगन, शत्रुघ्न वर्मा, सर्वेश ओसवाल, कौशल कोसरे, कमलेश मार्कण्डेय, ज्ञानदास, विशाल, नीरज साहू, सुरेश साहू, चंद्रशेखर वर्मा, रामकुमार जांगड़े, सुबोध पांडे, अमर लाल यादव, सुप्रीत सिंह, सूर्यदमन सिंह व रोशन वर्मा सहित अधिवक्तागण उपस्थित रहे।