Advertisement
IMG-20241028-WA0001
IMG-20241028-WA0002
previous arrow
next arrow
अपराधराजनांदगांव

परिजनों का आरोप गलत नस कट जाने के कारण गई मृतिका खेमिन बाई की जान

मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों ने खेमिन का दो बार किया ऑपरेशन, पहला ऑपरेशन चला सात घंटे तक

बच्चादानी का ऑपरेशन कराने मेडिकल कॉलेज में भर्ती हुई थी खेमिन

चिकित्सकों की लापरवाही के कारण चली गई 44 वर्षीय युवती की जान

गुरूवार को डोंगरगांव के मटिया मुक्तिधाम में हुआ मृतिका का अंतिम संस्कार

दोषी चिकित्सकों के विरूद्ध परिजनों ने की न्यायिक जांच की मांग

सत्यमेव न्यूज़/राजनांदगांव. बुधवार को पेंड्री स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज में 44 वर्षीय महिला की हुई मौत को लेकर चिकित्सकों की लापरवाही सामने आ रही है. परिजनों ने बताया है कि ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों द्वारा मृतिका खेमिन बाई की नस काट दी गई थी जिसके कारण ही उसकी असमय मौत हो गई. मामले को लेकर परिजनों ने बताया कि सप्ताहभर पहले मेडिकल कॉलेज पेंड्री में खेमिन बाई को बच्चादानी में हुई परेशानी को लेकर उपचार के लिये भर्ती कराया गया था जिसके बाद मंगलवार 22 नवंबर की सुबह तकरीबन 9 बजे खेमिन के बच्चादानी का ऑपरेशन करने उसे ऑपरेशन थियेटर ले जाया गया था और इसी दौरान चिकित्सकों ने उसकी एक नस को गलत तरीके से काट दिया.

परिजनों ने बताया कि यह ऑपरेशन शाम 4 बजे तक यानी कुल 7 घंटे चला. गलत नस कट जाने की वजह से मृतिका के गुप्तांग से खून बहने लगा और शरीर में लगातार खून की कमी होने लगी. इस बात की जानकारी जब परिजनों को मिली तो उन्होंने विरोध दर्ज किया जिसके बाद रात 9 बजे फिर से ऑपरेशन के लिये खेमिन बाई को ले जाया गया लेकिन पता चला कि उसका यूरिन ब्लॉक हो गया है जिसके बाद उसे आईसीयू में रखा गया और परिजनों को कहा गया कि 10 से 12 बोतल खून की व्यवस्था करे.

खेमिन की जान बचाने आर्थिक रूप से विपन्न परिजनों ने जैसे-तैसे खून की व्यवस्था भी कर ली थी लेकिन अंतत: 23 नवंबर की शाम मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने बताया कि खेमिन इस दुनिया में नहीं रही. खेमिन की मौत के बाद परिजनों ने खूब हंगामा किया और जांच की मांग की लेकिन अब तक दोषी चिकित्साकर्मियों के विरूद्ध कोई कार्यवाही नहीं की गई है.

गृह ग्राम मटिया में हुआ खेमिन का अंतिम संस्कार

गुरूवार 24 नवंबर को मृतिका खेमिन बाई का अंतिम संस्कार डोंगरगांव स्थित मटिया रोड मुक्तिधाम में शोक संतप्त साहू परिवार ने किया. मुखाग्रि उसके पुत्र रमेन्द्र साहू ने दी. परिजन इस बात को लेकर बेहद दुखी हैं कि भली-चंगी खेमिन बाई को उन्होंने मेडिकल कॉलेज में आखिर भर्ती ही क्यों कराया.

खेमिन की दो बेटियां व एक पुत्र है और परिजनों का कहना है कि वह अपने परिवार की आधार स्तंभी थी और पूरे परिवार को उसने समेट रखा था. चिकित्सकों की लापरवाही के कारण घटी इस दर्दनाक घटना के बाद परिजनों ने खेमिन की लापरवाही से हुई मौत को लेकर शासन-प्रशासन से जांच की मांग की है.

Satyamev News

आम लोगों की खास आवाज

Related Articles

Back to top button

You cannot copy content of this page