बस्तरिया आदिवासी नृत्य के साथ त्रिदिवसीय मानस गायन एवं टीका शैली का हुआ शुभारंभ
भीमपुरी एवं सोनपुरी में भव्य त्रिदिवसीय मानस गायन का आयोजन
बस्तर आदिवासी लोकनृत्य में झूम उठे दर्शक
सत्यमेव न्यूज बाज़ार अतरिया. समीपस्थ ग्राम सोनपुरी एवं भीमपुरी में तीन दिवसीय मानस गायन एवं टीका शैली का आयोजन किया जा रहा है जिसमें पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश के मानस गायन मंडली का आगमन होगा जो 09 जनवरी से 11 जनवरी तक होगा वहीं कार्यक्रम के शुरू होने से एक दिन पहले सोनपुरी में आमंत्रित मंडली लिंगों गोटूल मांद्री नाचा राहटीपारा बालेंगा मंडली के द्वारा पूरे गांव में कलश यात्रा निकाली गई तत्पश्चात मंच में बस्तर की वेशभूषा एवं कला लोक संस्कृति का प्रदर्शन कर गीत संगीत के माध्यम से मंच पर अपनी छटा बिखेरी जिससे लोग मंत्र मुक्त हो गये वहीं लिंगों गोटूल मांद्री नाचा राहटीपारा बालेंगा मंडली अपने आप में ही एक खास पहचान बनाई हुई है। पाठकों को बता दे कि यह मंडली में 25 सदस्य है जो एक ही परिवार की मंडली है जो एक अलग पहचान बनाई हुई है। यह नेताम परिवार अपने परिवारिक छत्तीसगढ़ी बस्तर वेशभूषा में प्रस्तुति दी वहीं हमारे प्रतिनिधि से बातचीत में बताया कि हमारे पूरे परिवार का ही यहां एक मंडली है इसमें तीन से चार सदस्य जो अलग है। बाकी 25 सदस्य एक ही परिवार से है। बस्तर में इनकी दो से तीन एल्बम भी आ गई है जो हलबी एवं गोंडी भाषा में है। उनकी प्रस्तुति को देखने के लिये सैकड़ो की संख्या में ग्रामीणजन पहुंचे थे। इसी क्रम में त्रिदिवसीय मानस गायन एवं टिकाशैली का आयोजन भीमपूरी, सोनपुरी के साथ-साथ बोरई एवं सिंघोरी में भी आयोजन किया जा रहा है।
हसदेव जंगल सहित पेड़ बचाओ का दिया संदेश
एक ही परिवार के 25 सदस्यों का यह “लिंगों गोटूल मांद्री नाचा” राहटीपारा बालेंगा मंडली अपनी प्रस्तुति पर प्रदर्शन करते हुए हसदेव जंगल को बचाने का संदेश दिया एवं पेड़ को काटने से बचाने हसदेव जंगल एवं पेड़ बचाओ का संदेश देते हुए मंच पर अपनी प्रस्तुति का प्रदर्शन किया। पारंपरिक लोक नृत्य के साथ जल जंगल और जमीन के संरक्षण के लिए नृत्य दल की अपील से लोग अभिभूत हुये।