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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हथेली पर राज्यपाल अनुसूईया उईके ने बांधी खैरागढ़ के गौशाला की वैदिक राखी

प्रधानमंत्री की राखी बहन हैं छत्तीसगढ़ की राज्यपाल सुश्री उईके

मनोहर गौशाला में सात साल से बन रही गोबर की वैदिक राखियां

सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हथेली पर इस बार खैरागढ़ की राखी सजी है, दरअसल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की राखी बहन व छग की राज्यपाल सुश्री अनुसूईया उईके ने खैरागढ़ के धरमपुरा इलाके में संचालित प्रसिद्ध मनोहर गौशाला में बनी गोबर से बनी वैदिक राखी बांधकर रक्षा पर्व मनाया है. रक्षाबंधन पर्व से पूर्व विगत 7 अगस्त को सौजन्य मुलाकात के दौरान छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उईके ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मनोहर गौशाला में ही बनी राखी बांधी और गौशाला में निर्मित गौअर्क सहित अन्य वस्तुएं भी भेट की हैं. ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ में सरकार की फ्लैगशिप गोधन न्याय योजना की शुरूआत 2019 में हुई है लेकिन प्रदेश के खैरागढ़ नगर में स्थित मनोहर गौशाला का संचालन 2015 से हो रहा है. यहां केवल बुढ़ी और अशक्त गौवंशों की सेवा मैनेजिंग ट्रस्टी अखिल जैन (पदम डाकलिया) के नेतृत्व में उनकी टीम कर रही है. गौशाला में 2015 से ही गोबर से राखी, ब्रेसलेट, मनका (माला) और गौमूत्र से गौअर्क का निर्माण किया जा रहा है. बता दे कि यहां किसानों के लिये सन लाइट बेस्ड फसल अमृत का निर्माण भी किया जाता है जिसका उपयोग कर किसान अपनी फसलों को बगैर रासायनिक खाद के सुरक्षित रख सकते हैं. फसल अमृत का पेंटेंट भी मनोहर गौशाला के पास है. गौशाला के ट्रस्टी अखिल जैन ने बताया कि यहां पर गौवंशों को औषधीय चारा खिलाकर, गौमूत्र को एकत्र किया जाता है फिर विधिवत गौअर्क का निर्माण किया जाता है.

गौवंशों के लिये हाईटेक एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध

गौरतलब है कि मध्यभारत की पहली गौवंशों के लिये समर्पित हाईटेक एम्बुलेंस भी मनोहर गौशाला में मौजूद है जिसका संचालन ट्रस्ट के द्वारा किया जा रहा है. एम्बुलेंस में लगे हाइड्रोलिक की सहायता से सडक़ पर दुर्घटनाग्रस्त गौवंशों को रेस्क्यू कर आसानी से उपचार केन्द्र तक पहुंचाया जाता है जिसके लिये लोगों की सहायता की आवश्यकता नहीं होती. खास बात यह है कि गौशाला के ट्रस्टी अखिल जैन अपनी टीम के साथ नेत्रहीन गौवंशों की विशिष्ट सेवा कर रहे हैं, इसके साथ ही नेत्रहीन गौवंशों की आंखों की रोशनी लौटाने के प्रयासों पर भी शोध किया जा रहा है. गौमूत्र के सेवन से लाभ कैसे होगी इसके बारे में भी मनोहर गौशाला में शोध कर जानने का प्रयास किया जा रहा है. गौशाला में निर्मित गौअर्क की अब तक 12000 से अधिक बोतल अखिल जैन नि:शुल्क वितरित कर चुके है जिसके सेवन से गंभीर कैंसर से पीडि़त 20 से अधिक मरीज लाभ प्राप्त कर चुके हैं. इसके साथ ही गौशाला में गोबर से दीया, वैदिक गणेश, राखी, ब्रेसलेट और मनका सहित विभिन्न दुर्लभ कलाकृतियां भी बनाई जाती है जो पूर्णत: नि:शुल्क वितरित की जाती है. बताया जा रहा है कि गौशाला से अब तक 2 लाख 25 हजार दीपक का वितरण किया जा चुका है जिसमें से 90 हजार दीपक इसी वर्ष वितरित किये गये हैं.

राज्यपाल सुश्री उईके को है गौवंश व गौशाला से लगाव

बता दे कि छग की राज्यपाल सुश्री अनुसूईया उईके को गौवंश व गौशाला से बेहद लगाव है. उन्हें जब खैरागढ़ में संचालित मनोहर गौशाला के विषय में जानकारी प्राप्त हुई तब वह यहां पहुंची थी और साथ ही उन्होंने यहां निर्मित कामधेनु मंदिर के भी दर्शन किये थे. सूत्र बताते हैं कि राज् यपाल नियमित रूप से यहां बने गौअर्क का उपयोग करती हैं और यहां बने गौअर्क की शुद्धता और विशेषता के कारण वे हर बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी यहीं निर्मित गौअर्क भेंट करती हैं.

गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में कामधेनु सौम्या शामिल

मनोहर गौशाला में पुराणों में उल्लेखित कामधेनु गायन भी मौजूद है जिसका दर्शन करने छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उईके सहित डब्लूएचओ के डायरेक्ट, नीति आयोग के उपाध्यक्ष व वरिष्ठ वैज्ञानिक जितेन्द्र शर्मा गौशाला पहुंचे थे. कामधेनु सौम्या में 27 दुर्लभ लक्षण हैं जिनका वर्णन वेद-पुराणों में उल्लेखित है. इसी कारण कामधेनु सौम्या को गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया है. मनोहर गौशाला की आगामी योजना 1100 गौ वंशों के लिये शेड निर्माण एवं सर्वसुविधायुक्त पशु चिकित्सालय बनाना है जिसके लिये भूमि क्रय किया जा चुका है. उक्त भूमि में 3000 देशी पौधों का रोपण किया जा चुका है जिससे मिनी जंगल निर्माण कर गौ वंश को प्राकृतिक सुख प्रदान किया जायेगा वहीं तालाब का भी निर्माण किया जायेगा जहां गौ वंश को उपलब्ध कराया जा सके.

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