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धर्म

पांडादाह में शबुरी कथा प्रसंग और दिलीप षडंगी के भक्तिमय भजनों के साथ हुआ रामकथा का समापन

सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. धर्मनगरी पांडादाह में आयोजित चार दिवसीय राम कथा समागम का भक्तिमय आयोजन माता शबरी कथा के पावनकारी प्रसंग और प्रदेश के सुप्रसिद्ध भजन गायक डॉ.दिलीप षडंगी के भक्ति भजनों के साथ हुआ. समापन अवसर पर सांसद संतोष पांडे ने भी अपनी गरिमामयी उपस्थिति देकर पुण्य लाभ अर्जित किया. रामकथा के समापन सत्र अवसर पर उत्तर प्रदेश से पधारी मानस मर्मज्ञ राजेश्वरानंद जी की कृपापात्र पुत्री देवी भक्तिप्रभा जी ने माता शबरी कथा का उल्लेख करते हुये बताया कि पशु पक्षियों की हत्या का प्रस्ताव देखकर शबरी माता अपने विवाह कार्यक्रम को छोड़कर घर से निकल गई एवं साधु मतंग ऋषि के आश्रम में रहकर भगवान राम के दर्शन के इंतजार करती रही. उन्होंने बताया कि यह प्रसंग इस समाज को भावी संकट की ओर इशारा करता है कि राम राज्य के समय किसी पशु बलि के बजाय वैराग्य का मार्ग अपना लेना कितना श्रेष्ठ था. यदि तय कर लिया जाए तो भगवान के दर्शन होते ही हैं. शबरी माता की अखंड तपस्या यह सिद्ध करती है कि ईश्वर को प्राप्त करने के लिए सच्ची निष्ठा एवं विश्वास एकमात्र रास्ता है ईश्वर को प्राप्त करने का. ईश्वर को प्राप्त करने के लिए कोई मंत्र जाप या सिद्धि आदि की कोई आवश्यकता नहीं होती है. केवल विश्वास के बल पर ही ईश्वर की प्राप्ति हो सकती है. आज के समाज में भक्ति के बजाय आडंबर के प्रति आसक्ति बढ़ गई है. देवी प्रभा ने असंतोष जाहिर करते हुये बताया कि जीवन में आ रही समस्या को दूर करने के लिए चमत्कार की बात को भी नहीं अपनाना चाहिए. धर्म में और धर्म की आड़ में इस प्रकार के कृत्य या प्रवचनों पर उन्होंने दुख जाहिर किया और बताया कि भागवत कथा लोगों को सन्मार्ग में चलने का रास्ता दिखाने वाला ग्रंथ है. भगवान का चरित्र हमें सन्मार्ग में चलने के लिए प्रेरित करने का ही एक मार्ग है. रामायण, गीता या अन्य धर्म ग्रंथ हमें कभी चमत्कार की कोई कोई बात नहीं बल्कि सच्चरित्र जीवन व्यतीत करने का मार्ग प्रशस्त करते है. समापन अवसर पर उपस्थित जनसमुदाय को सनातन धर्म में दिखाएं रास्ते के अनुकरण करने की अपील की. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ आ कर बहुत खुशी हो रही है. गुरु पिता राजेश्वरानंद महाराज भी छत्तीसगढ़ प्रदेश से असीम लगाव रखते थे. संपूर्ण राम कथा में जिन महानुभावों ने अपनी सक्रिय योगदान दिये उनके प्रति मंदिर समिति द्वारा आभार व्यक्त किया गया. देवी भक्ति प्रभा के प्रति आभार व्यक्त कर उन्हें पुनः आमंत्रित किया गया. इस दौरान सांसद संतोष पांडे ने कहा कि राम कथा के श्रवण से बड़ा कोई पुण्य लाभ नहीं है. हम राम चरितमानस का अनुसरण कर अपने जीवन को और अधिक श्रेयस्कर व सफल बना सकते हैं. मंदिर सेवा समिति की ओर से संयोजक पं.मिहिर झा ने अतिथियों का स्वागत व अभिनंदन किया.

देर रात तक षडंगी के भक्ति भजनों से भाव विभोर रहे श्रद्धालु

समापन अवसर पर पधारे प्रदेश के सुप्रसिद्ध भजन गायक डॉ.दिलीप षडंगी के भक्ति में भजनों से श्रद्धालु देर रात तक अभिभूत रहे. उन्होंने मां की सेवा, गौ माता की रक्षा और कलयुग में सदाचरण पर अपने लोकप्रिय भक्ति भजन सुनाये. राम कथा आयोजन के दौरान सराहनीय सहयोग प्रदान करने गांव की सेवाभावी श्रीमती आरती महोबिया, विनीता जैन, संजय यदु, सुयश खरे, सतेंद्र साहू, रिंकू महोबिया, उज्जवल झा, संतोष पुजारी, राजू दरोगा, प्रमिला रजक, प्रमिला कर्ष के साथ ही पत्रकार भगवतशरण सिंह, अनुराग शाँति तुरे, सनी यदु व सेवा प्रदान करने वाले नागरिकों के प्रति आभार व्यक्त किया गया. विशाल जनसमुदाय की उपस्थिति में जय श्री राम के जयघोष के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ. आयोजन में महंत राजेंद्र दास को समूर्ण आवास व्यवस्था के लिये आभार व्यक्त किया गया. इस दौरान डॉ.प्रशांत झा, सुरजीत सिंह, पत्रकार मनोहर सेन,

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