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पखवाडे भर बीत जाने के बाद भी प्रोफेसर पर कोई कारवाई नहीं, छात्रों में गुस्सा

सत्यमेव न्यूज/बाजार अतरिया. नवीन महाविद्यालय के प्रोफेसर का एक और लापरवाही सामने आया है. एक तो 20 फरवरी से 22 फरवरी तक यानी तीन दिनों तक बिना किसी सूचना के महाविद्यालय से नदारद थे. वही 23 फरवरी को अचानक महाविद्यालय पहुंचकर तीन दिवस का अवकाश ( सी एल ) खुद ही चढ़ा लिया. खबर प्रकाशन के बाद प्रोफेसर काॅलेज पहुंच कर सिग्नेचर करके एक आवेदन छोड़कर बिना बच्चों को पढ़ाये नादारद हो गए. अब सवाल यह उठता है की आखिर इतने बड़े लापरवाही प्रोफेसर जानबूझकर क्यों कर रहा है. जबकि 20 से 22 फरवरी तक का छुट्टी का न तो लिखित में आवेदन दिया था. ना ही प्राचार्य को बताया गया था और ना ही महाविद्यालय के स्टाफ को बताया गया था. इस मामले को लेकर जब हमारे प्रतिनिधि ने प्रिंसिपल से बात की तो उन्होने प्रोफेसर के द्वारा किसी भी प्रकार का सूचना या आवेदन पत्र नहीं देने की बात कही गई थी.

इधर महाविद्यालय की मांग को जोर-जोर से उठाने एवं महाविद्यालय खुलवाने में संघर्ष किये युवाओं के द्वारा सोमवार को प्रोफेसर की लापरवाही आधे अधूरे कोर्स एवं आने-जाने का समय सीमा का ठिकाना नहीं है और ना ही बच्चों को पढ़ने में रुचि रखते है ऐसे प्रोफेसर के खिलाफ कलेक्टर से शिकायत करने की बात सामने आ रही है.
प्रोफेसर की लपारवाही की जानकारी प्राचार्य को होने के बावजूद भी किसी भी प्रकार का कोई ठोस कार्यवाही नहीं किया जाना समझ से परे हैं मानो ऐसा लगता है जैसे प्रोफेसर को संरक्षण दे रखा है ऐसे में सवाल यहां खड़ा हो रहा है कि पखवाड़े भर बीतने को है लेकिन अभी भी किसी भी प्रकार की कोई ठोस कार्रवाई नहीं किया गया है. वही प्रभारी प्राचार्य के द्वारा समय-समय पर मॉनिटरिंग करना, विद्यार्थियों से कोर्स के बारे में जानकारी लेना एवं स्टाफ से भी रूबरू होना जैसे तमाम बातों से दूरी बनाते दिखाई दे रहे हैं.

इधर 4 मार्च से महाविद्यालय का परीक्षा शुरू होना है. और प्रोफेसर अपने बॉटनी विषय का कोर्स को अभी तक पूरा नहीं किया है. वही इस आधी अधूरी कोर्स के बीच परीक्षा शुरू होने से यहाँ के बच्चो सहित अधूरे कोर्स को लेकर पालकों में भारी नाराजगी देखी जा रही है. आखिर समय रहते कोर्स को पूरा क्यों नहीं किया गया. यह एक बड़ा सवाल है.

प्रोफेसर प्रदीप साहू को तीन दिवस के भीतर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. रही सवाल स्वयं सीएल चढाने का तो उसका स्वीकृति नहीं मिला है. वेरिफाई करने के बाद ही मान्य होगा.

डॉ एनएस वर्मा, प्रभारी प्राचार्य नवीन महाविद्यालय बाजार अतरिया

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