नवाचार : जिले की सरकारी स्कूलों में हो रही हाइब्रिड मॉडल की पढ़ाई

सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. नवगठित जिला खैरागढ़-छुईखदान-गंडई शासकीय शालाओं में हाइब्रिड मॉडल से पढ़ाई करने वाला प्रथम जिला बन गया है. ज्ञात हो कि जिले में बेहतर शिक्षण व्यवस्था के लिये जिलाधीश तथा डीईओ डॉ.केवी राव के लगातार प्रयासों से जिला नोडल डॉ.मकसूद के कार्यो से जिला प्रशासन और भिलाई के सचदेवा कोचिंग एकेडमी के मध्य नवगठित जिले में बोर्ड परीक्षा के लगभग 1400 विद्यार्थियों के हित को ध्यान में रखकर नि:शुल्क ऑनलाइन हाइब्रिड शिक्षण को लेकर एमओयू किया है. इसका मुख्य उद्देश्य विषय शिक्षक की कमी से जूझ रहे नवगठित जिले के सभी हायर सेकेंडरी शालाओं को एकसाथ बेहतर शिक्षण व्यवस्था मुहैय्या कराना है.

जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग ने इसके लिए चार चरण की रणनीति बनाकर लगातार कार्य है. प्रथम चरण में दूरसंचार विभाग के सहयोग से सभी शालाओं को अबाधित इंटरनेट कनेक्टिविटी में लाया गया, दूसरे चरण में सभी शालाओं में प्रोजेक्टर सेट, सपीकर, माइक और कैमरे की हालत को सुधार किया गया, तीसरे चरण में नि:शुल्क सेवा देने वाली कोचिंग संस्था से टाइअप किया गया तथा चौथे चरण में विषय शिक्षकों को मेंटोर के रूप में तैयार कर शिक्षा विभाग के अधिकारियों के द्वारा सतत अकादमिक और तकनीकी मॉनिटरिंग की जा रही है. इस प्रकार जिले में नि:शुक्ल ऑनलाइन हाइब्रिड मॉडल की कोचिंग दी जा रही है.
कलेक्टर से ऑनलाइन चर्चा में जिले के विभिन्न उच्चतर माध्यमिक शालाओं के बच् चों ने भाग लिया. इसमें मड़ौदा स्कूल से 12वीं की छात्रा मानसी वर्मा, जंगलपुर स्कूल से अजय नेताम व नीलम वर्मा, साल्हेवारा से प्रवीण, छुईखदान से रामेश्वरी व भूपेंद्र, गातापार कला से सुहासिनी, धोधा स्कूल से विनीता ने चर्चा में भाग लिया. इसी प्रकार मदराकुही स्कूल, टोलागांव स्कूल, बाजार अतरिया, चंदैनी स्कूल और पैलीमेटा के छात्र-छात्राओं ने बातचीत कर कोचिंग की पढ़ाई के बारे में बताया कि विषय की क्लास नियमित लग रही है और भौतिकी, रसायन, जीव विज्ञान और गणित जैसे विषय को समझने में आसानी हो रही है. कलेक्टर डॉ.जगदीश सोनकर के ऑनलाइन चर्चा पर आभार प्रदर्शन डॉ.केवी राव व संचालन जिला नोडल डॉ.मकसूद ने किया. इस दौरान हाइब्रिड मॉडल के नि:शुल्क सहभागी सचदेवा कोचिंग के संचालक चिरंजीव जैन, कोचिंग के विषय विशेषज्ञ शिक्षक, जिले के शिक्षा विभाग के अधिकारी और नवगठित जिले के सभी शालाओं के प्राचार्य व स्टॉफ और विद्यार्थी उपस्थित थे.
विषय शिक्षक की कमी से जूझ रहे नवगठित जिले के शासकीय स्कूलों के प्रत्येक बच्चों तक हाइब्रिड मॉडल से क्वालिटी शिक्षा को पहुंचाकर, उपलब्धि स्तर में सुधार करना हमारा लक्ष्य है.
डॉ.जगदीश कुमार सोनकर, कलेक्टर जिला केसीजी
यह कार्य सेवा भावी कोचिंग अकेडमी के नि:शुल्क सहयोग से कठिन समझे जाने वाले विषयों जैसे भौतिकी, रसायन, जीव विज्ञान और गणित में ब्लू प्रिंट का उपयोग कर बेहतर परिणाम के लिये एक सामूहिक प्रयास है.
डॉ.केव्ही राव, जिला शिक्षा अधिकारी
जिले में हाइब्रिड एजुकेशन की परिकल्पना को साकार करने के लिये सभी शालाओं को बेहतर इंटरनेट कनेक्टिविटी में लाना और चार चरण की रणनीति में मेंटोर की भूमिका के साथ इसे 100 प्रतिशत स्कूलों में लागू करना हमारा मुख्य ध्येय है.