नगर पालिका में खत्म हुई भाजपा की साढ़े साती, गिरिजा चंद्राकर बनी खैरागढ़ नगर पालिका की कार्यवाहक अध्यक्ष
रिक्त पद पर शासन के आदेश के बाद की गई नियुक्ति
कांग्रेस के हिट विकेट के बाद अब भाजपा खेमे में जश्न का माहौल
खैरागढ़. भाजपा महिला मोर्चा की मंडल अध्यक्ष व नगर के वार्ड क्र.12 अमलीपारा से लगातार दूसरी बार अपराजेय पार्षद रही श्रीमती गिरिजा नंद चंद्राकर को छत्तीसगढ़ शासन के नगरी प्रशासन विभाग ने आगामी आदेश तक खैरागढ़ नगर पालिका के कार्यवाहक अध्यक्ष पद पर मनोनीत किया है।
साढ़े सात साल बाद पालिका में सत्ता सुख में लौटी भाजपा
मंगलवार की देर शाम इस संबंध में आदेश जारी होने के बाद शहर भाजपा खेमे में जश्न का माहौल रहा वहीं बुधवार को पालिका के सत्ता सुख से बीते साढ़े सात साल से वंचित रहे भाजपाइयों ने नगर पालिका पहुंचकर जमकर आतिशबाजी की और अपनी खुशी जाहिर करते हुए जमकर संगठनात्मक नारेबाजी भी की। इस दौरान जिला भाजपा अध्यक्ष घम्मन साहू, जिला महामंत्री रामाधर रजक, वरिष्ठ भाजपा नेता विकेश गुप्ता, राकेश गुप्ता, भगवत शरण सिंह, विनय देवांगन, कमलेश कोठले, रूपेंद्र रजक, आयश सिंह बोनी, राजेश देवांगन, आलोक श्रीवास, राजीव चंद्राकर, नरेंद्र श्रीवास, आशीष सिंह व भाजपा कार्यकर्ताओं सहित विशेषतौर पर नगर पालिका अध्यक्ष गिरिजा चंद्राकर के पति नंदकुमार चंद्राकर मौजूद थे। गिरिजा के अध्यक्ष बनने पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह ने विशेष तौर पर बधाई दी है।
10 में 6 ओबीसी भाजपा पार्षदों के बीच जानिए गिरिजा क्यों बन गई नगर पालिका अध्यक्ष
20 वार्ड वाली खैरागढ़ नगर पालिका में अढ़ाई साल पहले हुये नगर पालिका के आम चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के 10-10 पार्षद निर्वाचित हुये। लॉटरी से कांग्रेस के वार्ड नंबर 2 से पार्षद शैलेंद्र वर्मा अध्यक्ष व वार्ड नंबर 18 से पार्षद अब्दुल रज्जाक खान नगर पालिका के उपाध्यक्ष बने थे। सात माह पहले प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद खैरागढ़ नगर पालिका में बदलते घटनाक्रम के बीच नगर पालिका अध्यक्ष रहे शैलेंद्र वर्मा के इस्तीफे का विवाद सामने आया और बीते 3 महीने तक न्यायालयीन और प्रशासनिक प्रक्रिया के बाद शैलेंद्र को नगर पालिका के अध्यक्ष पद से हटाया गया और अब भाजपा पार्षद गिरिजा को पालिका का कार्यवाहक अध्यक्ष मनोनीत किया गया है। इसके बाद नगर के राजनीतिक गलियारों में अलग-अलग चर्चाओं का बाजार गर्म है लेकिन चर्चाओं के बीच यह जानना बेहद जरूरी है कि आखिर 10 में से 6 ओबीसी भाजपा पार्षदों के बीच आखिर गिरिजा को ही भाजपा संगठन ने नगर पालिका अध्यक्ष क्यों बनाया। दरअसल पिछले एक माह से नगर पालिका के कार्यवाहक अध्यक्ष के रूप में नगर भाजपा के कुछ बड़े चेहरों की भी दावेदारी रही थी, इनमें भाजपा के वरिष्ठ नेता चंद्रशेखर यादव, पालिका के नेता प्रतिपक्ष रूपेंद्र रजक और शहर मंडल भाजपा अध्यक्ष विनय देवांगन की भी दावेदारी प्रबल थी वहीं भाजपा के नए ओबीसी नेता के रूप में त्रिवेणी रजक और मोनिका रजक का भी नाम सामने था लेकिन गिरिजा ने बाजी मारी। राजनीति के जानकार बताते हैं कि खैरागढ़ विधायक यशोदा वर्मा के गृह वार्ड अमलीपारा से लगातार दो बार चुनाव जीतकर अपराजित रही गिरिजा नंद चंद्राकर बेहद साफ सुथरी और निर्विवाद छवि की नेत्री रही है वहीं महिला मोर्चा सहित भाजपा के स्थानीय संगठनों में उनका काम बेहतर रहा हैं। भाजपा संगठन ने खैरागढ़ विधायक के गृह वार्ड अमलीपारा से लगातार चुनाव जीत रही गिरिजा को पालिका अध्यक्ष पद देकर राजनीतिक विरोधियों और कार्यकर्ताओं के बीच एक अलग संदेश देने की कोशिश की है। पहले भी इस तरह की चर्चा आम थी कि खैरागढ़ में कोई तेज तर्रार नेता को छोड़कर भाजपा संगठन साफ, सुथरी और सरल छवि को ही मौका देगी और हुआ भी ऐसा ही। बहरहाल नगर पालिका खैरागढ़ में भाजपा की साढ़ेसाती अब खत्म हो गई है और एक दो दिन बाद शुभ मुहूर्त में गिरिजा नंद चंद्राकर समारोहपूर्वक खैरागढ़ नगर पालिका में पदभार ग्रहण करेगी।