नगर पालिका अधिकारी खैरागढ़ के खिलाफ एफआईआर करने कांग्रेसियों ने दिया आवेदन

गहराया मीराबाई चौक में बिना जन सहमति तोड़फोड़ विवाद
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. नगर के ऐतिहासिक मीराबाई चौक में नगर पालिका अधिकारी द्वारा की गई अचानक तोड़फोड़ और हरे-भरे वृक्षों की अवैध कटाई को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। स्थानीय नागरिकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इसे शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुँचाने वाला कृत्य बताते हुये थाना प्रभारी को नगर पालिका अधिकारी के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने तथा दोषी अधिकारी के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।

ज्ञापन के अनुसार 14 अप्रैल 2025 को बाबा साहेब डॉ.भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर शासकीय अवकाश के दिन नगर पालिका खैरागढ़ के मुख्य अधिकारी ने बिना किसी वैधानिक प्रक्रिया या सार्वजनिक सूचना के मीराबाई चौक में स्थापित प्रतिमा को हटवाते हुये संपूर्ण चौक परिसर में पालिका अमले के द्वारा जेसीबी से तोड़फोड़ कराई। इस दौरान परिसर में लगे पुराने वृक्षों की भी अवैध कटाई कर दी गई जिससे पर्यावरण को भी गंभीर क्षति पहुँची है। नगरवासियों का कहना है कि मीराबाई चौक का निर्माण नगर पालिका परिषद द्वारा सार्वजनिक खर्च से कराया गया था और यह स्थान श्रद्धा का केंद्र रहा है। नगर पालिका अधिनियम 1961 के तहत बिना सामान्य सभा या परिषद संचालन समिति की स्वीकृति के ऐसी कोई भी कार्रवाई नियमों के खिलाफ है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि इस तरह की मनमानी से न केवल जनभावनाओं को ठेस पहुँची है बल्कि शासकीय धन और संपत्ति का भी नुकसान हुआ है। प्रदर्शनकारियों ने भारतीय दंड संहिता की धारा 324(4) सहित अन्य धाराओं के तहत दोषी अधिकारी के विरुद्ध तत्काल एफआईआर दर्ज कर दंडात्मक कार्यवाही की मांग की है साथ ही उन्होंने शासकीय संपत्ति को पहुंचे नुकसान की भरपाई और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिये सख्त दिशा-निर्देश जारी करने की भी मांग उठाई है। इस घटना को लेकर नगर में जनाक्रोश व्याप्त है। कई सामाजिक संगठनों ने भी इस मुद्दे पर जल्द निर्णय नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। शिकायत करने विधायक प्रतिनिधि मनराखन देवांगन, नेता प्रतिपक्ष दीपक देवांगन, उपाध्यक्ष रज्जाक खान, एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष सुमित जैन, पार्षद दिलीप लहरे, पुरुषोत्तम वर्मा, कांग्रेस नेतागण अंकित चोपड़ा, शेखर दास वैष्णव, महेश यादव, संत निषाद, अल्ताफ अली, सूर्यकांत यादव, चंद्रशेखर वर्मा, रामकुमार जांगड़े, भूपेंद्र वर्मा, रामगोपाल वर्मा सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।