धान खरीदी केन्द्रों में लिंकिंग के माध्यम से किसानों से हो रही अवैध वसूली
किसान समिति प्रबंधक पर लगा रहे आरोप
सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. किसानों से धान खरीदी पश्चात लिंकिंग के माध्यम से समिति द्वारा अवैध वसूली की जा रही है. वसूली से परेशान किसानों ने बैंक प्रबंधक पर आरोप लगाते हुये कहा है कि जिस वर्मी खाद को किसान नहीं ले गया है उस वर्मी खाद का जबरदस्ती पैसा जमा करवाया जा रहा है. प्रबंधक द्वारा पिछले वर्ष धान बोवाई के समय शासन के निर्देश पर अमानक वर्मी कम्पोस्ट खाद सोसाइटी के माध्यम से डीएपी, यूरिया के साथ अनिवार्य रूप से दिया गया लेकिन कई समितियों में वर्मी खाद नहीं होने पर भी प्रबंधक द्वारा परमिट में चढ़ा दिया गया है जिसका खाद किसानों को आज तक प्राप्त नहीं हुआ है.
अब जब किसान अपने धान की फसल समितियों में बेच रहे हैं तब लिंकिंग के माध्यम से जिस वर्मी खाद को किसान नहीं ले गये हैं उसका भी पैसा समिति प्रबंधक द्वारा किसानों से वसूला जा रहा है. मामले की जानकारी होते ही भाजपा नेता खम्हन ताम्रकार लिमो-बरबसपुर समिति पहुंचे जहां मामले का परीक्षण किये तो किसानों ने बताया कि जो खाद किसान नहीं ले गये हैं उसका भी पैसा समिति प्रबंधक द्वारा जमा करवाया जा रहा है. न केवल छुईखदान ब्लॉक के सहकारी समितियों में बल्कि पूरे प्रदेश के सहकारी समितियों में यही किया जा रहा है. युवा किसान नेता श्री ताम्रकार ने उन सभी किसानों से अपील करते हुये कहा है कि जो किसान वर्मी खाद नहीं ले गया है वो लिंकिंग में पैसा न कटवाये और लिखित में शिकायत करे. बरबसपुर में 125 किसान ऐसे है जो वर्मी खाद नहीं ले गये हैं वहीं लिमो में 100 से अधिक किसान है जो वर्मी खाद नहीं लिये हैं.