देवरी में मिनीमाता की प्रतिमा स्थापना को लेकर हो रहा विवाद
ले-आउट देने गांव पहुंचे तकनीकी सहायक को सतनामी समाज के लोगों ने रोका
सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. ग्राम पंचायत देवरी में मिनीमाता की प्रतिमा स्थापना को लेकर उपजा विवाद गहराता जा रहा है. प्रतिमा स्थापना के लिये ले-आउट बनाने गांव पहुंचे तकनीकी सहायक को सतनामी समाज के कुछ लोगों द्वारा रोक दिया गया जिसके बाद ग्राम सरपंच केजराम साहू ने विवाद का समाधान निकालने जिलाधीश को ज्ञापन सौंपा है. सौंपे ज्ञापन में सरपंच श्री साहू ने बताया है कि ग्राम पंचायत देवरी में वर्ष 2021-22 में अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण योजनांतर्गत मिनीमाता मूर्ति स्थापना एवं सौंदर्यीकरण कार्य के लिये 2.23 लाख रूपये की राशि स्वीकृत हुई थी जिसके पश्चात ग्राम पंचायत में विधिवत पंचायत प्रस्ताव पारित कर एवं सतनामी समाज के अनुयायी, ग्राम पंचायत देवरी के उपसरपंच मानिक टंडन द्वारा सतनामी समाज देवरी से आम सहमति लेकर मिनीमाता की मूर्ति स्थापना का कार्य कराया जा रहा था लेकिन मिनीमाता की मूर्ति स्थापना के लिये चबूतरा निर्माण कार्य पूरा हो जाने के बाद सतनामी समाज के कतिपय लोगों द्वारा मिनीमाता की मूर्ति को जैतखाम से हटाकर देवरी के बाजार चौक में चबूतरा बनाकर मूर्ति स्थापित करने की मांग की गई.
सतनामी समाज के कुछ लोगों ने बिना पंचायत प्रस्ताव के तथा ग्रामवासियों की सहमति के बगैर बाजार चौक देवरी के स्थान का चयन कर लिया जहां पंचायत द्वारा सायकल स्टैंड निर्माण के लिये उक्त स्थान को प्रस्तावित किया गया है. सतनामी समाज के द्वारा चबूतरा निर्माण व मिनीमाता मूर्ति स्थापित करने उक्त स्थान का भूमि पूजन भी कर लिया गया है. शुक्रवार 23 सितंबर को तकनीकी सहायक जनपद पंचायत खैरागढ़ मुरलीधर सोनबेर मिनीमाता की मूर्ति को जैतखाम से अलग हटाकर स्थापित करने के लिये जैतखाम के बाजू में ले-आउट देने गये थे किन्तु सतनामी समाज के कुछ लोगों के द्वारा ले-आउट देने से तकनीकी सहायक को रोक दिया गया.
पंचायत के विरोध में सतनामी समाज
दूसरी ओर पूरे मामले में मिनीमाता की मूर्ति लगाने को लेकर पंचायत के निर्णय को लेकर सतनामी समाज विरोध में है. समाज के लोगों का आरोप है कि समाज की ओर से केवल उपसरपंच मानिक टंडन ही समाज द्वारा चयनित भूमि का विरोध किया जा रहा है वहीं देवरी के दो पंच भी भूमिपूजन में शामिल हैं. मूर्ति स्थापना में पंचायत द्वारा मनमानी की जा रही है वहीं सतनामी समाज को मूति स्थापना के लिये पूछा ही नहीं गया है. पंचायत की मनमानी को देखते हुये ही समाज इसका विरोध कर रहा है. इसी के चलते गांव के बाजार चौक में रिक्त स्थान पर पूज् य मिनीमाता की मूर्ति स्थापना का निर्णय समाज ने लिया है.
पूरे मामले को लेकर समाज की ओर से अगुवाई कर रहे उमेश कोठले ने बताया कि पंचायत द्वारा 22 सितंबर को धोखे से पंचों का हस्ताक्षर कराया गया है और बाद में सायकल स्टैंड के लिये प्रस्ताव किया गया जबकि पंचायत द्वारा चयनित स्थान में मूर्ति स्थापना को लेकर न केवल देवरी के ग्रामीण बल्कि सतनामी समाज खैरागढ़ भी विरोध कर रहा है. इस बाबत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र भी प्रेषित कर दिया गया है. पंचायत का निर्णय कि जहां समाज व अन्य ग्रामीण पूज् य मिनीमाता की मूर्ति स्थापित करना चाह रहे हैं वहां पंचायत सायकल स्टैंड बनाना चाह रहे हैं. अब प्रश्र यह उठता है कि मिनीमाता की मूर्ति स्थापना जरूरी है कि सायकल स्टैंड बनाना जरूरी है.