जीव दया को लेकर विश्व गौरैया दिवस पर कन्या महाविद्यालय में हुई परिचर्चा

पर्यावरण संरक्षण के उपायों पर महती चर्चा में शामिल हुए प्राध्यापक एवं छात्राएं
खैरागढ़. जीव दया को लेकर विश्व गौरैया दिवस पर खैरागढ़ के नवीन कन्या महाविद्यालय में परिचर्चा का विशेष आयोजन संपन्न हुआ। इस दौरान पर्यावरण संरक्षण के उपायों पर महती चर्चा में महाविद्यालय के प्राध्यापकगण एवं छात्राएं शामिल हुई। जानकारी अनुसार शासकीय नवीन कन्या महाविद्यालय में प्राचार्य डॉ.ओपी गुप्ता के निर्देश पर विश्व गोरैया दिवस मनाया गया। ज्ञात हो कि विश्व गोरैया दिवस प्रतिवर्ष 20 मार्च को नेचर फारेस्ट सोसाइटी भारत व इकोसिस फाउंडेशन फॉन्स के सयुंक्त प्रयास से मनाया जाता है। यह दिवस भारत की सबसे लोकप्रिय गौरिया चिड़िया के प्रति जागरूकता बढाने के लिए मनाया जाता है।कार्यक्रम मे मुख्य वक्ता के रूप उपस्थित विषयवक्ता माणिकचंद बंजारे ने कहा कि नासिक निवासी मोहम्मद दिलावर ने घरेलू गोरैया कि सहायता हेतु गठित सोसायटी के बारे मे बताया और साथ ही गोरैया कि विलुप्ति पर प्रकाश डालते हुए उनके कारणों पर चर्चा कि जैसे शहरीकरण एवं वनो की कटाई से कीटनाशको के प्रयोग के कारण और प्रदूषण ख़ासकर वायु प्रदूषण, मोबाइल फोन के प्रयोग के कारण गौरैया चिड़िया की संख्या कम होती जा रही है। श्री बंजारे ने इन नन्हे दूतो की सुरक्षा के उपाय भी बताये और अधिक अधिक से पेड़ लगाने, कृत्रिम खोसला बनाने, कीटनाशको का प्रयोग कम से कम करने तथा प्रकृति के नन्हे दूत सुरक्षित रहे इसलिए पर्यावरण के संतुलन एवं इस कार्य मे मदद की सराहना के लिये एनएफएस ने 20 मार्च 2011 में गुजरात के अहमदाबाद से गोरैया पुरस्कार की शुरुआत की गई। इस अवसर पर महाविद्यालय की छात्राओं ने पोस्टर प्रतियोगिता के माध्यम से गौरैया के संरक्षण को लेकर अपनी सशक्त अभिव्यक्ति को आकार दिया। कार्यक्रम में विशेष तौर पर डॉ.मेधाविनी तुरे, मैथिली पटेल, भूपेंद्र साहू, अजय वर्मा, दुर्वासा सिन्हा, सूरज दुबे, पोषण साहू सहित प्राध्यापक गण एवं बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित रही। कार्यक्रम का संचालन पायल सुधाकर व आभार प्रदर्शन टिकेश्वरी साहू ने किया l