जिले में रोजगार दिवस पर शुरू हुई क्यूआर कोड प्रणाली

मनरेगा में डिजिटल पारदर्शिता की नई पहल

अब ग्रामीण अपने मोबाइल से जान सकेंगे गांव के विकास कार्यों की पूरी जानकारी
सत्यमेव न्यूज के लिए आकाश तिवारी खैरागढ़। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) में पारदर्शिता और जनभागीदारी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से खैरागढ़ जिले में रोजगार दिवस के अवसर पर एक नई डिजिटल पहल की शुरुआत की गई। जिले की सभी ग्राम पंचायतों में सोमवार को मनाए गए रोजगार दिवस पर ग्रामीणों को क्यूआर कोड प्रणाली की जानकारी दी गई जिसके माध्यम से वे अपने गांव के विकास कार्यों की पूरी जानकारी मोबाइल पर प्राप्त कर सकेंगे। कलेक्टर इंद्रजीत चंद्रवाल के मार्गदर्शन में प्रारंभ इस पहल के तहत पंचायत भवनों और प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर विशेष क्यूआर कोड लगाए गए हैं। कोई भी व्यक्ति इन कोड को स्कैन कर पिछले तीन वर्षों के स्वीकृत कार्य, व्यय राशि, प्रगतिरत योजनाएं, जॉब कार्डधारियों की संख्या और सृजित मानव दिवस की जानकारी तत्काल देख सकता है। जिले में अब तक 2732 ग्रामीणों ने क्यूआर कोड स्कैन कर जानकारी प्राप्त की है जिससे यह पहल तेजी से लोकप्रिय हो रही है। सीईओ जिला पंचायत प्रेम कुमार पटेल ने सभी जनपद पंचायत सीईओ को निर्देश दिए हैं कि वे रोजगार दिवस के अवसर पर इस प्रणाली की जानकारी अधिक से अधिक ग्रामीणों तक पहुंचाएं और इसे जनजागरूकता अभियान के रूप में प्रसारित करें। पटेल ने बताया कि यह डिजिटल पहल केवल तकनीकी नवाचार नहीं बल्कि ग्राम स्तर पर जवाबदेही और पारदर्शिता का डिजिटल आंदोलन है। अब ग्रामीण अपने गांव के विकास कार्यों की वास्तविक स्थिति अपने मोबाइल से देख सकेंगे। इस पहल से न केवल योजनाओं में पारदर्शिता बढ़ेगी, बल्कि दोहराव पर भी अंकुश लगेगा और जनता की भागीदारी मजबूत होगी। अब ग्रामीण केवल योजनाओं के दर्शक नहीं बल्कि अपने गांव की विकास यात्रा के सशक्त सहभागी और निगरानीकर्ता बनेंगे।