जिले की महत्वकांक्षी सिद्धबाबा जलाशय परियोजना के कार्य नियोजन को लेकर कलेक्टर ने दिखाई सख्ती

कलेक्टर ने निर्माणाधीन सिद्धबाबा जलाशय का किया स्थल निरीक्षण
गुणवत्ता का ध्यान रखते हुये काम शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश
सवा दो सौ करोड़ की लागत से किया जा रहा जलाशय का निर्माण
सत्यमेव न्यूज/खैरागढ़. कलेक्टर चन्द्रकांत वर्मा ने निर्माणाधीन सिद्धबाबा जलाशय एवं डेम का औचक निरीक्षण किया उन्होंने जलाशय के निर्माण से डुबान क्षेत्र और किसानों से सहमति के बारे में जानकारी ली. वही डूबान क्षेत्र के भू-अर्जन एवं वन प्रकरणों को तेजी से निराकृत करने संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिया वहीं श्री वर्मा ने निर्माणधीन नहर का निरीक्षण कर एजेंसी और विभाग को निर्देशित किया कि यह शासन की 220 करोड़ रूपये की लागत वाली महत्वकांक्षी परियोजना है. इससे जिले के 19 गांव के अलावा बेमेतरा और दुर्ग जिले के कई गांव भी लाभांवित होंगे. इस लिहाज से निर्माण कार्य में गुणवत्ता का खास ख्याल रखते हुए इसे प्राथमिकता के साथ जल्द से जल्द पूरा कराने जल संसाधन विभाग को निर्देशित किया. गौरतलब हैं कि निर्माणाधीन सिद्धबाबा जलाशय केसीजी जिले के छुईखदान विकासखंड में स्थित है. परियोजना का जल आवक क्षेत्र 122.86 वर्ग किलोमीटर है. योजना के मुख्य बांध पार की लंबाई 600 मीटर तथा सडल डेम की लंबाई 500 मीटर है. इस प्रकार इसकी कुल लंबाई 1100 मीटर होगी. इस दौरान एसडीएम रेणुका रात्रे, ईई जल संसाधन मनोज कुमार पराते सहित अन्य विभागों के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे.
जिले के इन गांवों को मिलेगा सीधा फायदा
सिद्धबाबा जलाशय से तीन जिलों के 34 गांव लाभान्वित होंगे. जिसमें खैरागढ़-छुईखदान-गंडई के छुईखदान विकासखंड के 19 गांव को लाभ मिलेगा. विकासखंड छुईखदान के ग्राम गभरा, कोटरीछापर, ढोरिया, भरदा, विचारपुर, मैनहर, बुन्देली, पुरैना, मुरई, खैरी, सीताडबरी, सूराडबरी, कोटरा, उदयपुर, बोरई, ओडिय़ा, कुटेलीकला, साल्हेकसा और आमाघाटकादा को सिंचाई सुविधा मिलेगी. इसके अलावा शेष 15 गांव बेमेतरा और दुर्ग जिले के अंतर्गत आते है. उन गांवों को भी सीधे सिंचाई सुविधा प्राप्त होगी.
परियोजना से जिले के 10 जलाशय को भी मिलेगा पानी
सिद्धबाबा जलाशय का निर्माण होने के बाद मुख्य तथा लघु नहरों में निर्मित 21 बांधों में किसानों को सिंचाई सुविधा के लिए पानी की पूर्ति की जाएगी. जिला केसीजी के विकासखंड छुईखदान के मुरई टारबांध, खैरी जलाशय, विचारपुर टारबांध, बुन्देली टारबांध, उदयपुर जलाशय, बोरई टारबांध, कोटरा टारबांध, कुटेलीकला जलाशय, ओडिय़ा टारबांध, साल्हेकला टारबांध में सिंचाई सुविधा के लिए पानी की पूर्ति की जायेगी. इसके अलावा जिला बेमेतरा के 8 और दुर्ग के 3 जलाशय में सिद्धबाबा जलाशय के माध्यम से पानी पूर्ति कर किसानों को सिंचाई सुविधा मिलेगी.
22 हजार मीटर में होगा नहर नाली का निर्माण
जलाशय का मुख्य नहर दायीं ओर से प्रारंभ होकर 3220 मीटर में लमती नदी को पार करके एक्वाडक्ट का निर्माण कर दांयी तथा बांयी ओर के कमाण्ड रकबा में सिंचाई होगी. योजना के मुख्य नहर की कुल लंबाई 22310 मीटर एक वितरक साखा तथा इस माईनरों का निर्माण प्रस्तावित है. जलाशय के निर्माण से छुईखदान तहसील के 6 गांव, इसमें निजी भूमि 141.71 हेक्टेयर, शासकीय भूमि 48.44 हेक्टेयर व न्यूनतम वन भूमि पीएफ 15 हेक्टेयर सहित कुल 205.15 हेक्टेयर भूमि डुबान क्षेत्र के अंतर्गत आ रही है. सिद्धबाबा जलाशय से कोई भी ग्राम प्रभावित नहीं हो रहा है.