जिला सचिव संघ के पदाधिकारियों ने की जिपं उपाध्यक्ष से मुलाकात

सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. जिला सचिव संघ के पदाधिकारियों ने जिला पंचायत उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह के समक्ष अपनी 1 सूत्रीय मांग शासकीकरण से उन्हें अवगत कराया। विधानसभा चुनाव 2023 के समय भाजपा के घोषणा पत्र में शामिल कर पंचायत सचिवों का शासकीयकरण करने का वादा भाजपा द्वारा किया गया था और भारी बहुमत से सरकार बनने एवं 480 दिन बीत जाने के बाद भी आदेश नहीं होने से नाराज पंचायत सचिव हड़ताल पर है जिससे ग्राम पंचायत में संचालित समस्त योजनाएं पूरी तरह ठप्प हो गई है और कई ग्राम पंचायत के नव निर्वाचित सरपंच प्रभार ही नहीं ले पाये है जिसके चलते ग्रामीणों को अपना कार्य करने में परेशानी हो रहा है। सचिवों की बात सुनने के बाद जिपं उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह ने कहा कि आप सभी सचिव ग्राम पंचायत की रीढ़ है।हड़ताल में चले जाने से ग्राम पंचायत का कार्य बाधित हो रहा है जल्द हड़ताल वापस कर काम पर लौटे। मै आप लोगो की मांग को पंचायत मंत्री और मुख्यमंत्री तक पहुंचाकर उसे पूरा करने निवेदन करूंगा।सचिव संघ के जिला अध्यक्ष लोकेश जंघेल ने बताया कि अनिश्चितकालीन हड़ताल को लेकर प्रदेश पंचायत पदाधिकारियों और जिला अध्यक्ष और पंचायत मंत्री विजय शर्मा के बीच गहन चर्चा हुई जिसमें मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि आप लोगो की जो मांग है वो मोदी के गारंटी में है तो निश्चित रूप से पूरा होगा।उसके लिए पांच सदस्यों के टीम के साथ समिति का गठन कर दिया है रिपोर्ट आने के बाद आप लोगो के पक्ष में आदेश होगा। इसे लेकर संघ के पदाधिकारियों ने यह कहकर हड़ताल वापस नहीं लिया है कि पूर्व में भी समिति बनाकर एक महीना में रिपोर्ट देने की बात आपके द्वारा किया गया था किंतु आज तक रिपोर्ट नहीं आया और फिर से समिति बना दिया गया ऐसे में हम विश्वास कैसे करे। सचिव संघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेंद्र पैकरा ने कहा कि हमारा शासकीयकरण कब तक हो जाएगा समय सीमा बताई जाये या समिति में सचिवों को भी शामिल किया जाये पर मंत्री इस पर राजी नहीं हुये। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा और सचिव संघ के बीच हुये चर्चा में कोई बात नहीं बनी और हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया गया। इस दौरान लोकेश जंघेल जिला अध्यक्ष केसीजी लाला जंघेल, उपाध्यक्ष निलेश सिंह, ब्लॉक अध्यक्ष, जागेश्वर धनकर ब्लॉक अध्यक्ष,भागवत साहू, गेंदकुमार जंघेल, अजय जंघेल, प्रेमचंद सेन, रामजी जंघेल अन्य सचिव उपस्थित थे।