जिला बनने के बाद भी खैरागढ़ में सिंगल विंडो सिस्टम नहीं होने से अपनी जमीन नहीं बेच पा रहे जरूरतमंद
जिला निर्माण के सवा साल बाद भी केसीजी में कई प्रशासनिक कार्य नहीं हो पा रहे
जिला मुख्यालय में अभी भी नहीं हो पा रहा कई विभागों का संचालन
नई सरकार से उम्मीदें पर अब तक कार्रवाई शून्य
सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. जिला निर्माण के सवा साल बीत जाने के बाद भी खैरागढ़ में कई आवश्यक कार्य नहीं हो पा रहे हैं. लोग अपनी जरूरतों के लिए भटक रहे हैं हालात यह है कि 15 महीने बाद भी खैरागढ़ जिला मुख्यालय में सिंगल विंडो सिस्टम की शुरुआत नहीं हो पाई है जिसके कारण शासन के रहना नियमों की प्रतिपूर्ति नहीं हो पा रही है. इस समस्या के बीच जरूरतमंद अपनी जमीन तक नहीं बेच पा रहे हैं. मामले को लेकर रियल एस्टेट कारोबार से जुड़ी श्रीमती प्रतिभा राजेश मिश्रा का कहना है कि खम्हरियाखुर्द वार्ड नं.3 खैरागढ़ में उनकी निजी भूमि हैं. इस भूमि को शासन के नियमानुसार नगर निवेश से अनुमति के बाद नियमों के मुताबिक ही इसे विक्रय करने बीते 15 महीने से प्रशासनिक कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं. खैरागढ़ कलेक्ट्रेट में बताया गया कि राज्य शासन के द्वारा संचालित अकाल विंडो सिस्टम अब तक खैरागढ़ जिले में प्रारंभ नहीं हो पाया है जिसके कारण लोग नियमों के मुताबिक भी अपनी भूमि का विक्रय नहीं कर पा रहे हैं. जिला निर्माण के बाद अभी भी राजनांदगांव जिले से ही नगर निवेश विभाग से कार्यों का संचालन हो रहा है. ऐसे में कई जरूरतमंद लोग खैरागढ़ से राजनांदगांव तक चक्कर काट रहे हैं. इस मामले को लेकर पूर्व में पदस्थ कलेक्टर गोपाल वर्मा से कुछ भूमि धारकों की बात हुई थी वहीं पत्रकारों ने भी सिंगल विंडो सिस्टम प्रारंभ करने को लेकर उनसे मांग की थी, जिसे लेकर कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा था कि नवीन जिला निर्माण के बाद बहुत से विभाग अभी खैरागढ़ में संचालित नहीं हो पा रहे हैं. शासन की प्रक्रिया के तहत धीरे-धीरे यह प्रशासनिक व्यवस्था सदृढ़ होगी. मामले को लेकर श्रीमती प्रतिभा राजेश मिश्रा का कहना है कि उनकी निजी भूमि की बिक्री प्रशासनिक कारणों से रुक जाने के कारण वह आर्थिक व मानसिक रूप से बेहद परेशान है. बेटी कोटा राजस्थान में पढ़ाई कर रही है, अपनी जमीन विक्रय नहीं हो पाने के कारण अब कर्ज लेने की मजबूरी आन पड़ी है. मामले में ऐसे बहुत से भूमि स्वामी है जो जिला निर्माण के बाद प्रशासनिक अड़चनों के कारण अपनी जमीन बेच नहीं पा रहे हैं. इस समस्या के निराकरण को लेकर नव पदस्थ कलेक्टर चंद्रकांत वर्मा से उम्मीद बढ़ी है कि वे इस दिशा में शीघ्र पहल कर समस्या का निराकरण करेंगे.