जल स्तर गिरा: पेयजल की समस्या से जूझ रहे हैं उदयपुर के क्षेत्रवासी

सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. गर्मी लगने के साथ ही तेजी से जिले के विभिन्न इलाकों में जल स्तर गिर रहा है। भू-जल स्तर के गिरने से पेयजल की समस्या से जिले के उदयपुर के क्षेत्रवासी जूझ रहे हैं। बता दे कि उदयपुर के कोटरा, सुराडबरी, बोरई, कुटेलीकला, साल्हेकला, ओड़िआ, आमाघाट कादा, खपरी दरबार के साथ-साथ दर्जनों गांव में जलस्तर गिरने से पेयजल की समस्या से क्षेत्रवासी परेशान है पेयजल एवं निस्तारी के लिये भी क्षेत्रवासियों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रही है।
बढ़ती गर्मी के साथ गहराने लगी जल संकट की समस्या
पिछले 6 माह से बारिश नहीं होने और प्राकृतिक जल स्त्रोतों के लगातार सूखने के कारण इलाके में तेजी से भू-जल स्तर लगातार नीचे गिरता जा रहा है। उदयपुर के समीप लमती नाला के जल स्तर के आधार पर ही क्षेत्र के नलकूप का जल स्तर तय होता है। बारिश नहीं होने की वजह से लगातार जल स्तर नीचे जा रहा है जिससे आने वाले गर्मी के दिनों में जल संकट गहराने की अपार संभावना है जिससे क्षेत्रवासी काफी परेशान है। गर्मी से राहत पाने के लिये कूलर एवं अन्य उपकरणों पर भी पानी की आवश्यकता पड़ती है। पेयजल के लिए पानी की समस्या हो रही है तो गर्मी से राहत पाने के लिये भी पानी की आवश्यकता है। हैंड पंप नलकूप में पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध नहीं हो पा रही है।
पानी की कमी के चलते फसल भी हो चुकी है चौपट
पिछले 6 माह से बारिश नहीं होने की वजह से कृषि के लिये उपयोग होने वाली नलकूप में लगातार जल स्तर में गिरावट होने की वजह से सिंचाई के लिये पर्याप्त पानी नहीं मिल पाने से क्षेत्र के दर्जनों गांव में चना गेहूं सोयाबीन एवं सब्जी के फसलों का फसल पूरी तरह से चौपट हो चुका है जिससे किसानो को भारी नुकसान हुआ है किसान अब शासन से मुआवजा का भी मांग कर रहे हैं। गर्मी के दिनों में मकान बनाने का कार्य जोरों शोरो से चलता है। क्षेत्र के ग्रामीण कृषक एवं मजदूर वर्ग के लोग कृषि कार्य से छुटकारा पाकर मकान बनाने का कार्य करते हैं प्रधानमंत्री आवास में भी सैकड़ो की संख्या में ग्रामीणों को आवास की स्वीकृति प्राप्त हुई है परंतु पानी की समस्या के चलते मकान बनाने का कार्य भी अधिकांशत बंद हो चुका है साथ ही गर्मी के दिनों में शादी का का भी मुहूर्त अधिक होता है। शादियों में पानी की समस्या के चलते गरीब परिवारों के शादी में जल संकट किसी आपदा से काम नहीं है।
क्षेत्रवासियों को प्रशासन के सहयोग की आवश्यकता है
जल संकट से छुटकारा पाने के लिए प्रशासन को ठोस कदम उठाते हुये प्रत्येक ग्राम पंचायत में पानी टैंकर की व्यवस्था एवं पर्याप्त पानी सप्लाई करने के लिए ग्राम पंचायतो को संसाधन का व्यवस्था करने की आवश्यकता है जिससे इस जल संकट कुछ हद तक छुटकारा मिल सके।