छुईखदान में नदारद रहते हैं पटवारी, जरूरी काम कराने किसान हो रहे परेशान
सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा 3 वर्ष से अधिक समय तक पदस्थ पटवारियों को उनके हल्का से हटाकर किसी अन्य हल्का में पदस्थ करने लिये गये निर्णय के चलते सभी पटवारी हल्का में नये-नये पटवारियों की पदस्थापना हुई है. ग्राम पंचायत उदयपुर में पटवारी के बैठने के लिये पटवारी भवन भी बना है परंतु आज तक एक भी दिन पटवारी भवन में नहीं बैठते जिसके चलते किसान अपना काम कराने परेशान रहते हैं.
किसानों की समस्या को देखते हुये जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष गुलशन तिवारी व विधायक प्रतिनिधि तहसील कार्यालय छुईखदान ने तहसीलदार से अपील की थी कि सभी पटवारी को उनके हल्के में रहकर किसानों का सहयोग करेंगे जिसे लेकर तहसील कार्यालय से सभी पटवारियों को आदेश भी किया जा चुका है की पटवारियों को अपने हल्के में ही रहकर किसानों की जमीन संबंधी समस्याओं का निराकरण करना है परंतु इसके बावजूद पटवारियों के द्वारा अपने हल्के में ना रहना उच् च अधिकारियों के आदेश की अव्हेलना है जिससे किसानों को परेशानी हो रही है. उदयपुर हल्का क्षेत्र सहित बोरई, साल्हेकला, खैरी व पद्मावतीपुर पटवारी हल्का है सभी हल्का में पटवारी अपने हल्के में न रहकर तहसील कार्यालय या अपने निवास से ही कार्य का संचालन कर रहे हैं.
पटवारियों की मनमानी का खामियाजा भुगत रहे किसान
पूर्व में हुये गिरदावरी में धान के फसल को सोयाबीन तथा सोयाबीन के फसल को धान कर दिया गया है. अब धान बिक्री के समय किसानों को पटवारियों का चक्कर लगाना पड़ रहा है जिससे किसान परेशान हो रहे हैं. यह कहना गलत नहीं होगा कि पटवारियों की गलती की सजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है, किसानों की मनमानी का खामियाजा अब किसानों को भुगतना पड़ रहा है और अपने छोटे-छोटे काम के लिये भी किसानों को पटवारी कार्यालय का चक्कर काटना पड़ता है या लंबी दूरी तय कर उनके निवास पहुंचकर काम कराना पड़ रहा है.
जानिये क्या कहते किसान
टेटकु राम साहू, ग्राम उदयपुर- मामले में ग्राम उदयपुर के कृषक टेटकुराम साहू का कहना है कि हमें तो पता भी नहीं है हमारा पटवारी कौन है, इससे पहले कम से कम पटवारी दिख भी जाता था लेकिन अब तो गांव आना भी छोड़ दिये हैं.
भुनेश यादव, ग्राम उदयपुर- मुझे अपना आय प्रमाण पत्र बनवाना है, मैं 85 प्रतिशत से भी अधिक दिव्यांग हूं परंतु हमारा पटवारी कौन है पता नहीं होने की वजह से मेरा आय प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहा है.
सभी पटवारियों को सप्ताह में 2 दिन अपने हल्के में रहकर कार्य करने के लिए निर्देशित किया गया है, जो भी पटवारी अपने हल्के पर 2 दिन नहीं रहेंगे उनके विरूद्ध कार्यवाही होगी.