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पॉलिटिक्स

पालिका के विशेष सम्मेलन में भाजपा-कांग्रेस के बीच नगर विकास को लेकर तीखी नोक-झोंक

सत्यमेव न्यूज़ खैरागढ़. नगर पालिका परिषद खैरागढ़ में सत्ता परिवर्तन व भाजपा की वापसी के बाद शुक्रवार की शाम को नगर विकास सहित कुछ अहम मुद्दों को लेकर पालिका का विशेष सम्मेलन आहूत किया गया जहां भाजपा व कांग्रेस पार्षदों के बीच जमकर नोक-झोंक व विभिन्न विषयों को लेकर गहमा-गहमी देखने को मिली। समाचार लिखे जाने तक आधे से अधिक विषयों पर सम्मेलन की बैठक बेहद हंगामेदार रही। नगर के सभी 20 वार्डों में से ईतवारी बाजार वार्ड को काम नहीं मिलने को लेकर कांग्रेस पार्षद दीपक देवांगन ने आवाज उठाई जिसका विधायक प्रतिनिधि मनराखन देवांगन व पार्षद पुरूषोत्तम वर्मा ने समर्थन किया। इसी दौरान कांग्रेस नेता व उपाध्यक्ष अब्दुल रज्जाक खान ने अंबेडकर वार्ड में काम देने को लेकर भेदभाव का आरोप लगाया है। मामले में अपना पक्ष रख रही पालिका अध्यक्ष गिरजा नंद चंद्राकर को कांग्रेस पार्षदों ने जमकर घेरा जिसके बाद भाजपा पार्षद व हाल ही में सभापति बने विनय देवांगन सहित सांसद प्रतिनिधि राकेश गुप्ता ने हस्तक्षेप कर कहा कि भाजपा में सभी वार्डों का विकास होगा जिसे लेकर कांग्रेस पार्षदों ने चुटकी ली कि भेदभाव कर क्या भाजपा नगर में सबका साथ व सबका विकास के अपने नारे को गलत साबित नहीं कर रही है। इस बीच भाजपा के वरिष्ठ पार्षद चंद्रशेखर यादव ने पालिका प्रशासन से लिखित में बैठक के एजेंडे को आगे बढ़ाने की हिदायत दी और सीएमओ प्रमोद शुक्ला से कहा कि पहले भी बैठकों में आगे पाठ पीछे सपाट की स्थिति बनती रही है लेकिन अब नगर विकास को लेकर ऐसा नहीं होना चाहिये।

सम्मेलन में बजट सारांश का पठन करने उठे लेखापाल दुष्यंत श्रीवास को कांग्रेसियों ने बीच में ही रोक दिया और कहा कि यह नियम के विरूद्ध है। विधायक प्रतिनिधि मनराखन देवांगन ने नियमों का हवाला देकर आपत्ति करते हुये कहा कि सम्मेलन में बजट पेश नहीं किया जा सकता, इसके लिये पूरे नियमों का पालन किया जाना चाहिये। इस पर भाजपा पार्षद चंद्रशेखर यादव ने चुटकी लेते हुये कहा कि पालिका में सदन की गरिमा का ख्याल रखा जाये इसे ग्राम पंचायत न बनायें।

सम्मेलन में दोनों ही दल के नेताओं ने पूर्व विधायक स्व.राजा देवव्रत सिंह की आदमकद प्रतिमा के अनावरण के लिये सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया। इस विषय पर विधायक प्रतिनिधि श्री देवांगन ने पहले निंदा करते हुये कहा कि भाजपा की सरकार आने के बाद जानबूझकर स्व.देवव्रत सिंह की मूर्ति का अनावरण बेवजह रोका गया। इस पर सभापति विनय देवांगन ने कहा कि राजा देवव्रत सिंह पूरे खैरागढ़ अंचल के गौरव हैं, तिथि तय कर समारोहपर्वूक उनकी मूर्ति का अनावरण किया जायेगा। सर्वसम्मति से तय किया गया कि प्रभारी मंत्री, सांसद, विधायक सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में गरिमामय आयोजन कर स्व.सिंह की मूर्ति का अनावरण करना चाहिये। इस बीच तिथि को लेकर सीएमओ प्रमोद शुक्ला ने कहा कि स्व. सिंह के परिवार से चर्चा करनी होगी अन्यथा विवाद हो सकता है। इस पर भाजपा पार्षद चंद्रशेखर यादव ने कहा कि विवाद क्यों होगा, पूरी पीढ़ी को कार्ड भेजा जायेगा।

सम्मेलन में पूराने निर्माण कार्यों को लेकर भी तीखी बहस हुई और कुछ मामलों को बैठक में लंबित रखने की हिदायत दी गई। इस बीच ईतवारी बाजार तिराहे के जीर्णोद्धार का मामला भी उठा जिस पर विधायक प्रतिनिधि श्री देवांगन ने कहा कि 18 लाख रूपये यहां नाली निर्माण के लिये आये थे वहीं भाजपा शासन में 2 करोड़ 83 लाख रूपये की बड़ी रकम वापस हो गई इसका जिम्मेदार कौन है। जिस पर विनय देवांगन ने कहा कि इससे पहले भी भाजपा शासन के द्वारा स्वीकृत 7 करोड़ रूपये कांग्रेस शासनकाल में वापस हुये थे, ऐसा सरकार बदलने के बाद होता है। अटल चौक निर्माण को लेकर स्थल चयन में मतभेद देखने को मिला। नगर के मीरा बाई चौक को अटल चौक बनाने के भाजपा पार्षद रूपेन्द्र रजक के प्रस्ताव पर कांग्रेसियों ने आपत्ति दर्ज कराई। कांग्रेस पार्षद सुमित टांडिया व मनराखन देवांगन ने कहा कि नया स्थान चयन कर अटल जी का चौक बनाया जाये, मीराबाई चौक में पहले ही मीरा बाई की मूर्ति स्थापित है।

सम्मेलन में पालिका में कार्यरत प्लेसमेंट कर्मचारियों सहित सफाई कर्मचारियों का भी विषय उठा। भाजपा पार्षद चंद्रशेखर यादव ने कहा कि कुछ कर्मचारी ईमानदारी से काम भी नहीं करते वहीं मनराखन ने कहा कि पालिका के मार्फत कौन कर्मचारी किस नेता के घर में काम कर रहा है इसकी भी सूची उपलब्ध कराई जाये। इस बीच पार्षद सुमित टांडिया ने सफाई कर्मियों को रेनकोर्ट देने का मुद्दा उठाने के साथ ही बीते वर्षों में मणिकंचन केन्द्र के आय का हिसाब भी मांगा।

सम्मेलन में विधायक यशोदा वर्मा की फोटो हटाने का भी आरोप सामने आया है। विधायक के प्रतिनिधि मनराखन देवांगन ने आरोप लगाया कि सत्ता परिवर्तन के बाद जानबूझकर कांग्रेस विधायक की फोटो हटाई जा रही है, जिसे लेकर सीएमओ ने कहा कि निर्वाचित विधायक की फोटो नहीं निकालेंगे वहीं दूसरी ओर पार्षद दीपक देवांगन, सुमित टांडिया व पुरूषोत्तम वर्मा सहित सभी कांग्रेसी पार्षदों ने राजा देवव्रत सिंह की भी फोटो नहीं निकालने की मांग की।

इस दौरान भाजपा पार्षद चंद्रशेखर यादव के विरोधी तेवर ने सम्मेलन में खूब गहमा-गहमी बढ़ाई। संभवतः वरिष्ठता व योग्यता के बाद भी अध्यक्ष नहीं चुने जाने की रंजिश व पीड़ा साफ दिखाई दी। कांग्रेस पार्षदों के विरोध के बीच चंद्रशेखर अपना विरोध भी दर्ज करते नजर आये। उन्होंने कहा कि यहां नगर पालिका अधिनियम का पालन नहीं हो रहा है वहीं उन्होंने अपने ही पार्टी की पालिका अध्यक्ष गिरजा चंद्राकर को अध्यक्ष नहीं कार्यवाहक अध्यक्ष संबोधित करने की बात कह डाली और एक समय चुटकी लेकर कहा कि 8वीं पास को कॉलेज की डिग्री जांचने बोलोगे तो नगर विकास का क्या होगा। भाजपा पार्षद चंद्रशेखर ने सम्मेलन के दौरान कई जुमले कहे जो भाजपा और कांग्रेस के बीच ही कौतूहल का कारण बना। आगे पाठ पीछे सपाट, अनुभव की कमी, सब लक्ष्मी जी के पीछे भागते हैं जैसे शब्दों का प्रयोग सम्मेलन में आश्चर्य डालता रहा। बहरहाल समाचार लिखे जाने तक सम्मेलन अन्य विषयों को लेकर गहमा-गहमी के बीच चलता रहा।

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